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29.1.10

कैसे मिले गरीब को भोजन ?



महंगाई अपनी चरम सीमा पर है। आम आदमी की आय में कोई वृद्धि नहीं हो रही है। सरकार द्वारा सार्वजानिक वितरण प्रणाली उत्तर प्रदेश में ध्वस्त हो गयी है आपूर्ति विभाग के जिला पूर्ती अधिकारी से लेकर विपणन विभाग के अधिकारीयों तक केंद्र सरकार द्वारा सस्ते दामो पर उपलब्ध कराये खाद्यान को सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों से वितरित होता है किन्तु कई सालों से आपूर्ति विभाग के अफसर फर्जी लिखा पढ़ी करवाकर गेंहू को सीधे फ्लोर मीलों को बेच देते हैं। चावल को महंगे दामो पर खुले बाजार में बेचने का काम भी करते हैं अब जनता को सस्ते दामो पर दालें भी बेचने का काम आपूर्ति विभाग के जिम्मे किया गया है। भगवान् ही मालिक होगा आज जरूरत इस बात की है की इनके अधिकारियो और कर्मचारियों की संपत्तियों की जांच हो तो 99 प्रतिशत यह लोग आर्थिक अपराधी हैं और आर्थिक अपराधियों की जगह जेल होती है लेकिन भ्रष्ट व्यवस्था में भ्रष्टाचारियों को ही व्यवस्था का प्रमुख बनाया जाता है । इस तरह से कैसे मिलेगी गरीब आदमियों की रोटी इस पर एक प्रश्नवाचक चिन्ह है ।
फोटो साभार: google

28.1.10

पुलिस व अपराधियों का गठजोड़

उत्तर प्रदेश पुलिस के आरमोरर श्री राजेश कुमार सिंह को उनके साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया उनके पास से सौ कारतूस 9 एमएम, ए.के 47 के 49 कारतूस व एस.अल.आर व खाली कारतूसों के 498 खोखे भी बरामद किये गए। पुलिस और अपराधियों का गठजोड़ काफी दिनों से कार्य कर रहा है अपराधियों को शस्त्रों व कारतूसों की सप्लाई पुलिस विभाग से ही होती है प्रतिबंधित बोर के आर्म्स के कारतूस बाजार में नहीं मिल सकते हैं उनकी सप्लाई पूरे देश में नियोजित तरीके से अपराधियों को होती है।
अपराधियों, पुलिस व राजनेताओं का गठजोड़ संगठित अपराधों को बढ़ावा देता है। चाहे दिल्ली हो चाहे मुंबई हो शस्त्रों की सप्लाई व अपराधी समूहों को संरक्षण इस गठजोड़ से मिलता है, जबतक इस गठजोड़ को ईमानदारी से नष्ट नहीं किया जायेगा तब तक संगठित अपराध होते रहेंगे। अपराधियों ने अपने गठजोड़ में कार्यपालिका के भी अधिकारियो को शामिल कर रखा है। राजनीतिक दल तो उनके लिए कार्य करते ही रहते हैं। गणतंत्र दिवस के दिन पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के गोसाबा के छोटामोल्लाखाली थाना में बंद एक कैदी को छुड़ाने के लिए तृणमूल कांग्रेस के लोग थाने पर हमला कर पुलिस वालों की पिटाई कर कैदी को छुड़ा ले गएआज आवश्यकता इस बात की है की राजनीतिक दलों को अपराधिक पृष्टभूमि वाले लोगों को अपने दल से निष्काषित करना होगा

27.1.10

अगले वर्ष हिन्दुस्तान के महाभ्रष्ट को भारत रत्न मिल सकता है


केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर अनिवासी भारतीय अमेरिकन संत सिंह चटवाल को पद्मभूषण से सम्मानित किया है श्री संत सिंह चटवाल ने नब्बे लाख डालर का घोटाला स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में किया था। जिसकी जांच सी.बी.आई ने की थी । जांच उपरांत सी.बी.आई ने संत सिंह चटवाल के खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल कर दिया है।
सरकार के इस कदम से यह साबित होता है कि भ्रष्टाचार व आर्थिक अपराधियों को पद्मभूषण से सम्मानित किया जाना उसको मान्यता देना है । सरकार आने वाले वर्षों में देश में सबसे बड़े आर्थिक अपराधी व भ्रष्टाचारी को भारत रत्न भी दे सकती है सरकार के इस कदम से यह लगता है की श्री संत सिंह चटवाल अगर भारतीय नागरिक होते तो उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जा सकता था।
पद्मभूषण श्री संत सिंह चटवाल I

26.1.10

२६ जनवरी के गौरवमई पर्व पर भाईचारे का सन्देश


ना तेरा खुदा कोई और है I
ना मेरा खुदा कोई और है II
*
ये जो रास्ते हैं जुदा-जुदा I
ये मामला कोई और है II
*
जिसे ढूंढता है तू यहाँ-वहाँ I
दिल में तेरे वो मौजूद है II
*
जिसे मिल गया एक बार वो I
उसका सारा संसार है II
*
ना तेरा खुदा कोई और है I
ना मेरा खुदा कोई और है II
***

बोलो देश बंधुओं मेरे, वे कैसा गणतंत्र मनाएं........


















फल, सब्जी, शक्कर हुआ सपना, यही कमर तोड़ महंगाई में,
ईद का चाँद हुई दालें, सौ रुपया रोज कमाई में।
बच्चे रोटी दाल को तरसें, मटरफ़ली देखि ललचायें॥ बोलो देश.....
तीस साल तक लड़े मुकदमा, हत्यारे सब बरी होई गए।
टूटी थी अंधे की लाठी, गहनों, खेत मकान बिक गए।
शोक मनाये मात-पिता कि, न्यायपालिका के गुण गायें। बोलो देश..........
फर्जी मुठभेड़ों में जिनके, प्रिय जन स्वर्ग सिधार गए।
जो भ्रष्ट व्यवस्था, सत्ता के, गुंडों से लड़कर हार गए।
जो नीर अपराधीन नवजवान हिंसक आतंकी कहलाएं॥ बोलो देश.........
गुजरात, उड़ीसा, महाराष्ट्र में, जो जिन्दा ही दफ़न हो गए,
धू-धूकर जलते भवनों में, जिनके प्रिय बेकफ़न सो गए।
जो अपना सर्वस्व गवांकर, शिविरों में जिंदगी बिताएं॥ बोलो देश.......
गोदें सूनी हुई और जिन मांगों के सिन्दूर धुल गए।
भस्म हुए स्वर्णिम सपने, आँखों में बनकर अश्रु घुल गए।
रक्षक पुलिस बन गयी भक्षक, दंगाई मिलि आग लगायें ॥ बोलो देश......
गए कमाने मायानगरी, बीवी बच्चे आस लगाए,
राजठाकरे के गुंडों से, बचकर फिर न वापस आये।
मातम करें आश्रित या कि, संविधान की महिमा गाएं॥ बोलो देश......
संविधान की ऐसी की तैसी, करते गुंडे व्यभिचारी,
कर रहे कलंकित रक्षक पद, राठौर सरीखे अधिकारी।
जो स्वदेश में छिपते फिरते, कैसे मान सम्मान बचाएँ॥ बोलो देश.....
मृतक घोषित कर, वारिस बन, माफिया जमीन हथियाय रहे।
न्यायलयों में जा जाकर, मुर्दे फ़रियाद सुनाये रहे।
हम जीवित है हम जीवित हैं, वे जगह-जगह प्रमाण दिखाएं॥ बोलो देश.....
जिनके पुरखे देश के लिए, शीश कटाए रक्त बहाए।
मात्रभूमि की रक्षा हित जो, तन-मन-धन सर्वस्व लुटाये॥
झुग्गी झोपड़ियों में रहकर, घुट-घुटकर जिंदगी बिताएं॥ बोलो देश.......
काल बनी मेहँदी की लाली, दुल्हन के जोड़े कफ़न बन गए,
सेज सुहाग की चिता बन गयी, सारे सपने दफ़न हो गए।
चढ़ी दहेज़ की बलि वेदी पर, जिनकी बहन, बेटियाँ, माएं॥ बोलो देश......
फटे चीथड़ों में कितनी, माँ बहनें छिपकर लाज बचाएँ॥ बोलो देश......
आज भी लाखों नन्हे मुन्ने, रोते-रोते सो जाते हैं।
भूख कुपोषण बीमारी से, तड़प-तड़पकर मर जाते हैं॥
वे क्या जाने लोकतंत्र औ क्या गणतंत्र की महिमा गायें॥ बोलो देश.........
फटा सुथन्ना पहन के बुधुआ, झूम-झूम जन गण मन गाये।
नंग धडंग खड़ा दुवारे, घिसुआ देख-देख मुस्काये॥
छोडो अनंत कथा यह बंधू , आओ जन गण मंगल गाएँ॥
बुधुआ गाए, घिसुआ गाए, दुखना बंधुना काकी गाएँ।
नेता अभिनेता सब गाएँ, व्यभिचारी अचारी गाएँ॥
मिलावटखोर व्यापारी गाएँ, महाभ्रष्ट अधिकारी गाएँ।
चली आ रही वर्षों से, यह परंपरा हम आप निभाएं॥


मोहम्मद जमील शास्त्री

गणतंत्र दिवस मनाया धूमधाम से

फतेहाबाद। हरियाणा के गृह राज्य मन्त्री गोपाल काण्डा ने 61वें गणतन्त्र दिवस पर स्थानीय पुलिस लाईन मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सलामी ली। उन्होंने परेड का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर देशवासियों के नाम अपने सम्बोधन में श्री काण्डा ने कहा कि देश के असंख्य शुरवीरों ने अपना बलिदान दे कर हमें आजादी दिलवाई। हमें समानता,सामाजिक न्याय,विचारों की अभिव्यक्ति जैसे अवसर उपलब्ध हुए। आज ही के दिन हमने एक समता पर आधारित समाजवादी गणराज्य की परिकल्पना के साथ सविंधान को अपनाया। दुनियां में भारतीय लोकतन्त्र और सविंधान श्रेष्ठ है। बलिदान की अमर गाथा लिखने वाले क्रंातिकारियों के उच्च आर्दश हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत है । युवा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। श्री काण्डा ने कहा कि हरियाणाा सरकार की परिकल्पना प्रदेश को विकास की दृष्टि से देश में अग्रणी राज्य बनाना है। सरकार किसान, मजदूर,कर्मचारी,व्यापारी,कमजोर वर्ग, महिलाओं, स्वतन्त्रता सेनानियों व युवाओं के कल्याण के प्रति समर्पित है। सरकार का मामना है कि विकास का लाभ गरीब से गरीब व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार ने वर्ष 2009 को किसान मजदूर वर्ष के रूप में मनाया। किसानों के कल्याण सम्बधी अनेक योजनाओं को लागू किया। किसान की जमीन नीलाम होने जैसे काले कानून खत्म किए। गन्ने का भाव 185 रुपए प्रति क्विंटल दिया। आगामी वर्ष के लिए गन्ने का भाव 210 रुपए प्रति क्ंिवटल पहले ही घोषित कर दिया है। फसली ऋणों पर ब्याज दर 11 से घटा कर 4 प्रतिशत कर दी है। राज्य ब्याज राहत योजना लागू की है। गृह राज्य मन्त्री ने कहा कि वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना 300 रुपए से बढा कर 700रुपए कर दिया है। इस मासिक भत्ते में 50 रुपए प्रति वर्ष बढोतरी भी होगी। विधवा पैंशन को बढा कर 750 रुपए कर दिया है। विज्ञान को छोड़कर अन्य विषयों के बारहवीं पास युवकों को 500 रुपये मासिक, विज्ञान विषय सहित बारहवीं पास को 750 रुपये मासिक, स्नातक को 750 रुपये मासिक तथा विज्ञान स्नातक को 1000 रुपये मासिक बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। बारहवीं पास लड़कियों को 900 रुपये मासिक तथा स्नातक का बेरोजगारी भत्ता 1500 रुपये मासिक किया गया है। इसी प्रकार, बेसहारा बच्चों को वित्तीय सहायता के तौर पर 200 रुपये मासिक दिया जा रहा है। हमारी सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं, हैल्परों, स्वतन्त्रता सेनानियों तथा पंचायती राज संस्थाओं के मानदेय में भी बढ़ोतरी की है। उन्होंने कहा कि बिजली का घरेलू कनैक्शन महिला के नाम होने पर पर बिल में दस पैसे प्रति यूनिट की और महिलाओं के नाम संपति के हस्तांतरण किये जाने पर स्टाम्प शुल्क में 25 से 30 प्रतिशत तक छूट दी गई है। शिक्षकों की भर्ती में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत पद आरक्षित किये गये हैं। समेकित बाल विकास सेवाओं के अंतर्गत नई पहल करते हुए पोषाहार दरों में बढ़ोतरी की गई है और पूरक पोषाहार महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किया जा रहा है, जिससे 75 हजार ग्रामीण महिलाओं को रोज़गार मिलने की संभावना है।सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की स्मृति में बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए 'इंदिरा बाल स्वास्थ्य योजना' शुरू करने का निर्णय लिया है। प्रदेशभर में यह योजना 26 जनवरी, 2010 यानि आज से ही शुरू हो रही है। इस पर लगभग 21 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। श्री काण्डा ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री रहे पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन के अवसर पर भी मुख्यमंत्री ने दो नयी योजनाएं शुरू की है। ये योजनाएं भी आज से ही प्रदेशभर में शुरू की जा रही है। इनमें 'नेहरू बाल दृष्टिï योजनाÓ और 'हरियाणा स्वास्थ्य वाहन सेवा योजना' के तहत 102 नंबर पर एम्बुलेंस सेवायें प्रदान की जाएगी। अब तक एम्बुलेंस सेवायें शहरी क्षेत्रों में ही उपलब्ध थी, परन्तु अब यह सुविधा ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिये भी उपलब्ध करवाई जा रही है। इस वाहन सेवा के अंतर्गत राज्य के सभी जिलों में 319 एम्बुलेंस वाहन संचालित किये गये हैं और जल्द ही ऐसे 100 और एम्बुलेंस वाहन इस बेड़े में शामिल किये जायेंगे। यह एम्बुलेंस सेवा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे परिवारों के रोगियों, अधिसूचित मलिन बस्ति वासियों, सड़क दुर्घटनाओं के पीडि़तों, गर्भवती महिलाओं, स्वतन्त्रता सेनानियों के परिवारों तथा भूतपूर्व सैनिकों के लिये मुफ्त उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि फतेहाबाद जिले के कुम्हारिया-काजलहेड़ी-गोरखपुर गांवों में परमाणु बिजली घर बनाने के लिए राष्ट्रीय परमाणु विद्युत निगम द्वारा सैद्धांतिक रूप में मंजूरी मिल गयी है। वहां पर 700-700 मेगावाट की चार इकाईयां लगाई जाएंगी। इस प्रकार से परमाणु संयंत्रों के निर्माण पर करीब 12,000 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। इससे प्रदेश के किसानों, उद्योगपतियों, कारोबारी समुदाय और घरबारी लोगों को बिजली की समस्या से निजात मिलेगी और अगले कुछ वर्षों में हरियाणा को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाने का सरकार का वायदा पूरा होगा। उन्होंने कहा कि नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री ने सड़कों और आधारभूत ढांचे के विकास की इस महत्वाकांक्षी योजना 'राजीव गांधी पुल सड़क एवं आधारभूत ढांचा विकास कार्यक्रमÓ के दूसरे चरण की शुरुआत 2 नवंबर, 2009 को की है। इस परियोजना के अन्तर्गत सड़कों के सुधारीकरण तथा नई सड़कें बनाने के लिए मार्च 2013 तक 5,000 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जायेगी। श्री काण्डा ने सभी को गणतन्त्र दिवस की बधाई दी और एकजुट हो कर विकास करने का सकंल्प दोहराया। उन्होंने प्रशंसनीय कार्य करने वाले नागरिकों, अधिकारियो,कर्मचारियों, ग्राम पंचायतों व स्वंय सेवीं संस्थाओं के प्रतिनिधिओं का सम्मानित भी किया। गणतन्त्र दिवस समारोह पर विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भव्य पीटी शो, डम्बल शौ, लेजियम शौ, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम स्थान डैफोडिल पब्लिक स्कूल के हरियाणवीं डांस को मिला । परेड में हरियाणा पुलिस की टुकड़ी ने प्रथम, गर्लगाईड ने द्वितीय व डीएवी बैंड ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। झांकियों में प्रथम स्थान स्वास्थ्य विभाग द्वारा नेत्र दान बारे, दूसरे स्थान पर महिला बाल विकास विभाग द्वारा कन्या भ्रूण हत्या रोकने बारे तथा तीसरा स्थान उद्यान विभाग की औषधिय पौधो सम्बधी झांकी को मिला। गृह राज्य मन्त्री ने इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले व अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत करने वालों को अपनी ओर से डेढ लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की। इस के उपरान्त उन्होंने स्थानीय सामान्य अस्पताल में बनाए गए आई कलैक्शन सैन्टर का उद्घाटन किया। उन्होंने मरीजों को फल भी वितरित किए। इस अवसर पर उपायुक्त सी जी रजिनीकांथन, पुलिस कप्तान जगवन्त लाम्बा, जिला सत्र एवं न्यायधीश आर एस विर्क, उपमण्डलाधीश डा. जय कृष्ण आभीर, नगराधीश सतीश जैन, उप-पुलिस अधीक्षक नृपजीत सिंह, पूर्व विधायक बलबीर चौधरी, गुलबहार एडवोकेट, आन्नद वीर गिल्लाखेड़ा, शरद बतरा, मुखत्यार सिंह सदर, सुशील बिश्रोई, कृष्णा पूनियां, सहित स्वतन्त्रता सेनानियों व कारगिल शहीदो के आश्रित, गणमान्य व्यक्ति व स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

25.1.10

मंगलमयी और ऐतिहासिक शादियां करवाकर मनाया शाह सतनाम जी महाराज का जन्मदिन

पूज्य गुरू जी की पावन उपस्थिति व लाखों की साध संगत की उपस्थिति में विवाह बंधन में बंधी 5 'शुभदेवियां'
सिरसा डेरा सच्चा सौदा के दूसरे गद्दीनशीन संत परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज का पावन जन्मदिवस डेरा सच्चा सौदा में धूमधाम से मनाया गया। इस पावन अवसर पर देश विदेश से करीब एक करोड़ की संख्या में साध संगत ने शिरकत की तथा पूजनीय संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन वचनों का श्रवण किया। इस पावन दिवस पर डेरा सच्चा सौदा ने एक और मंगलमयी व ऐतिहासिक शुरूआत करते हुए वेश्यावृति त्यागकर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने वाली युवतियों तथा किन्नरों के उद्धार के लिए डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए गए महायज्ञ की पहली कड़ी वेश्यावृति की बुराई को त्याग कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने वाली 5 युवतियों की शादियां करवाई गई। पूज्य गुरू जी ने इन युवतियों को 'शुभदेवी' के नाम से नवाजा वहीं युवकों को पूज्य गुरू जी द्वारा पहले ही 'भक्तयोद्धा' की संज्ञा दी गई है। यह शादियां पूर्णत: गुप्त ढंग से करवाई गई। भंडारें के दौरान पूज्य गुरू जी ने आई हुई साध संगत को परम पिता शाह सतनाम जी महाराज के जन्ममाह की बधाई दी। इस अवसर पर पूज्य गुरू जी ने कहा कि करीब डेढ माह पूर्व वेश्यावृति त्यागकर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने वाली युवतियों तथा किन्नरों के उद्धार के लिए डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए गए महायज्ञ की पहली कड़ी की शुरूआत आज सच्चे मुर्शिदे कामिल परम पिता शाह सतनाम जी महाराज के पावन जन्मदिवस से की जा रही है। उन्होने बताया कि समाज व मजबूरी ने जिनको वेश्या बना दिया तथा गलत नाम दिया। उनको डेरा सच्चा सौदा ने बेटियों और बहनों के रूप में अपनाया है। पूज्य गुरू जी ने आह्वान किया कि समाज वाले हरामखोरी के लिए वहां जाते है,उन्हे लाहनत है। संत जी ने कहा कि सच्चा रिश्ता पति पत्नी का रिशता है बाकी सब घोर पाप है। इस अवसर पर संत जी ने वेश्यावृति का धंधा करने वाली युवतियों से आह्वान किया कि वे बुराइयों को त्याग कर जीने की कला सिखे। शादी समारोह में बुराइयों का दलदल त्यागकर अपना घर परिवार बसाने की शुरूआत करने वाली युवतियों को पूज्य गुरू जी ने 'शुभदेवी' की उपाधि दी। पूज्य गुरू जी ने कहा कि वे ईश्वर, परमात्मा से प्रार्थना करते है कि ये जिस भी घर में जाए वहां खुशियां लाएं। इतिहास में पहली बार हुई इस तरह की शादी को पूर्णत गुप्त रखा गया। नवविवाहित युवक व युवती की पहचान पूर्णत: गुप्त रखी गई। करीब एक करोड़ लोगों की उपस्थिति में हुई इन शादियों में जहां युवतियों के चेहरों पर लाल रंग का बुर्का पहनाया हुआ था वहीं दुल्हों के चेहरे भी पूर्णत छुपाए हुए थे। 'शुभदेवी' के पिता के नाम के आगे पूज्य संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी का नाम उल्लेखित किया गया। इस अवसर पर स्वयं पूज्य गुरू जी ने नवविवाहित युवतियों को अपनी नेक कमाई से 25-25 हजार रूपये प्रदान किए। वही डेरा सच्चा सौदा के शाही परिवार के सदस्यों ने 1 लाख 25 हजार रूपये प्रदान किए। इसके अलावा 'शुभदेवी' को 25 सुट, लहंगा, गर्म कपड़े प्रदान किए गए वही 'भक्तयोद्धा' को 7 जोड़ी कपड़े, पेंट-कोट, जूते इत्यािद प्रदान किए गए। इस अवसर पर पांचों भक्त योद्धाओं के परिवारों ने शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स के भलाई फंड में 3 लाख 33 हजार रूपये बैंक में जमा करवाए इसके साथ ही परिजनों ने मरणोंपरात शरीरदान,नेत्रदान का प्रण लिया। इस ऐतिहासिक लम्हे के दौरान स्वयं पूज्य गुरू जी ने तालियां बजाकर इस लम्हे को और अधिक ऐतिहासिक बना दिया वहीं सत्संग पंडाल में उपस्थित साध संगत ने भी इस पावन अवसर पर नाच गाकर खुशियां मनाई।