2:02 pm
अबयज़ ख़ान
चलिए नए साल पर एक खुशख़बरी उन मर्दों के लिए जो शादी के बाद भी पति-पत्नी और वो के चक्कर से निकले नहीं हैं... और खुशख़बरी उनकी पत्नियों के लिए भी जो अपने दिलफेंक मियां से आजिज़ आ चुकी थीं... घबराइये मत... जो काम आपके पति कर रहे हैं वो उनकी ज़िंदगी में तो रंग भर ही रहा है, आपकी शादी-शुदा ज़िंदगी में भी उससे बहार आ जाएगी...और पढ़ने के लिए तशरीफ लाएं...http://abyazk.blogspot.c...
11:36 am
संगीता पुरी
2012 के दिसंबर में होने वाले प्रलय के भयानक रूप में प्रचार के बाद मेरे पास कुछ पाठकों के मेल आए। उन्हीं का जबाब देने के क्रम में और 21 दिसंबर 2012 के ग्रह स्थिति की जांच पडताल करने के क्रम में कुछ प्राकृतिक आपदाओं की तिथियों पर मेरा ध्यान आकृष्ट हुआ। संयोग था कि पूरे दिसंबर मेरे गुरू और पिताजी मेरे साथ रहे, इससे ग्रहों के स्वभाव को जानने में मुझे बहुत मदद मिली। प्राकृतिक आपदाओं के अध्ययन के इसी क्रम में मेरा ध्यान 13 से 16 जनवरी की भयावह स्थिति पर गया , तो मैने तुरंत एक पोस्ट डाल दी। इस पोस्ट पर पाठकों द्वारा बहुत विरोध भी दर्ज...
11:35 pm
दीपक कुमार भानरे
बढती मंहगाई पर मीडिया और समाचार पत्र लगातार ख़बरें पर ख़बरें दिखा रहें हैं और छाप रहें हैं । महंगाई है सुरसा की मुख की तरह दिन दूनी और रात चोगुनी कहावत को चरितार्थ करते हुए गुणात्मक वृद्धि करती जा रही है , आवश्यक वस्तुओं के दाम आसमान छू रहें है चाहे अनाज की बात करें या फिर शक्कर की या फिर सब्जी की , सभी के दाम एक एक कर आम जनता की क्रय शक्ति से दूर होते जा रहें है । किन्तु सरकार है की उसके कानो मैं जूँ तक नहीं रेंग रही है । कृषि मंत्री की बात करें तो असम्वेदन हीनता का परिचय देते हुए महंगाई को रोकने मैं असमर्थता जताते हुए खुद को और सरकार को असहाय बता...
7:04 pm
Randhir Singh Suman
'न्यायिक स्वतंत्रता किसी न्यायधीश का विसेशाधिकार नहीं बल्कि वह कानून और साक्ष्य के आधार पर इमानदारी और निष्पक्षता से निर्णय करने के लिए प्रत्येक न्यायधीश पर डाली गयी जिम्मेदारी है। '
-माननीय दिल्ली हाई कोर्ट
माननीय उच्च न्यायलय के मुख्य न्यायधीश ए.पी शाह की अध्यक्षता वाली पूर्ण पीठ ने माननीय उच्चतम न्यायलय की याचिका को ख़ारिज कर दिया। सवाल यह था कि सूचना अधिकार अधिनियम के तहत सूचनाएं प्राप्त करने का अधिकार जनता को न्यायपालिका से है या नहीं, यह विवाद काफी दिन से चल रहा था। चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया का कहना था कि उनका पद सूचना अधिकार अधिनियम के तहत...
7:36 pm
Randhir Singh Suman
न्याय विभाग में अकुशल पीठासीन अधिकारियों के कारण जनता को न्याय नहीं मिल पा रहा है । मिलावट के कानून के एक जजमेंट में अपर सत्र न्यायधीश ने माननीय उच्च न्यायलय के समक्ष यह स्वीकार किया कि उन्हें अंतर्गत धरा 272 आई.पी.सी के तहत कितनी सजा देनी चाहिए थी उसकी जानकारी नहीं थी । विधि के अनुसार यह माना जाता है कि कानून जैसे बन गया उसकी जानकारी भारतीय संघ से सम्बंधित सारे लोगो को हो गयी है । न्याय विभाग में गुण-दोष के आधार पर निर्णय नहीं हो पा रहे हैं इसलिए भी वाद लंबित रहते हैं । अकुशल पीठासीन अधिकारी अपने सारे अपराधिक वाद के जजमेंट में सजा सुना कर इतिश्री...
7:03 pm
मेरी आवाज सुनो

घटना -एक
टेस्ट ट्यूब बेबी को गर्भ में मारने की कोशिश,
डाक्टर पिता गिरफ्तार
कानपुर,( मेआसु ). लाला लाजपत राय अस्पताल में कार्यरत डाक्टर नीना मोहन रायजादा ने छह दिसम्बर को...
4:14 pm
Manmohit Grover
चंडीगढ़। इनेलो प्रमुख व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओम प्रकाश चौटाला ने केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पंवार के चीनी के दामों को लेकर दिए गए बयान को बेहद गैरजिम्मेदराना और कांग्रेस की बौखलाहट का प्रतीक बताते हुए उन्हें तुरंत केंद्रीय कृषिमंत्री के पद से त्यागपत्र दिए जाने की मांग की है। इनेलो प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण आज चीनी सहित सभी जरूरी चीजों और खाद्य पदार्थोँ के दाम आसमान को छू रहे हैं और केंद्रीय कृषिमंत्री का यह बयान कि वे कोई ज्योतिषी नहीं कि वे बता सकें की चीनी कब सस्ती होगी, महंगाई से त्रस्त देश के करोड़ों लोगों...