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23.12.10

बहाने केसे केसे ....

ऐ मेरे
प्यार के
दुश्मन
तुझे बुलाने के लियें
कभी में
बीमार बनता हूँ
कभी में
बे म़ोत मरता हूँ
तू खुद बता
तुझे
बुलाने के लियें
में करता हूँ
बहाने क्या क्या ?
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यादों का मजार .....

आज
मेला लगा हे
मजार पर
यादों के मेरे
हर शख्स , हर माशूक
यहाँ मोजूद हे
बस नहीं हे तो वोह
जिसे
हर दम
नजरें मेरी तलाशती हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

गुर्जर फिर हर कर भी जीते

राजस्थान में गुर्जरों को आरक्षण के नाम पर हाईकोर्ट ने संविधान और देश का कानून बता दिया हे , सरकार भी अपने किये पर पछता रही हे लेकिन गुर्जर हें के हर कर भी जितने के तय्यारी में जुट गये हें , गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बेसला को हाईकोर्ट से आरक्षण का इंकार कर देने की कोई चिंता नहीं हे वोह अपनी ताकत के दम पर सरकार को झुकाने की कोशिशों में जुट गये हें दो दिन में ही गुर्जरों ने सरकार की सालों की कोशिशें बेकार साबित कर दी हें गुर्जर भाई सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे हें और पहले उन्होंने माहोल में अपनी ताकत बता कर हाईकोर्ट को प्रभावित करने का प्रयास किया फिर हाईकोर्ट से हरने के बाद सरकार से जितने की कोशिशों में जुट गये हें , राजस्थान में कोटा ,भीलवाडा.डोसा,भरतपुर माधोपुर जहां खी भी हो गुर्जरों का प्रभाव हे सरकार चाहे कानून व्यवस्था की कितने ही बढ़ी बढ़ी बातें कहे लेकिन यह सच हे के सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई हे इस बार सरकार की जरा सी भी ना समझी गुर्जरों की तपती आग को शोला बना सकती हे और फिर दो साल के शांति प्रयास धरे रह जायेंगे कर्नल किरोड़ी सिंह को सरकार ने पहले भाजपा का प्यादा समझा बात सही भी साबित हुई वोह भाजपा से कोंग्रेस के नमोनारायण मीणा के खिलाफ लड़े और उन्हें नाकों चने चबा दिए फिर किरोड़ी ने सरकार को उनका प्रतिनिधि बन कर झुकाया एक प्रतिशत आरक्षण लिया फिर अबा वोह अपनी गुर्जर सेना को मरो मरो के तर्ज़ पर रेलवे पटरियों और हाइवे पर लेकर दत गये हें उनके एक इशारे पर राजस्थान ठप्प हो गया हे राजस्थान सरकार की सारी जासूसी और तय्यरियाँ धरी रह गयी हे और अभी भी गुर्जरों के दबाव के आगे सरकार को कोई न कोई फार्मूला तो निकलना ही पढ़ेगा वेसे तो सरकार को इस मामले में पहले से ही तय्यारी कर के रखना थी लेकिन सरकार के पास जनता ओर समस्याओं के बारे में सोचने की फुर्सत कहां हे तो दोस्तों सरकार की नासमझी की वजह से अब राजस्थान में अख़बार, चपाल, चोराहे, और ब्लोगिस्तान में गुर्जर खबरों की ही सुर्खियाँ रहेंगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

नियुक्तियों में धांधली का आरोप

देश में सरकारी और अर्द्ध सरकारी उपक्रमों सहित बेंकों वगेरा में नियुक्तियों में भयंकर धांधलियां और मनमानी हे इस मामले में केन्द्रीय सतर्कता समिति ने अपनी रिपोर्ट में गम्भीर टिप्पणियाँ की हे समिति ने कहा हे के इन संस्थाओं में नियुक्तियों के नाम पर भी कायदे कानून ताक में रख कर मनमानी की जाती हे और भयंकर भ्रस्ताचार होता हे भ्रस्ताचार के गंभीर हालातों पर भी समिति ने टिप्पणी की हे समिति ने कहा हे के यह उपक्रम अपनी प्रकाशित वार्षिक रिपोर्टों में भी झूंठे और मन गढंत आंकड़े प्रकाशित कर लोगों को और सरकार को भ्रमित करते हें , केन्द्रीय सतर्कता समिति की कहने को तो यह सामान्य रिपोर्ट हे लेकिन देश के ५ फीसदी केन्द्रीय सरकार के उपक्रम और अर्धसरकारी उपक्रमों के इस हाल पर केवल आंसू बहाने से कम नहीं चलेगा ना ही चिंता जताकर खामोश बेठने से काम चलेगा देश के पैसों और गरीबों के हक को किस तरह से तबाह और बर्बाद किया जा रहा हे इसका पता लगा कर दोषी लोगों को दंडित करना और जिन लगों ने गलत चेनल का रास्ता अपना कर लाभ उठाया हे उसे सुधारना अब सरकार की ज़िम्मेदारी बन गया हे लेकिन भाइयों सरकार के लियें तो यह उजागर भ्रस्ताचार तुच्छ प्रक्रति का भ्रस्ताचार हे इसलियें आप को हमें और हमारे बहियों को मिल जुल कर एक आग पैदा करना होगी एक अलख जगाना होगी एक माहोल तयार करना होगा ताके सरकार खुद इस मामले सहित भ्रस्ताचार के सभी मामले में कार्यवाही करने को मजबूर हो जाये । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सूखे देश में राष्ट्रपति जी का हरित क्रांति का सपना

मानसून , बेमोसम बरसात ,प्राक्रतिक आपदा,मोसम की मार ,रेगिस्तान सहित अन्य समस्याओं से जूझ रहे इस देश में राष्ट्रपति महामहिम पतिभा पाटिल हरित क्रांती लाना चाहती हे , कल उदयपुर में उन्होंने देश की स्थिति पर चिता व्यक्त करते हुए क्रषि अनुसन्धान केन्द्रों और सरकारी मदद के माध्यम से देश में हरित क्रान्ति का आह्वान किया , १९ दिसम्बर को सादगी से अपना जन्म दिन मनाने के बाद उदयपुर में उनका यह पहला कार्यक्रम था ।
राष्ट्रपति महोदया राजस्थान की पूर्व गवर्नर भी रह चुकी हें और वोह राजस्थान की बहु भी हें उन्होंने चोंकाने वाले आंकड़े बताते हुए कहा के वर्ष २०५० में नदेश की जनसंख्या का विशाल आंकडा होगा और वर्तमान में देश में क्रषि भूमि का आंकड़ा ५१ प्रतिशत से घट कर ११ प्रतिशत रह गया हे उन्होंने चिंता जताई हे के पहले प्रति व्यक्ति क्रषि भूमि का अनुपात ११ हेक्टेयर प्रति व्यक्ति था जो आब घट कर ०.३ हेक्टेयर रह गया हे वास्तव में यह एक गम्भीर चिन्तन का विषय हे हम शहरीकरण के नाम पर इस देश को खत्म कर रहे हें यहाँ क्रषि उपज की स्थिति आज हमारे सामने हे और शहर विस्तारसे भी हमें कोई ख़ास खुशहाली नहीं मिल रही हे गाँव खत्म हो रहे हें और शहर जस के तस हें ऐसे में हरियाली खत्म क्रषि उपज खत्म क्रषि उपज के दम सातवें आसमां पर हें ,
क्रषि भूमि के मामले में हमारे देश के प्रोपर्टी डीलरों ने और सरकार ने सोने का अंडा देने वाली मुर्गी की कहावत चरितार्थ की हे के एक सोने का अंडा रोज़ देने वाली मुर्गी से जब मालिक संतुष्ट नहीं हुआ तो उसने मुर्गी को हलाल कर दिया फिर वोह जिंदगी भर रोता रहा ऐसे ही हमारे देश में किसान को लालच देकर उसकी क्रषि भूमि महंगे दामों में खरीदी जा रही हे इधर ज़मीं के मूल्य बढ़ रहे हें उधर किसान उन रुपयों को कुछ दिनों में ही बर्बाद कर बेरोजगार हे और देश में क्रषि भूमि खत्म हो रही हे तो दोस्तों राष्ट्रपति महोदया ने हरित क्रांती का जो आह्वान किया हे इस तरफ हमें भी कुछ तो सोचना ही होगा और तेज़ी से हो रही क्रषि भूमि के विनाश को रोकना होगा वरना क्रषि उपज और स्वच्छ वातावरण के लियें हम और हमारे देश वासी तरस जायेंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

22.12.10

एक पत्र सचिन तेंदुलकर के नाम

प्यारे सचिन तेंदुलकर भैया

सादर बल्लस्ते!

आपकी क्रिकेट में दर्ज उपलब्धियों को नमन करते हुए पत्र प्रारंभ करता हूँ ! आपने दक्षिण अफ्रीका की धरती पर १७५ वें टैस्ट मैच में ५०वां शतक क्या ठोंका हम सभी भारतीय व दुनिया वाले उल्लास से मटक मटक कर खुशी मना रहे हैं।५।५ फीट की लम्बाई लिए ३ फुटे बल्ले से आपने तो कमाल ही कर डाला. किसी क्रिकेटर को एक अर्धशतक बनाने में ही पसीने छूट जाते हैं और आपने तो शतकों का अर्धशतक बना डाला. आपके नाम पर एक दिवसीय क्रिकेट में भी ४६ शतक दर्ज हैं.हमें आशा है कि आप शीघ्र ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक भी पूरा कर ही लेंगे. अपने बल्ले से संपूर्ण विश्व को नापने वाले हे क्रिकेट के वामनावतार ३७ वर्ष की आयु में बल्लाशस्त्र धारण किए आपने एक नया अवतार लिया है। लिटिल मास्टर , तेंदल्या ,मास्टर ब्लास्टर, बांबे बांबर व जीनियस आदि को धारण करने वाले ओ क्रिकेट के खुदा जिस आयु में खिलाड़ी अपना बोरियाबिस्तर समेत कर संन्यास ग्रहण कर लेते हैं अथवा उन्हें ज़बरन संन्यास ग्रहण करवा दिया जाता है उस आयु में आप सफलता की नई कहानी लिखते जा रहे हैं. सर डॉन ब्रेडमेन की कार्बन कॉंपी हे बल्लाधर आप ही वो एक मात्र बल्लेबाज़ हो जिन्हें सर डॉन ब्रेडमेन ने मिलने के लिये स्वयं बुलाया था.हर रिकार्ड तोड़ने वाले हे रिकार्ड भंजक अब वह दिन दूर नही जब एक टैस्ट मैच में तिहरा शतक व टैस्ट मैचो में ब्रायन लारा द्वारा बनाये ४०० रनों का रिकार्ड भंग हो जाये। विस्डन पुरस्कार(१९९७),राजीव गांधी पुरस्कार (१९९७-९८) ,अर्जुन पुरस्कार (१९९४) ,पदम श्री(१९९९ ),पदम विभूषण (२००८) व आई सी सी प्लेयर ऑफ द इयर (२०१०) आदि पुरस्कारों को अपनी कांख में दबाये हुए आप निरंतर अपना बल्ला चलाकर रनों की बरसात किये जा रहे हो और आपके शिकार बेचारे गेंदबाजों की नींद उडाये जा रहे हो। सुना है कई गेंदबाजों को रात को सपनों में भी आपका बल्ला उनकी गेंद को धोता दिखाई देता है. टेस्ट मैचों में १४ मैन ऑफ द मैच व ५ मैन ऑफ द सीरीज़ लेने वाले ओ क्रिकेट वीर आपने क्रिकेट में इतने रिकार्ड बना डाले हैं कि किसी भी अन्य क्रिकेटर के लिए वहाँ तक पहुचना भी असंभव ही जान पड़ता है.क्रिकेट के मैदान की भांति आप आम जीवन में भी महान हो. चाहे किसी असहाय की सहायता का मामला हो या फिर मराठी बनाम भारतीय होने का मसला सभी जगह आपकी महानता स्पष्ट दिखाई दे जाती है. हम सभी भारतीय यह कामना करते हैं कि आप यूँ ही अपने बल्ले राजा से रिकार्डों की वर्षा कर भारत का नाम रौशन करते रहें और आपके बल्ले की मार के शिकार सभी गेंदबाज़ सदा त्राहि-त्राहि करते रहे.

शुभकामनाये देते हुए

क्रिकेटमय नमस्कार...

गुर्जर फिर ट्रेक पर सरकार बेट्रेक हुई

राजस्थान में आरक्षण की मनाग को गुर्जर फिर से रेलवे ट्रेक पर आ गये हें राजस्थान हाई कोर्ट ने सरकार द्वारा जारी गुर्जरों के आरक्षण के अध्यादेश को ख़ारिज करते हुए एक वर्ष में गुर्जरों की स्थिति की समीक्षा रिपोर्ट सरकार को तय्यार करने के लियें कहा हे , गुर्जर नेताओं का कहना हे के सरकार ने उन्हें छला हे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डेढ़ माह से उन्हें मिलने तक का वक्त नहीं दिया हे , बात सही हे हमारे राजस्थान के मुख्यमंत्री हें कोई एरे गेरे थोड़ी हे जो किसी भी पीड़ित या शिकायत करता से इतनी जल्दी मिल लेंगे उन्हें दिल्ली और चापलूसों से फुर्सत मिलेगी तब ही तो वोह समस्याओं के मामले में लोगों से बातचीत के लियें मिलेंगे गुर्जर ही नहीं कोटा के वकीलों के साथ भी उनका यही वायदा खिलाफी का व्यवहार रहा हे कई मामलों में कलेक्टर और पुलिस मुख्यमत्री जी और इनकी सरकार के मंत्रियों को सावचेत करती हे के इस मामले को बातचीत से हल कर लो लेकिन सरकार की लेटलतीफी और सरकार की हठधर्मिता के कारण नतीजा हडताल और अराजकता होती हे फिर जनता को परेशानी के बाद बात चीत होती हे गुर्जरों के साथ भी यही हुआ वायदा हुआ और फिर बातचीत के लियें वक्त नहीं मिला उन्होंने अपनी ताकत बताई तो आज सभी लोग उनसे बातचीत करने के लियें मिन्नतें कर रहे हें आखिर कोन लोग हें वोह जो मुख्यमंत्री जी को जनता और समाजों से दूर रहने की सलाह देते हें मुख्यमंत्री जी राजस्थान को समस्याओं से क्यूँ घिरे रहने देना चाहते हें आखिर वोह खुद भी इस सच्चाई का एहसास करें । अब गुर्जर को हाईकोर्ट ने नकारात्मक जवाब दिया हे लेकिन ताकत के आगे सब झुकते हें सरकार के पास भी कोई दुसरा चारा नहीं बचा हे बातचीत होगी सुर्प्रिम कोर्ट में दमदारी से अपील का वायदा होगा गुर्जरों को बेक्लोग नियुक्तियों का वचन दिया जाएगा आरक्षण एक प्रतिशत से बढाकर अन्य पिछड़ा वर्ग का काट कर २ से ३ प्रतिशत तक अस्थायी रूप से क्या जाएगा वायदा होगा और सरकार फिर भूल जाएगी कोई प्रयास नहीं करेगी अगर ऐसा ही चला तो राजस्थान एक दिन नर्क बन जाएगा आब तो खुद मुख्यमंत्री जी अगर अपनी सोच और तोर तरीकों को बदलें चमचों और चापलूसों से बहर निकलें तब कहीं जाकर राजस्थान नर्क से स्वर्ग की और जा सकता हे वरना तो समस्याएं और फिर हड़ताल धरने प्रदर्शन य्हना रोज़ की नियति बन जायेंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान