3.12.11
2.12.11
29.11.11
गश्त (लघु कथा)
एस.एच.ओ. (थानाध्यक्ष) रात के स्टाफ की ब्रीफिंग लेते हुए बोला, " तुम सब रात की गश्त ढंग से क्यों नहीं करते. आज डी.सी.पी. ने मुझे बुलाकर फिर से मेरी माँ-बहन एक कर डाली. अगर तुम्हें कामचोरी की गन्दी आदत पड़ ही गई है तो कम से कम पत्रकार अरोड़ा की गली में तो एक चक्कर लगा आया करो. साला हर दूसरे दिन अपने अखबार में खबर छाप देता है कि इलाके की पुलिस गश्त नहीं करती."
रात का स्टाफ एक सुर में बोला, "जनाब हम सब नियम से रात को थाने के इलाके के चप्पे-२ में गश्त करते हैं." एस.एच.ओ. ने उनसे खीज कर पूछा, "तो फिर अरोड़ा अपने अखबार में यह खबर क्यों छापता है कि तुम सब गश्त नहीं करते?" आगे पढ़ें...
25.11.11
23.11.11
नूडल्स (लघु कथा)
गाड़ी में चलते-फिरते रेस्टोरेंट का मालिक बूढ़े कुक पर गुर्राया, "अबे बुड्ढे इतनी उम्र हो गयी है लेकिन तुझे नूडल्स बनाने नहीं आये. देख आज फिर से ग्राहक नूडल्स बिना खाए छोड़ गए. साले गलती तू करे और भुगतूं मैं." "लेकिन साब मैंने तो नूडल्स सही बनाए थे." बूढ़ा कुक धीमी आवाज में बोला. "चुप बे बुड्ढे! सही बनाए थे तो ग्राहक क्यों अंट-शंट बक रहे थे? आगे पढ़ें
18.11.11
संत समागम एवं मूर्ति स्थापना समारोह
हरियाणा- जीन्द जिला में ग्राम छापर के रविदास आश्रम में एक अध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहाँ दूर- दूर से आये संतो के मुखारबिंद से संत शिरोमणी श्री गुरु रविदास महाराज की वाणी की अमृत वर्षा अखंड होती रही. आश्रम के संचालक स्वामी धनपत दास द्वारा बड़ी धूमधाम से संत समाज के समागम का आयोजन किया गया. इस दौरान एक शानदार शोभायात्रा भी निकली गई. यह यात्रा रथों एवं पालकियों में ग्राम छापर के उपरोक्त आश्रम से प्रारंभ होकर सफीदों उपमंडल के विभिन्न गावों व कस्बों से होते हुए शाम को लौटी. इसके बाद संत महापुरुषों द्वारा एक सत्संग का आयोजन हुआ, जिसमे प्रवचनों की बरखा ने श्रोताओं को निहाल कर दिया. संतों एवं साध-संगत ने हवन तथा पूजा के साथ बहुत ही मर्यादित ढंग से छापर आश्रम में श्री गुरु रविदास की मूर्ति की स्थापना की. जिसमे मुख्य संत महामंडलेश्वर श्री-श्री १०८ संत निरंजन दास महाराज जी के आदेशानुसार संत श्री लेखराज दास, मोहन दास, कीर्तन मंडली बलविंदर सिंह उर्फ़ बिट्टू व अन्य संत महापुरुष डेरा सचखंड बल्ला जालंधर ने मुख्य रूप से समागम की शोभा बढाई और श्री-श्री१०८ जित्वानंद श्री कबीर वृद्ध आश्रम एलनाबाद, श्री महंत संतराम दयालदास, सतपाल दास कपाल मोचन यमुनानगर, संत दिव्यानंद, हंसा नन्द, नरेशदास, संजय ब्रह्मचारी, बहन प्रतिभा शास्त्री, श्री महंत सदानंद जी, श्री महंत प्रकाशानंद हरिद्वार सावित्री बाई, श्री महंत सुरेशबाई एवं श्री रिसाल दास आदि संतों ने इस नेक कार्य में शिरकत की. आश्रम संचालक स्वामी धनपत दास ब्रह्मचारी ने कहा कि श्री गुरु रविदास महाराज दुनिया के महान संत थे. उन्होंने समाज को अच्छी राह पर चलाने का बीड़ा उठाया. इस कार्यक्रम के दौरान सतगुर महाराज का अटूट लंगर भी चलता रहा. आश्रम संचालक ने वस्त्र आदि भेंट कर आये हुए संतों को आदरपूर्वक विदाई दी.
17.11.11
स्टिंग ऑपरेशन (लघु कथा)
शिकारी सिंह युवा एवं महत्वकांक्षी पत्रकार था। जल्द से जल्द पैसा व शोहरत पाने की खातिर उसने स्टिंग ऑपरेशन का सहारा लेने का निश्चय किया और उसके स्टिंग ऑपरेशन के शिकार हो गये 2 प्रतिशत ईमानदार व 98 प्रतिशत बेइमान मंत्री फटीचर लाल। जब फटीचर लाल को इस बात का पता चला तो उन्होंने शिकारी सिंह को अपनी 2 प्रतिशत ईमानदारी का वास्ता दिया...आगे पढ़ें...