9:38 pm
Randhir Singh Suman
सम्मानीय चिट्ठाकार बन्धुओं,सादर प्रणाम,आज दिनांक २६ .०४.२०१० को ब्लोगोत्सव-२०१० के अंतर्गत प्रकाशित पोस्ट का लिंक ब्लोगोत्सव-२०१० : हम व्यस्क कब होंगे ? http://www.parikalpnaa.com/2010/04/blog-post_25.html चिट्ठाकारिता ने हमें एक नया सामाजिक आस्वादन दिया है http://www.parikalpnaa.com/2010/04/blog-post_1872.html हिन्दी ब्लॉगिंग की ताकत को कम करके आंकना बिल्कुल ठीक नहीं है:अविनाश वाचस्पति http://utsav.parikalpnaa.com/2010/04/blog-post_26.html आईये हिंदी ग़ज़ल की विकास यात्रा पर एक नजर डालते हैं.. http://www.parikalpnaa.com/2010/04/blog-post_26.html...
5:08 pm
Randhir Singh Suman
अम्बेडकर जयन्ती समारोह के दौरान गोण्डा में बसपा के मंच पर पार्टी के पदाधिकारी हनुमान शरण शुक्ला की सरेआम हत्याकर दी गई। इसी के बाद पार्टी की ओर से बढ़ चढ़ कर सफाई अभियान शुरू हुआ। मज़े की बात यह है कि इसके लिये प्रमुख सचिव ग्रह कुवंर फतेह बहादुर तथा डी0 जी0 पी0 करम वीर सिंह मैदान में उतर गये और प्रेस-कान्फ्रे़न्स में इस प्रकार बोले जैसे पार्टी-प्रवक्ता बयान दें। उन्हों ने मृतक के संबंध में कहा कि वह न तो बसपा का सदस्य था और न ही वह पार्टी की किसी समिति से जुड़ा था, वह हिस्ट्रीशीटर था, उसकी हत्या रंजिश में की गई। जब यह सवाल हुआ कि बसपा से नहीं...
8:52 pm
Mahavir Mittal
सफीदों, (हरियाणा) : हरियाणा के हिसार जिले के मिर्चपुर गांव में दलितों के घर कथित रूप से एक जाति विशेष के लोगों के द्वारा जलाए जाने की घटना से देश व प्रदेश के लोग सन्न हैं। मिर्चपुर गांव में राज्यसभा के सांसद ईश्र्वरसिंह दौरा करने के बाद एक उदघाटन के सिलसिले में सफीदों पहुंचे। इस मौके पर नेट प्रेस संवाददाता महावीर मित्तल ने इस मुद्दे पर उनके साथ खास बातचीत की। इस बातचीत में...
8:41 pm
Mahavir Mittal
सफीदों, (हरियाणा) : समाज के सभी वर्गों को आगे बढ़ाने, सभी क्षेत्रों में बराबर विकास योजनाओं का क्रियान्वयन करवाने तथा लोगों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करना ही हुड्डा सरकार का मुख्य ध्येय है। यह बात पूर्व मंत्री एवं सफीदों हलका के पूर्व विधायक बचन सिंह आर्य ने कही। वे भुसलाना गांव में आयोजित एक अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस समारोह की अध्यक्षता पूर्व मंत्री कुलबीर...
4:55 pm
Randhir Singh Suman
परमाणु अस्त्रों के सम्बन्ध में अनेक मंचों पर जब चिंता जताई जाती है तब हमकों एक कहानी याद आ जाती है-कुछ लोग एक मुर्दा उठायें हुए शमशान की ओर जा रहे थे, मोटा ताजा होने के कारण जब उसके भारीपन का एहसास हुआ तो उपाय सोचने हेतु उसे उतारा गया, फिर मुंह की ओर से कफ़न खोला, बड़ी बड़ी मूँछे देखकर एक सज्जन ने राय यह दी कि इसकी मूँछें उखाड़ लो। अस्त्रों के अप्रसार, निरस्त्रीकरण आदि के अनेक समझौते हुए, एन0 पी0 टी0, सी0 टी0 बी0 टी0 की संधियाँ काफी पहले की हैं, परन्तु समस्या जहाँ थी वही अब भी हैं। बात यह है कि हुल्लड़ वही देश मचाते है जिनके पास विश्व भर के...
2:10 pm
मेरी आवाज सुनो
हम बचपन में...
मेरी ग़ज़ल अमर उजाला कोम्पेक्ट में ( जो कविता के नाम से छप गई है )
बड़े आकार में देखने के लिए मैटर पर किल्क करें.
प्रबल प्रताप सिंह...
4:57 pm
Randhir Singh Suman
एक समय था जब रेल यात्रा सुरक्षित हुआ करती थी। धीरे-धीरे एक समय ऐसा आया जब रेलवे की टिकट खिड़कियों से लेकर टेªन के अन्दर गिरहकटी हुआ करती थी। टिकट खिड़कियों पर लिखा रहता था गिरहकटों से सावधान। गिरहकटों से सावधान पर निगाह पड़ते ही लोग अपनी-अपनी जेब देखने लगते थे और इसी में गिरहकट भांप जाते थे कि उन्हें किस जेब पर हाथ साफ करना है। टिकट हाथ में आने के जब बचा हुआ पैसा टिकट खरीदने वाला अपनी जेब में डालता था तब वह अवाक रह जाता था क्योंकि उस वक्त तक उसकी जेब साफ हो चुकी थी। लम्बी दूरी के मुसाफिर के पीछे ट्रेन में भी गिरहकट लगे रहते थे और जेब न...