5:56 pm
बेनामी
हरियाणा(जींद) : पेयजल तथा सिंचाई के पानी की समस्या से आक्रोशित ढांडाखेड़ी गांव की महिलाओं ने वित्त मंत्री बीरेद्र सिंह तथा शिक्षा एवं परिवहन मंत्री मांगेराम गुप्ता का रास्ता रोक दिया। वित्त मंत्री ने समस्या के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद ही महिलाएं शांत हुईं। कुछ समय के पश्चात शिक्षा एवं परिवहन मंत्री का काफिला उस होकर गुजर रहा था। महिलाओं ने उसे भी रोक दिया। रास्ता जाम देख काफिले में शामिल सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं को समझा बुझाकर रास्ता खोलने का प्रयास किया, लेकिन महिलाएं तत्काल समस्या के समाधान की मांग पर अड़ी रहीं। शिक्षा मंत्री के बेटे महाबीर गुप्ता ने समस्या के निदान का आश्वासन देते, तब तक शिक्षा मंत्री रास्ता बदलकर आगे के लिए रवाना हो चुके थे। जाजवान गांव में रविवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें वित्त मंत्री बीरेद्र सिंह तथा शिक्षा एवं परिवहन मंत्री मांगेराम गुप्ता को मुख्यातिथि के तौर पर बुलाया गया था। गांव ढांडाखेड़ी की महिलाओं को जैसे ही दोनों मंत्रियों के गांव से गुजरने की सूचना मिली तो वे स्कूल के पास पहुंच गई और अवरोधक डालकर जाम लगा दिया।इसके बाद वित्तमंत्री का काफिला वहां पहुंच गया। महिलाओं को सड़क पर खड़ी देख वित्त मंत्री उनके पास पहुंच गए और उनकी समस्या को सुना। महिलाओं का कहना था कि उनके क्षेत्र में न तो पेयजल है और न ही सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी मिल रहा है। वित्तमंत्री ने महिलाओं को आश्वासन दिया कि वे उनकी समस्या को दूर करवाने का प्रयास करेगे। इस पर महिलाओं ने उनके काफिले के लिए रास्ता खोल दिया। वित्त मंत्री के निकलते ही महिलाओं ने फिर ढांडा खेड़ी जाजवान मार्ग पर जाम लगा दिया। कुछ समय बाद परिवहन एवं शिक्षा मंत्री मांगेराम गुप्ता का काफिला भी वहां पहुंच गया। रास्ता जाम देख काफिले में शामिल सुरक्षा कर्मियों ने महिलाओं को समझा-बुझाकर रास्ता खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन महिलाएं समस्या के तत्काल समाधान की मांग पर अड़ी रही। बाद में शिक्षा एवं परिवहन मंत्री के बेटे महाबीर गुप्ता ने महिलाओं को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया, लेकिन जब तक महाबीर गुप्ता महिलाओं को समझाते तब तक शिक्षा मंत्री अपनी गाड़ी को दूसरे रास्ते से घुमाकर स्थल की और रवाना हो चुके थे।
11:25 am
Ravi Hasija
हरियाणा(जींद) : चर्चित वेदपाल हत्याकांड में एक नया मोड़ आ गया है। सोनिया के पति राजेश ने पुलिस को शिकायत देकर वेदपाल के भाई पर धमकी देने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। राजेश ने शिकायत में लिखा है कि सुरेंद्र निवासी मटोर ने उसके मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दी है। सोनिया की शादी उसके परिजनों ने हनुमाननगर वासी राजेश के साथ कर दी थी। आरोपी सिंगवाल में मारे गए वेदपाल का भाई है। पुलिस ने हनुमाननगर नरवाना निवासी राजेश की शिकायत पर मटोर निवासी सुरेद्र के खिलाफ मामला दर्ज किया है। काबिलेजिक्र है कि कुछ समय पहले हाइकोर्ट के आदेश पर मटोर गांव निवासी वेदपाल अपनी पत्नी सोनिया को लेने के लिए सिंगवाल गांव गया था। यहां पुलिस की मौजूदगी में वेदपाल की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस अबतक छह से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में पिछले दिनों वेदपाल का भाई सुरेंदर ने जींद के एसपी से मामले की जांच सीबीआई या अपराध शाखा से कराने की मांग की थी। इस मामले में पिछले दिनों उस समय नया मोड़ आ गया जब सोनिया के पति हनुमाननगर निवासी राजेश ने पुलिस को शिकायत कर दी कि उसे वेदपाल के भाई सुरेंदर ने मोबाइल पर धमकी दी है। पुलिस ने यह मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
7:30 pm
बेनामी
एलआईसी कार्यालय जींद के एक कोषाध्यक्ष ने ईमानदारी का परिचय देते हुए एक पालिसी धारक के ज्यादा आए दस हजार रुपये वापस लौटा दिए। पालिसी धारक ने इस ईमानदारी के कार्य के लिए पूरी एलआईसी टीम का धन्यवाद किया है। पालिसी धारक कविता शर्मा के पति सत्यवीर सिंह ने बताया कि वह शुक्रवार को सुबह उनकी पत्िन की किस्त भरने के लिए एलआईसी कार्यालय में गया था। वहां पर गलती से उसने दस हजार रुपये का टोटल ज्यादा कर दिया। किस्त भरकर वह वापस घर आ गया। घर आकर भी उसने ध्यान नहीं दिया। सत्यवीर ने बताया कि कुछ ही समय बाद उनके घर एलआईसी से टेलीफोन पर सूचना आई कि उन्होंने दस हजार रुपये ज्यादा दे दिए। ऐसा सुनकर वह तुरंत वहां आया। उसे दस हजार रुपये वापस दे दिए गए। उसने बताया कि वह इसके लिए कोषाध्यक्ष संजीव सैनी, गन मेन चंद्रपाल तथा मुख्य प्रबंधक आर.के मोहला का धन्यवाद करते हैं। उसने कहा कि ईमानदारी आज भी जिंदा है।
2:43 pm
रज़िया "राज़"
घर में कुछ चहल पहल हो रही है। तैयारी की जा रही है किसी कार्यक्रम की।
देखुं , आज कौन-कौन मेरे घर पर आया है? एक कोने में दादा दादी और नाना नानी बैठे है।
अंकल आंटी भी आये हुए हैं। मामा मामी के साथ चिंकु, बंटी, भी आये हैं। सूरत वाले अंकल ने तो मेसेज भेजा है कि उन्हें कहीं ओफ़िस के काम से जाना हुआ है, इसीलिये नहीं आ सकते।
आज कोई फ़ंकशन है। मेरे प्रिंसिपल और कुछ टिचर्स भी आये हैं। पर......अभी तक मेरी सहेलियां क्यों नहीं आई? परेशान हुं मैं!!!!
मेरी मौसी-मौसा भी नहीं आये। अंकल आंटी दूर क्यों बैठे हैं मुझसे?
हरबार प्यार से मेरे साथ खेलनेवाले चिंकु बंटी आज मेरे पास क्यों नहीं बैठते?
क्यों सब मुझसे दूर दूर भाग रहे हैं ?
कहीं से घी की तो कहीं से आ रही अगरबत्ती के धुएं की बदबू मुझे बेचैन कर रही है।
ये कैसा कार्यक्रम है जिसमें सन्नाटा छाया हुआ है?
मैं ये नहीं समझ पा रही कि मुझे कोई प्यार से पुचकारता क्यों नहीं है?
साथ में खेलनेवाली सहेलियां भी आज गायब हैं। घर के बाहर लगी भीड़ में कानाफुसी चल रही है।
लो अब मेरी विदाई का वक़्त आ गया।
मेरे चहेरे से कपड़ा हटाया गया ताक़ि कोई मुझसे मिलना चाहे तो मिल ले।
पर सब लोग मुंह पर कपड़ा डालकर रोने लगे। कोई आगे नहीं आया।
मुझे विदा करने भी नहीं
हाँ....... मेरी मम्मी दौड़ती चिल्लाती मेरे करीब आई। मेरे चहेरे को चूमने लगी। रिश्तेदार लोग उसे मुझसे दूर हटाने की कोशिश कर रहे थे पर वो थी कि मुझे छोड़ ही नहीं रही थी।
छोड़ती भी कैसे....?
उसने मुझे अपने उदर में नौ महिने जो रखा था। मुझे अपना अमृत जो पिलाया था।
वो अच्छी तरह जानती थी कि उसकी बेटी का आख़री दिन है। फिर मैं कभी वापस आनेवाली नहीं हुं।
क्योंकि आज मेरी मृत्यु हुई है।
लोग कह रहे थे कि मेरी मृत्यु “स्वाइन फ़्ल्यु” से हुई है।
अब मैं समझी कि सब कोई दूर दूर क्यों भाग रहे थे मुझसे।
वाह री दुनिया ! क्या रिश्ते निभाते है लोग!!!! जब जान पर बनती है, अपने भी पराये हो जाते हैं।
12:43 pm
Ravi Hasija
मनोहरपुर बस अड्डे के पास रोडवेज बस की चपेट में आने से भाई-बहन की मौत हो गई। बस चालक का आरोप है कि छात्रों द्वारा हाथापाई करने के कारण वह बस से नियंत्रण खो बैठा और बस मोटरसाइकिल में जा भिड़ी। वहीं मारपीट की घटना से क्षुब्ध रोडवेज चालकों ने जींद बस अड्डे के गेट के बाहर बसें रोककर जाम लगा दिया, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। महाप्रबंधक के आश्वासन के बाद ही चालकों ने जाम खोला।
अर्बन इस्टेट निवासी शकुंतला अपने भाई सतपाल के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर ढाठरथ गांव से शनिवार दोपहर जींद आ रही थी। मनोहरपुर गांव के बस अड्डे के पास सामने से आ रही रोडवेज बस ने मोटरसाइकिल को चपेट में ले लिया, जिससे शकुंतला की मौके पर ही मौत हो गई। सतपाल ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। समाचार लिखे जाने तक शवों के पोस्टमार्टम नहीं हो सके थे। वहीं रोडवेज बस के ड्राइवर सत्यवान ने बताया कि बस में उसके साथ कुछ छात्रों ने हाथापाई की, जिस कारण वह बस को संभाल न सका और बस मोटरसाइकिल में भिड़ गई। छात्रों द्वारा चालक से हाथापाई व दो लोगों की मौत की सूचना मिलने पर जींद बस अड्डे पर चालकों ने बसों को अड़ाकर जाम लगा दिया। रोडवेज कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की तथा आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। डिपो महाप्रबंधक एसएम खर्ब के आश्वासन के बाद ही कर्मचारियों ने जाम खोला।
4:30 pm
शशांक शुक्ला
नोएडा के सेक्टर 12
में आजकल बारिश के मौसम में सफाई का काम पूरे जोशो ख़रोस के साथ चल रहा है।उत्तर प्रदेश के इस इलैक्ट्रॉनिक सिटी में बाकायदा जैसे कोई अभियान चल रहा हो,
लेकिन नवीन ओखला औद्योगिक प्राधिकरण इस कार्य में सिर्फ खानापूर्ति के सिवाय कुछ नहीं कर रहा है। इसकी बानगी तब देखने को मिली जब जेड ब्लाक के मंदिर के पास के नाले की सफाई तो कर दी गयी,
लेकिन हर बार की तरह उसकी गंदगी को वहीं पर छोड़कर चले गये सफाईकर्मी। ये इस तरह की अकेली घटना नहीं है। ऐसे हालात कई सेक्टर्स के हैं। हर साल इस तरह के सफाई अभियान चलते हैं, लेकिन इसमें काम कितना होता है इसके गवाह है सेक्टर 12
के ज़ेड ब्लाक निवासी सुरेश जो कहते है "
हर साल इस तरह सफाई के नाम पर गंदगी को
उठाकर सड़को पर डाल दिया जाता है।
फिर वो बारिश के पानी में बहकर दोबारा नालों में चली आती
है"
। जी हाँ,
बारिश का मौसम होने के कारण वो गंदगी दोबारा उसी नाले में समा जाती है,
जहां से उसे निकाला गया था। इसे सफाई के नाम पर लगने वाले सरकारी पैसे की बर्बादी नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे? क्योंकि हर साल नालों की सफाई के नाम पर लाखों रुपये का बजट पास होता है और उन पैसों का इस्तेमाल सफाई पर कम खानापूर्ति पर ज्यादा होता है। क्योंकि गंदगी वहीं रहती है और
उन पैसों से प्राधिकरण की जेब गर्म होती रहती है।
7:42 pm
बेनामी
हरियाणा की अलेवा थाना पुलिस ने अदालत के आदेश पर विदेश भेजने के नाम पर पाँच लाख रुपये ठगने के मामले में दो लोगों के खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज किया है।
पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
जीन्द के अर्बन इस्टेट निवासी संजीव ने अदालत में याचिका दायर कर कहा था कि वह विदेश जाना चाहता था। इसी दौरान उसकी मुलाकात दिल्ली के जीवन नगर, महारानी बाग़ निवासी जी.
एस कपूर तथा ए.
के जैन से हुई। दोनों ने बताया कि वें बिजली निगम में काम करते हैं और विदेश मंत्रालय में उनकी जान पहचान है।
उन्होंने कई लोगों को विदेश भेजकर उन्हें नौकरी पर लगवाया है।
दोनों ने उसे विश्वास दिलाया कि वह उसका पासपोर्ट बनवाकर मनचाहे देश का वीज़ा लगवाकर वहां उसकी नौकरी का प्रबंध कर देंगे। विदेश भेजने के नाम पर उसने 8
दिसम्बर 2008 को अलेवा बस अड्डे पर दोनों को पाँच लाख रुपये दे दिए। दोनों उसे जल्दी भेजने का आश्वासन देकर काफी दिनों तक टरकाते रहे। जून 2009 तक वह उनका इंतजार करता रहा। कुछ हासिल न होने पर जब उसने रकम वापस करने की मांग की तो उसे मारने व बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी जाने लगी। अदालत के आदेश पर अलेवा थाना पुलिस ने जी.एस कपूर तथा ए.
के जैन के खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।