4:22 pm
आपका अख्तर खान अकेला
दोस्तों कल २४ दिसम्बर को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस हे राष्ट्रिय उपभोक्ता दिवस याने जनता द्वारा किसी भी खरीद मामले में कीमत से लेकर तोल और गुणवत्ता तक की गारंटी का कानून , बस कल इसी कानून का जनता के सामने सरकार
बखान करेगी कल इस दिवस को मनाने के नाम पर केंद्र और राज्य सरकारे देश के अरबों रूपये विज्ञापन और समारोह में खर्च कर देंगे लेकिन फिर भी जनता को अंगूठे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा । देश में जनता को किसी भी वस्तु की खरीद के वक्त उपभोक्ता माना गया हे और उपभोक्ता के अधिकार में उचित कीमत वसूलना , वस्तु समय पर उपलब्ध कराना , सही और गुणवत्ता वाली वस्तु बेचना और तोल में कोई सामान कम नहीं देना शामिल हे जबकि रूपये लेकर किसी भी प्रकार की सेवा में कोई दोष नहीं रहे इस मामले में भी उपभोक्ता को अधिकार दिए गये हें , हमारे देश में उपभोक्ता कानून बनाया गया हे और इस कानून के तहत राष्ट्रीय स्तर पर एक उपभोक्ता परिषद बनेगी फिर राज्य स्तर पर एक उपभोक्ता परिषद बनेगी फिर जिला स्तर पर एक उपभोक्ता परिषद बनेगी यह आवश्यक प्रावधान इस कानून में रखे गये हें लेकिन देश में राज्यों में या जिले में कहां यह परिषदें हें यह परिषदें कहां उपभोक्ता को लाभ पहुंच रही हे किसी को पता नहीं हें यहाँ तक के उपभोक्ता मामलों में राजस्थान में रसद निरीक्षकों को जनता की तरफ से मुकदमें दायर करने के अधिकार दिए हें लेकिन आज तक एक भी अधिकारी ने किसी भी व्यापारियो के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं किया हे पेट्रोल गेस में मिलावट सेवाओं में दोष स्कुल,ट्यूशन में मनमानी सेवाओं मने दोष । खाने पीने की वस्तुओं में मिलावट और तोल में कम बेचना आम बात हे सभी तरह के नकली सामानों की बिक्री धडल्ले से चल रही हे हालत यह हें के देश में इन दिनों आवश्यक वस्तुएं सब्जी,प्याज और दूसरी चीजों के दाम बढ़े हुए हें यह सब उपभोक्ताओं से सम्बंधित हें और सरकार को या आफिर सरकार द्वारा नियुक्त उपभोक्ता परिषदों को इसकी समीक्षा और इन मामलों में कार्यवाही करना चाहिए लेकिन सरकार हे के कानून तो बना दिया लेकिन पालना नहीं की और उपभोक्ता दिवस के नाम पर करोड़ों अरबों के विज्ञापन और दिखावटी कार्यक्रम खूब किये जाते हें उपभोलता परिषदों या रसद निरीक्षकों द्वारा जनता और उपभोक्ताओं के लियें उन्हें न्याय दिलवाने के लियें कोई भी कार्यवाही नहीं की गयी हे ऐसे में तो बस यही कहा जाएगा के राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस बस राम राम सत्य हो गया हे और जनता उपभोक्ता ठगे से बेठे हें जबकि व्यापारी और उत्पादक सेवा प्रदाता मजे कर रहे हें कहने को कहते हें के एक सादे कागज़ पर उपभोक्ता फ़ोरम में शिकायत कर दो न्याय मिल जाएगा लेकिन व्यवहार में वहां शूल लिया जा रहा हे ५० नियम लागु कलिए गये हें एक परिवाद में कमसेकम ३०० रूपये का खर्च हे तो छोटे मोटे मामले तो पेश ही नहीं होते और जो पेश होते हे उनका क्या हश्र होता हे हम जानते हें सरकार ने इसके लियें विधिक न्यायिक प्राधिकरण और विधिक शःयता समिति बनाई हे लेकिन वहां से लोगों को मदद नहीं मिलती हे वकील जिन्हें सनद इस शर्त पर मिलती हे के वोह कुछ प्रतिशत मामले जनहित के लड़ेंगे लेकिन वोह ऐसा नहीं करते हे अब जनता इस उपभोक्ता दिवस का क्या अचार डालेगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
8:07 am
आपका अख्तर खान अकेला
ऐ मेरे
प्यार के
दुश्मन
तुझे बुलाने के लियें
कभी में
बीमार बनता हूँ
कभी में
बे म़ोत मरता हूँ
तू खुद बता
तुझे
बुलाने के लियें
में करता हूँ
बहाने क्या क्या ?
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
8:06 am
आपका अख्तर खान अकेला
आज
मेला लगा हे
मजार पर
यादों के मेरे
हर शख्स , हर माशूक
यहाँ मोजूद हे
बस नहीं हे तो वोह
जिसे
हर दम
नजरें मेरी तलाशती हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
8:05 am
आपका अख्तर खान अकेला
राजस्थान में गुर्जरों को आरक्षण के नाम पर हाईकोर्ट ने संविधान और देश का कानून बता दिया हे , सरकार भी अपने किये पर पछता रही हे लेकिन गुर्जर हें के हर कर भी जितने के तय्यारी में जुट गये हें , गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बेसला को हाईकोर्ट से आरक्षण का इंकार कर देने की कोई चिंता नहीं हे वोह अपनी ताकत के दम पर सरकार को झुकाने की कोशिशों में जुट गये हें दो दिन में ही गुर्जरों ने सरकार की सालों की कोशिशें बेकार साबित कर दी हें गुर्जर भाई सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे हें और पहले उन्होंने माहोल में अपनी ताकत बता कर हाईकोर्ट को प्रभावित करने का प्रयास किया फिर हाईकोर्ट से हरने के बाद सरकार से जितने की कोशिशों में जुट गये हें , राजस्थान में कोटा ,भीलवाडा.डोसा,भरतपुर माधोपुर जहां खी भी हो गुर्जरों का प्रभाव हे सरकार चाहे कानून व्यवस्था की कितने ही बढ़ी बढ़ी बातें कहे लेकिन यह सच हे के सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई हे इस बार सरकार की जरा सी भी ना समझी गुर्जरों की तपती आग को शोला बना सकती हे और फिर दो साल के शांति प्रयास धरे रह जायेंगे कर्नल किरोड़ी सिंह को सरकार ने पहले भाजपा का प्यादा समझा बात सही भी साबित हुई वोह भाजपा से कोंग्रेस के नमोनारायण मीणा के खिलाफ लड़े और उन्हें नाकों चने चबा दिए फिर किरोड़ी ने सरकार को उनका प्रतिनिधि बन कर झुकाया एक प्रतिशत आरक्षण लिया फिर अबा वोह अपनी गुर्जर सेना को मरो मरो के तर्ज़ पर रेलवे पटरियों और हाइवे पर लेकर दत गये हें उनके एक इशारे पर राजस्थान ठप्प हो गया हे राजस्थान सरकार की सारी जासूसी और तय्यरियाँ धरी रह गयी हे और अभी भी गुर्जरों के दबाव के आगे सरकार को कोई न कोई फार्मूला तो निकलना ही पढ़ेगा वेसे तो सरकार को इस मामले में पहले से ही तय्यारी कर के रखना थी लेकिन सरकार के पास जनता ओर समस्याओं के बारे में सोचने की फुर्सत कहां हे तो दोस्तों सरकार की नासमझी की वजह से अब राजस्थान में अख़बार, चपाल, चोराहे, और ब्लोगिस्तान में गुर्जर खबरों की ही सुर्खियाँ रहेंगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
8:03 am
आपका अख्तर खान अकेला
देश में सरकारी और अर्द्ध सरकारी उपक्रमों सहित बेंकों वगेरा में नियुक्तियों में भयंकर धांधलियां और मनमानी हे इस मामले में केन्द्रीय सतर्कता समिति ने अपनी रिपोर्ट में गम्भीर टिप्पणियाँ की हे समिति ने कहा हे के इन संस्थाओं में नियुक्तियों के नाम पर भी कायदे कानून ताक में रख कर मनमानी की जाती हे और भयंकर भ्रस्ताचार होता हे भ्रस्ताचार के गंभीर हालातों पर भी समिति ने टिप्पणी की हे समिति ने कहा हे के यह उपक्रम अपनी प्रकाशित वार्षिक रिपोर्टों में भी झूंठे और मन गढंत आंकड़े प्रकाशित कर लोगों को और सरकार को भ्रमित करते हें , केन्द्रीय सतर्कता समिति की कहने को तो यह सामान्य रिपोर्ट हे लेकिन देश के ५ फीसदी केन्द्रीय सरकार के उपक्रम और अर्धसरकारी उपक्रमों के इस हाल पर केवल आंसू बहाने से कम नहीं चलेगा ना ही चिंता जताकर खामोश बेठने से काम चलेगा देश के पैसों और गरीबों के हक को किस तरह से तबाह और बर्बाद किया जा रहा हे इसका पता लगा कर दोषी लोगों को दंडित करना और जिन लगों ने गलत चेनल का रास्ता अपना कर लाभ उठाया हे उसे सुधारना अब सरकार की ज़िम्मेदारी बन गया हे लेकिन भाइयों सरकार के लियें तो यह उजागर भ्रस्ताचार तुच्छ प्रक्रति का भ्रस्ताचार हे इसलियें आप को हमें और हमारे बहियों को मिल जुल कर एक आग पैदा करना होगी एक अलख जगाना होगी एक माहोल तयार करना होगा ताके सरकार खुद इस मामले सहित भ्रस्ताचार के सभी मामले में कार्यवाही करने को मजबूर हो जाये । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
8:02 am
आपका अख्तर खान अकेला
मानसून , बेमोसम बरसात ,प्राक्रतिक आपदा,मोसम की मार ,रेगिस्तान सहित अन्य समस्याओं से जूझ रहे इस देश में राष्ट्रपति महामहिम पतिभा पाटिल हरित क्रांती लाना चाहती हे , कल उदयपुर में उन्होंने देश की स्थिति पर चिता व्यक्त करते हुए क्रषि अनुसन्धान केन्द्रों और सरकारी मदद के माध्यम से देश में हरित क्रान्ति का आह्वान किया , १९ दिसम्बर को सादगी से अपना जन्म दिन मनाने के बाद उदयपुर में उनका यह पहला कार्यक्रम था ।
राष्ट्रपति महोदया राजस्थान की पूर्व गवर्नर भी रह चुकी हें और वोह राजस्थान की बहु भी हें उन्होंने चोंकाने वाले आंकड़े बताते हुए कहा के वर्ष २०५० में नदेश की जनसंख्या का विशाल आंकडा होगा और वर्तमान में देश में क्रषि भूमि का आंकड़ा ५१ प्रतिशत से घट कर ११ प्रतिशत रह गया हे उन्होंने चिंता जताई हे के पहले प्रति व्यक्ति क्रषि भूमि का अनुपात ११ हेक्टेयर प्रति व्यक्ति था जो आब घट कर ०.३ हेक्टेयर रह गया हे वास्तव में यह एक गम्भीर चिन्तन का विषय हे हम शहरीकरण के नाम पर इस देश को खत्म कर रहे हें यहाँ क्रषि उपज की स्थिति आज हमारे सामने हे और शहर विस्तारसे भी हमें कोई ख़ास खुशहाली नहीं मिल रही हे गाँव खत्म हो रहे हें और शहर जस के तस हें ऐसे में हरियाली खत्म क्रषि उपज खत्म क्रषि उपज के दम सातवें आसमां पर हें ,
क्रषि भूमि के मामले में हमारे देश के प्रोपर्टी डीलरों ने और सरकार ने सोने का अंडा देने वाली मुर्गी की कहावत चरितार्थ की हे के एक सोने का अंडा रोज़ देने वाली मुर्गी से जब मालिक संतुष्ट नहीं हुआ तो उसने मुर्गी को हलाल कर दिया फिर वोह जिंदगी भर रोता रहा ऐसे ही हमारे देश में किसान को लालच देकर उसकी क्रषि भूमि महंगे दामों में खरीदी जा रही हे इधर ज़मीं के मूल्य बढ़ रहे हें उधर किसान उन रुपयों को कुछ दिनों में ही बर्बाद कर बेरोजगार हे और देश में क्रषि भूमि खत्म हो रही हे तो दोस्तों राष्ट्रपति महोदया ने हरित क्रांती का जो आह्वान किया हे इस तरफ हमें भी कुछ तो सोचना ही होगा और तेज़ी से हो रही क्रषि भूमि के विनाश को रोकना होगा वरना क्रषि उपज और स्वच्छ वातावरण के लियें हम और हमारे देश वासी तरस जायेंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
7:58 pm
Sumit Pratap Singh
प्यारे सचिन तेंदुलकर भैया
सादर बल्लस्ते!
आपकी क्रिकेट में दर्ज उपलब्धियों को नमन करते हुए पत्र प्रारंभ करता हूँ ! आपने दक्षिण अफ्रीका की धरती पर १७५ वें टैस्ट मैच में ५०वां शतक क्या ठोंका हम सभी भारतीय व दुनिया वाले उल्लास से मटक –मटक कर खुशी मना रहे हैं।५।५ फीट की लम्बाई लिए ३ फुटे बल्ले से आपने तो कमाल ही कर डाला. किसी क्रिकेटर को एक अर्धशतक बनाने में ही पसीने छूट जाते हैं और आपने तो शतकों का अर्धशतक बना डाला. आपके नाम पर एक दिवसीय क्रिकेट में भी ४६ शतक दर्ज हैं.हमें आशा है कि आप शीघ्र ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक भी पूरा कर ही लेंगे. अपने बल्ले से संपूर्ण विश्व को नापने वाले हे क्रिकेट के वामनावतार ३७ वर्ष की आयु में बल्लाशस्त्र धारण किए आपने एक नया अवतार लिया है। लिटिल मास्टर , तेंदल्या ,मास्टर ब्लास्टर, बांबे बांबर व जीनियस आदि को धारण करने वाले ओ क्रिकेट के खुदा जिस आयु में खिलाड़ी अपना बोरिया–बिस्तर समेत कर संन्यास ग्रहण कर लेते हैं अथवा उन्हें ज़बरन संन्यास ग्रहण करवा दिया जाता है उस आयु में आप सफलता की नई कहानी लिखते जा रहे हैं. सर डॉन ब्रेडमेन की कार्बन कॉंपी हे बल्लाधर आप ही वो एक मात्र बल्लेबाज़ हो जिन्हें सर डॉन ब्रेडमेन ने मिलने के लिये स्वयं बुलाया था.हर रिकार्ड तोड़ने वाले हे रिकार्ड भंजक अब वह दिन दूर नही जब एक टैस्ट मैच में तिहरा शतक व टैस्ट मैचो में ब्रायन लारा द्वारा बनाये ४०० रनों का रिकार्ड भंग हो जाये। विस्डन पुरस्कार(१९९७),राजीव गांधी पुरस्कार (१९९७-९८) ,अर्जुन पुरस्कार (१९९४) ,पदम श्री(१९९९ ),पदम विभूषण (२००८) व आई सी सी प्लेयर ऑफ द इयर (२०१०) आदि पुरस्कारों को अपनी कांख में दबाये हुए आप निरंतर अपना बल्ला चलाकर रनों की बरसात किये जा रहे हो और आपके शिकार बेचारे गेंदबाजों की नींद उडाये जा रहे हो। सुना है कई गेंदबाजों को रात को सपनों में भी आपका बल्ला उनकी गेंद को धोता दिखाई देता है. टेस्ट मैचों में १४ मैन ऑफ द मैच व ५ मैन ऑफ द सीरीज़ लेने वाले ओ क्रिकेट वीर आपने क्रिकेट में इतने रिकार्ड बना डाले हैं कि किसी भी अन्य क्रिकेटर के लिए वहाँ तक पहुचना भी असंभव ही जान पड़ता है.क्रिकेट के मैदान की भांति आप आम जीवन में भी महान हो. चाहे किसी असहाय की सहायता का मामला हो या फिर मराठी बनाम भारतीय होने का मसला सभी जगह आपकी महानता स्पष्ट दिखाई दे जाती है. हम सभी भारतीय यह कामना करते हैं कि आप यूँ ही अपने बल्ले राजा से रिकार्डों की वर्षा कर भारत का नाम रौशन करते रहें और आपके बल्ले की मार के शिकार सभी गेंदबाज़ सदा त्राहि-त्राहि करते रहे.
शुभकामनाये देते हुए
क्रिकेटमय नमस्कार...