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15.12.09

रमेश मेहता की अध्यक्षता में शोक सभा आयोजित

सिरसा: आज जिला इनेलो कार्यालय में इनेलो के कानूनी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रमेश मेहता एडवोकेट की अध्यक्षता में एक शोक सभा हुई। इस शोक सभा में इनेलो के वरिष्ठ नेता व इनेलो कानूनी प्रकोष्ठ के पूर्व जिला अध्यक्ष श्री नेम चंद मोदी एडवोकेट एवं उनकी बहन के आकस्मिक निधन पर इनेलो के सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धासुमन अर्पित किए और ईश्वर से प्रार्थना की कि ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने चरणों में स्थान दें और परिवारिक सदस्यों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे। श्री मेहता ने श्री नेम चंद मोदी को पार्टी का एक निष्ठावान कार्यकर्ता व समाज सेवी बताते हुए कहा कि पार्टी व समाज उनके द्वारा किए गए कार्यों को हमेशा याद करेंगी। इस शोक सभा में पूर्व चेयरमैन अमीर चावला, प्रदीप मेहता, लीलाधर सैनी, हरी प्रकाश बतरा, महावीर बागड़ी, मनोहर मेहता, हरदयाल मोंगा, कृष्णा फोगाट, प्रोमिला शर्मा, अशोक वर्मा, बंसी सचदेवा, डा. राधेश्याम शर्मा, डा. हरि ङ्क्षसह भारी, बलवंत सिंह यादव, औम प्रकाश सिहाग, मक्खन स्वामी, विजय बांसल, नरेंद्र मेहता, दिनेश बांसल, चंद्र जैन, गंगा राम बजाज, गजानंद सोनी, सीता राम बटनवाला, कृष्ण गुम्बर, विनोद दड़बी, सुभाष कम्बोज, डिंपल कम्बोज, आत्म रोहिल्ला, संदीप कम्बोज, अशोक गांधी, गणेश सेठी, महावीर शर्मा, रणधीर सिंह विर्क, अजीत जैन, धर्मपाल कायत, सुरेश कुक्कू, श्याम इंदौरा, औम प्रकाश कपड़ेवाला, अरविंद इंदौरा, कृष्ण टांटिया, आत्मा राम सरपंच, कृष्ण ढाका, हरपाल कासनियां, नरेंद्र सैन, ब्रहमानंद सुथार, अमित गनेरीवाला, पुखराज चौहान, रमेश बिश्रोई आदि इनेलो नेता उपस्थित थे।

‘‘आस्तीन के सांप और दूध पिलाने वाले’’

अब हैं हमारे जनप्रतिनिधि महान
जो करते हैं राजनीति जाति, धर्म और क्षेत्रवाद की।
पर लागू नहीं होता कोई कानून,
न लगता है NSA, न लगता है मकोका।
आखिर जनता और रियाया है इन्ही के खिलवाड़ की चीज।
क्यूं नही लगवाते रोक, जाति, धर्म और क्षेत्रवाद की राजनीति पर?
न्हीं लगवायेंगे! क्योंकि हमाम में सब हैं नंगे।
क्या राष्ट्रीय! क्या क्षेत्रीय!
इन्होंने ही तो पाला था भस्मासुर पंजाब का,
जिसने मरवाये, बच्चे, बूढ़े, महिलाएं अनेक,
जिनकी तादात हजारों में नहीं लाखों में थी।
यही हाल कश्मीर, आसाम, मणिपुर का अभी भी है।
मरे जा रहे हैं रोज अनेक, कभी गोलियों से, कभी बारूद के धमाकों से,
उड़ते हैं चीथड़े, खून के लोथड़े, इंसानी अंगों के और इंसानियत के भी।
मरते हैं रोज वर्दी वाले या बिना वर्दी के,
हैं तो सब ही भारत मां के सपूत।
फिर ऐसा क्यूं होता है?
वर्दी वाला मरा तो इंसान मरा, बिना वर्दी के मरा तो कुत्ता मरा।
आखिर क्यूं चलवाते हैं,
प्रदर्शनकारी भीड़ पर गोली?
आखिर क्यों करवाते हैं,
फर्जी एन्काउन्टरों में सतत् हत्यायें?
आखिर क्यूं छीनते हैं,
जीवित रहने का नैसर्गिक संवैधानिक अधिकार?
कानून व्यवस्था के बहाने, फर्जी क्राइम रिकार्ड के नाम
सिर्फ और सिर्फ फर्जी आंकड़ेबाजी के लिए,
जनता को ही बेवकूफ बना झूठी वाहवाही के लिए।
जनता का ध्यान मूल मुद्दों से हटाने के लिए,
छोड़ते रहते हैं शिगूफों पर शिगूफे, ताकि आये ही न ध्यान,
रोटी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ्य, शिक्षा और महंगाई का।
हमारे ही प्रतिनिधि, मुखिया सरकार के,
चलवाते हैं बाकायदा अभियान,
भरते हैं जेलें गरीब गुरबा जनता से,
फर्जी मुकदमें तो है बपौती, पुलिस और प्रशासन की।
क्या इस अमानवीयता के बिना कानून व्यवस्था रह जाएगी अधूरी।
खड़ा है इस भ्रष्टाचार की नींव पर,
घूस के रूपयों का बहुत बड़ा साम्राज्य।
दबी जा रही है अदालतें ढाई करोड़ मुकदमों के बोझ से,
बेगुनाह साबित होने में लग जाते हैं चार-छः साल।
फिर भी छीना ही जाता रहता है जनता का,
सामान्य जीवन जीने का संवैधानिक अधिकार
होती रहेंगी सतत् हत्यायें मानवता की फर्जी एन्काउन्टरों में।
क्यूं बढ़ावा देते रहते हैं झूठी बहादुरी को?
तमगे और आउट आॅफ टर्न प्रमोशन देकर।
आखिर क्यूं करवाते रहते हैं सतत्,
संविधान की हत्या?
जबकि संविधान से ही पाते हैं,
ताकत और शासन का अधिकार।
फिर क्यूं रख देते हैं संविधान को,
सजाकर सिर्फ अलमारी में?
जहन से निकाल ही क्यूं देते हैं,
संविधान और जनता को?
फिर भी देते फिरते हैं संविधान की दुहाई।
जनता को सिर्फ बेवकूफ बनाने की खातिर।
जबकि खुद ही नहीं करते संविधान का पालन,
करते हैं राजनीति - जाति, धर्म, क्षेत्रवाद और हत्या की।
आखिर ऐसा क्यूं है?
वर्दी वाला मरा तो इंसान मरा, बिना वर्दी के मरा तो कुत्ता मरा।
बागी भी तो हैं इंसान और भारत मां के ही सपूत।
पर उनके मन में है एक आग,
उस आग को ही क्यूं ठंडा नहीं करते?
पानी क्यूं नहीं डालते उस पर?
इंसान क्यूं मारते हैं?
क्यूं बनाते हैं, नीति दमनकारी?
आखिर जानबूझकर क्यूं करते हैं नीतिगत गलती?
वह आग पैदा तो आप ही करते हैं,
आकण्ठ व्याप्त भ्रष्टाचार की विष बेल पर।
आखिर क्यूं पिला रहे हैं दूध आस्तीन के सांपों को?
क्या राज्य की कुर्सी राष्ट्र से ज्यादा जरूरी है?
एक राज्य में कुर्सी न मिले तो क्या कम रह जाता रूतबा राष्ट्र में?
इंदिरा का बलिदान क्या कम है समझने के लिए?
क्यूं नहीं करते स्वच्छ पारदर्शी राजनीति?
क्या तब पेट न भरेगा या रोटी पड़ जाएगी कम?
जिन्ना ने मरवाया था बीस लाख, ठाकरे और राज मरवायेंगे करोड़ों।
जिन्ना ने करवाया था देश के दो टुकड़े, प्रान्त में छिपे जिन्ना करवायेंगे अनेक।
फिर क्यूं नहीं लगवाते रोक, जाति, धर्म और क्षेत्रवाद की राजनीति पर?
नजर बन्द करें इन भस्मासुरों को या डालें काल कोठरियों में।
इन्हें पूरी तरह काट दें समाज और देश दुनिया से।
संेसर काटें इनकी जहरीली वाणी का,
नहीं घुलेगा जहर समाज में नहीं लगेगी आग।
अभियान7 चलाना है तो चलाएं इनके ही खिलाफ,
और शासन तन्त्र में आकण्ठ व्याप्त भ्रष्टाचार के ही खिलाफ।
जो है राष्ट्रद्रोह से भी बढ़कर राष्ट्र के जन-जन के प्रति अपराध,
यही है असली अपराधी समाज के।
ताज में कसाब से निपटाया ब्लैक कैट
बार्डर के दुश्मनों से तो निपट सकते हैं तोप और बुलेट से पर,
आस्तीन के सापों से निपटेंगे कैसे?
माहिर पुलिस रोज करती है फर्जी मुठभेड़ मरते हैं अनेक
क्या है कोई व्यवस्था देश में?
जो इन भस्मासुरों से करे वास्तविक मुठभेड़।
क्यूं बढ़ने और पकने ही दें ऐसे फोड़ों को?
जो बन जाएं नासूर रिसने लगे मवाद और खून।
शुरू में ही क्यूं नहीं नश्तर से देते चीर,
ऐसे गम्भीरतम मामलों में?
कहां खो गयी है विशेषता राष्ट्र की?
कुछ बताएंगे विधि-विशेषज्ञ,
कुछ करेंगे, हमारे विद्वान न्यायाधीश।
इतने बड़े देश में एक अरब की आबादी में।
जूझ रहा है निहत्था सिर्फ एक खिलाड़ी महान।
क्या है कोई ‘‘जांबाज मानुस’’ जो करे मुठभेड़,
अन्त करे इन भस्मासुरों का आस्तीन के सांपों का।।

- महेन्द्र द्विवेदी

14.12.09

अंग्रेजी की महत्वत्ता पर सैमिनार

सिरसा: सिरसा में श्री पार्शव नाथ स्पोकन सैंटर द्वारा टाटा इन्फोटेक तथा कीर्ति नगर स्थित मोडरन सैंटर में अंग्रेजी की महत्वत्ता पर सैमिनार आयोजित किया गया जिसमें श्री पार्शव नाथ स्पोकन सैंटर के ड्रायरेक्टर वंश जैन ने बोलते हुए कहा कि अंग्रेजी भाषा चूंकि अंतरराष्ट्रीय भाषा है, इसलिए इसका ज्ञान अत्याधिक आवश्यक है। उन्होने कहा कि हमारे द्वारा करवाये गए कोर्स में आप 15 से 20 दिन में अंग्रेजी सरलता से बोल सकते है। उन्होने कहां कि भारत वर्ष के विभन्न-विभिन्न राज्यों में विभिन्न-विभिन्न भाषाएं बोली जाती है, मगर अंग्रेजी भाषा का उन राज्यो में भी प्रयोग होता है जहां के लोग स्वंय की भाषा बोलने व समझने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होने बताया कि आज के समय में लगभग सभी छात्र विदेशों में अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते है, मगर अधिकतर छात्र जाने में असफल रहे है, इसका कारण उनकी अंग्रेजी की रूकावट है। इसलिए अंग्रेजी का अत्याधिक महत्व है। इस मौके पर उनके साथ हरिश सचदेवा, रीमा सिंह, अंकुश मिड्डा, मनमोहित ग्रोवर सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
अधिक जानेकारी के लिए श्री पार्शव नाथ स्पोकन सैंटर के ड्रायरेक्टर वंश जैन मों 099920-02111 पर संपर्क किया जा सकता है।

तीन दिवसीय ऊर्जा संरक्षण मेला संपन्न

सिरसा: देश में ऊर्जा की मांग व उपलब्धता के अंतर को कम करने के लिए ऊर्जा संरक्षण एक सस्ता व आसान तरीका है, जिससे देश की आर्थिक उन्नति संभव है। ऊर्जा संरक्षण एक सशक्त आंदोलन है और प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य बनता है कि वह इस आंदोलन में भाग लेकर ऊर्जा बचत के अभियान को कामयाब बनाने में अपना सहयोग दे। उक्त उद्गार दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री टी. के धींगड़ा ने आज तीन दिवसीय मेले के समापन अवसर पर उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन प्राकृतिक संसाधानों का कम होना तथा ऊर्जा की मांग में अत्याधिक वृद्धि होने के कारण ऊर्जा की बचत करना बहुत ही जरुरी है। उन्होंने कहा कि घरों में 100 वाट के बल्ब की बजाय 25 वाट की सीएफएल प्रयोग में लाकर 75 वाट या 75 प्रतिशत बिजली की बचत की जा सकती है। उन्होंने बताया कि फैक्ट्रीयों में 13 वाट, 40 वाट, 200 वाट के बल्ब/ ट्यूब लाईट के स्थान पर 9 वाट, 36 वाट, 160 वाट की सीएफएल ट्यूब प्रयोग में लाकर 10 से 30 प्रतिशत तक बिजली बचाई जा सकती है। इसी प्रकार औद्योगिक क्षेत्रों में 250 वाट व 400 वाट की मर्करी वेपर लाईट की बजाय 150 व 250 वाट की सोडियम वेपर लाईट प्रयोग में लाकर 35 प्रतिशत बिजली की बचत की जा सकती है। उन्होंने बताया कि बिजली की खपत के साथ-साथ सौर ऊर्जा का प्रयोग करके भी बिजली की बचत की जा सकती है। आज के आधूनिक युग में सौर ऊर्जा का बहुत ही महत्व है। उन्होंने बताया कि गीजर के बदले सोलर वाटर हीटर का उपयोग करके प्रतिवर्ष 1500 यूनिट बिजली से 5500 रूपये तक की बचत की जा सकती है। समापन समारोह के अवसर पर ऊर्जा संरक्षण व सौर ऊर्जा के तौर-तरीको से आमजन को अवगत करवाने हेतु क्षेत्रीय तथा राजस्थान की टीमों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाया गया। इस मौके पर स्कूली बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार की भाषण, डाईंग, सलोग्र, लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर मुख्य अभियंता आर.के सहगल, आर.के जैन, आर.के सोडा, आर.के वर्मा, एसडीओ ओ.पी बिश्रोई, मदन लाल, ज्योति प्रकाश गुप्ता, गुलशन वधवा, शिवराज सिंह, ओ.पी भारद्वाज, भागीरथ, विकास ठुकराल, संदीप गोदारा, डी.आर वर्मा, सुखबीर सिंह कंबोज, के.एल लांबा तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर स्कूल शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन

सिरसा: अतिरिक्त जिलाधीश डा.जे.गणेशन ने आज यहां जारी आदेश में कहा कि 19 दिसम्बर को विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर स्कूल शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए परीक्षा केंद्रों की 200 मीटर की परिधि में धारा 144 लगा दी गई है और कोई भी व्यक्ति अस्त्र-शस्त्र लेकर नहीं चल सकता। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों के नजदीक फोटोस्टेट की दुकाने भी बंद रहेगी।

महंगाई पर तुरंत रोक लगाई जाए:अजय चौटाला

चंडीगढ़: इनेलो ने मधुबन सैक्स स्कैंडल की जांच सीबीआई से करवाने, प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर श्वेतपत्र जारी करने, कर्मचारियों के वेतन भत्तों की बकाया राशि एकमुश्त दिए जाने और आम आदमी को राहत प्रदान करने के लिए महंगाई पर तुरन्त रोक लगाए जाने की मांग की है। इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इनेलो विधायकों का एक प्रतिनिधिमण्डल मंगलवार को पार्टी प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व में प्रदेश के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा से मुलाकात कर मधुबन काण्ड की सीबीआई जांच करवाए जाने की मांग करेगा। इस अवसर पर घरौंडा के विधायक नरेंद्र सांगवान भी उनके साथ मौजूद थे। अजय सिंह चौटाला ने कहा कि आज प्रदेश की आर्थिक हालत बेहद खराब है और सरकार को अपना रोजमर्रा का कामकाज चलाने के लिए भी कर्जा लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने 2005 में जब सरकार कांग्रेस को सौंपी थी उस समय प्रदेश के खजाने में 1750 करोड़ रूपए सरप्लस थे। आज हुड्डा सरकार पर 13 हजार करोड़ रूपए का अतिरिक्त कर्जा हो गया है। अभी पिछले हफ्ते 8 दिसम्बर को बाजार से 1 हजार करोड़ का और कर्जा लिया गया है। यह कर्जा कोई विकास कार्यों के लिए नहीं बल्कि सरकार के रोजमर्रा के काम चलाने के लिए लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार की गलत नीतियों के कारण आज प्रदेश सरकार दिवालिएपन के कगार पर खड़ी है। कर्मचारियों को छठे वेतन आयोग की 60 फीसदी बकाया राशि जो इस साल अदा करनी थी वह भी अब दौ हिस्सो में फरवरी 2011 तक देने की बात कही जा रही है। सरकार को प्रदेश की आर्थिक स्थिति को लेकर तुरंत श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। आज प्रदेश में कही कोई विकास कार्य नहीं चल रहे। सारे कार्य पूरी तरह से ठप्प हैं। हुड्डा सरकार ने सभी बुजुर्गों को एकसमान 700 रुपए पेंशन देने व पेंशन में हर साल 100 रुपए की बढ़ोतरी करने व कर्जा माफ करने सहित अनेक वायदे किए थे लेकिन इनमें से एक भी वायदा अभी तक पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि हरियाणा में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो गई है आए दिन लूटपाट, हत्या, बलात्कार, डकैती, अपहरण की घटनाओं में बढ़ौतरी हो रही है। हर कोई अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। हरियाणा के दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर मधुबन सैक्स स्कैंडल को लेकर गंभीर आरोप लग रहे हैं। मधुबन में ट्रेनिंग के दौरान महिला पुलिस कर्मचारियों का शोषण करने सहित उन पर गंभीर आरोप हैं। यह मामला अखबारों में प्रमुखता से छपता रहा इसके बावजूद मुख्यमन्त्री व प्रदेश सरकार के इस मामले में चुप्पी बेहद शर्मनाक और निन्दनीय है। उन्होंने कहा कि मामले की गम्भीरता व पुलिस विभाग के गिरते मनोबल को देखते हुए सरकार को चाहिए कि इस मामले में पूरी तरह से स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और मामले में दो बड़े आईपीएस अधिकारियों के नाम आने के कारण मामले की सीबीआई से निष्पक्ष जांच करवाई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके। डबवाली से इनेलो विधायक ने कहा कि प्रदेश का जनादेश कांग्रेस के खिलाफ था और कांग्रेस के खिलाफ लोगों ने 50 विधायक जिताए थे लेकिन कांग्रेस सारी नैतिक व लोकतान्त्रिक मर्यादाओं का हनन करते हुए न सिर्फ दलबदल के सहारे सत्ता पर काबिज हुई है बल्कि एक बात पूरी तरह से साफ हो गई है कि हजकां के पांच विधायक जो कांग्रेस में शामिल हुए हैं वह पूरी तरह से असंवैधानिक है और उन 5 विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद्द होना तय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो 9 मुख्य संसदीय सचिव बनाए गए हैं वे भी पूरी तरह से गैरकानूनी हैं। जिस तरह से हिमाचल हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद वीरभद्र सिंह सरकार को अपने सभी मुख्य संसदीय सचिव व संसदीय सचिव हटाने पड़े थे उसी तरह इन 9 मुख्य संसदीय सचिवों को भी निश्चित तौर पर हटाना पड़ेगा। कानून के अनुसार 15 फीसदी से ज्यादा यानि 13 से ज्यादा मंत्री नहीं बन सकते और इन मुख्य संसदीय सचिवों को भी मंत्रियों वाली सभी सुविधाएं गाड़ी, कोठी से लेकर स्टाफ, दफ्तर व विभाग तक दिए गए हैं। यह पूरी तरह से गैर कानूनी हैं और इनेलो के तीन विधायकों ने इन मुख्य संसदीय सचिवों के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की है जो कि एडमिट हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमन्त्री व उनके मन्त्रियों और विधायकों की एकमात्र सोच प्रदेश को दोनों हाथों से लूटने की रही है। पांच साल पहले मुख्यमंत्री कहते थे कि तीन साल में प्रदेश को पूरी बिजली मिलने लगेगी। आज फिर कह रहे हैं कि तीन साल बाद पूरी बिजली मिलेगी। तीन साल कब से शुरू होंगे यह नहीं बता रहे। हुड्डा सरकार को एकमात्र ध्येय प्रदेश को दोनों हाथों से लूटने का है। अब गुडगांव व पानीपत में बिजली सप्लाई प्राइवेट हाथों में देने की बात कही जा रही है और साथ में तर्क यह दिया जा रहा है कि इससे रिकवरी बढ़ेगी और लाइन लोस घटेगे। असल में हुड्डा सरकार अपनी निजी जेबें भरने के लिए और कुछ बड़े बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए यह सब कुछ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज गुडग़ांव व पानीपत के बिजली सर्कल की रिकवरी सबसे अच्छी है और लाइन लोस सबसे कम हैं। अगर लाइन लोस व रिकवरी के आधार पर ही कोई सर्कल प्राइवेट हाथों में देने हैं तो सबसे ज्यादा लाईन लोस रोहतक व फरीदाबाद सर्कल में हैं जहां 55 फीसदी के आस-पास लाईन लोस हैं तो सबसे पहले रोहतक में यह प्रयोग करना चाहिए। लेकिन प्रदेश के सबसे ज्यादा राजस्व अर्जित करने वाले गुडग़ांव व पानीपत सर्कल को प्राइवेट हाथों में देने का मतलब हुड्डा सरकार द्वारा अपनी जेबें भरना और प्राईवेट लोगों को फायदा पहुंचाना है। पिछले पांच सालों में जमीनों के मामलों में भी हुड्डा सरकार सिर्फ यही काम करती रही है। आज महंगाई आसमान छू रही है। आटा, चीनी, दाल व जरूरत की हर चीज के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है और लोगों को राहत देने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे। सरकार को चाहिए कि एक तरफ जहां महंगाई पर रोक लगाए वहीं गरीब आदमी को खाने के लिए चीजें सब्सिडी देकर सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाई जाए। ऐलनाबाद उप-चुनाव पर उन्होंने कहा कि चुनाव घोषित होते ही पार्टी प्रत्याशी की घोषणा कर दी जाएगी। अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हुड्डा सरकार स्वाइन फ्लू को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है और सरकार खुद मान रही है कि अब तक प्रदेश में स्वाइन फ्लू के करीब 1200 मामले सामने आ चुके हैं और एक दर्जन से ज्यादा लोगों की अब तक मौत भी हो चुकी है। वास्तविक आंकड़े इससे कहीं ज्यादा हैं। सरकार इस मामले को गम्भीरता से नहीं ले रही और प्रदेश में स्वाइन फ्लू के मामलों में निरन्तर बढ़ोतरी हो रही है। लोगों की जानमाल की रक्षा करने में सरकार पूरी तरह से विफल है और उसे सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक व लोकतान्त्रिक अधिकार नहीं रह गया। इनेलो विधायक ने कहा कि कि हुड्डा सरकार द्वारा नौकरियों के नाम पर नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और जिन पदों पर चार साल पहले विज्ञापन दिए गए थे उन पदों को लेकर भी अभी तक सौदेबाजी चल रही है। पिछली सरकार में जो मन्त्री व विधायक थे उन्होंने नौकरियों के नाम पर युवकों से पैसे ले लिए अब हुड्डा सरकार के नए मन्त्री व कांग्रेसी विधायक उन्हीं पोस्टों के लिए पैसे इक_े करने में लगे हुए हैं। नौकरियां सरेआम नीलाम हो रही हैं और मुख्यमन्त्री का करीबी रिश्तेदार इस पूरे घोटाले का मुख्य केन्द्र बिन्दु है। उन्होंने कहा कि एसवाईएल हरियाणा की जीवनरेखा है। एसवाईएल के जरिए हरियाणा को उसके हिस्से का पूरा पानी मिल सकता है जो आज व्यर्थ में बहकर पाकिस्तान जा रहा है। चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के प्रयासों से एसवाईएल के अधूरे निर्माण को पूरा करवाने संबंधी सर्वोच्च न्यायालय का फैसला हरियाणा के पक्ष में आ चुका है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले अनुसार एसवाईएल के अधूरे निर्माण को केन्द्र सरकार ने अपनी किसी एजेंसी के माध्यम से पूरा करवाना है। आज सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर किसी अदालत का कोई स्थगन आदेश नहीं है। यानी अदालती आदेश लागू करने में कहीं कोई अड़चन नहीं है।

मोबाईल वस्त्र बैंक की रिक्शा ट्रालियां जनता को समर्पित

सिरसा: नगर की प्रमुख समाजसेवी संस्था श्री मारूति चैरिटेबल ट्रस्ट एवं लायन्ज क्लब सिरसा प्राईड के संयुक्त तत्वाधान में आज मोबाईल वस्त्र बैंक की विशेष रिक्शा ट्रालियों को पंजाब केसरी के ब्यूरो प्रमुख नवदीप सेतिया ने झंडी दिखाकर जनता को समर्पित किया। इस सम्पूर्ण कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला बार एसोसिएशन के प्रधान एवं जिला पार्षद सुरेश मेहता ने की जबकि कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पंजाबी सत्कार सभा के जिला प्रधान प्रदीप सचदेवा एवं बलवीर सिंह नम्बरदार खैरपुर जसपाल संधु एडवोकेट थे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पत्रकार नवदीप सेतिया ने हा कि इन दोनों संस्थाओं ने जिस प्रकार से जरूरतमंदों तक गर्म वस्त्र अन्य अनुपयोगी वस्तुएं पहुंचाने का जो बीड़ा उठाया है वह वास्तव में बहुत ही सराहनीय कदम है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बार एसोसिएशन के प्रधान सुरेश मेहता ने कहा कि सभी सामाजिक संस्थाओं को इस प्रकार के कार्यों पर सर्वाधिक ध्यान देना चाहिए ताकि वंचितों का जीवन सुगम हो सके। पंजाबी सत्कार सभा के जिला प्रधान प्रदीप सचदेवा ने कहा कि किसी एक के लिए गैर-जरूरी वस्तु किस प्रकार दूसरे के लिए बहुउपयोगी हो सकती है, हमें इन संस्थाओं को सहयोग कर इस कथन को अमली जामा पहनाना चाहिए। इस अवसर पर बलवीर सिंह नम्बरदार ने कहा कि सभी शहरवासियों को इस अभियान को सफल बनाने के लिए इन मोबाईल ट्रालियों को अधिक से अधिक वस्त्र एवं अन्य उपयोगी वस्तुएं खिलौने प्रदान करने चाहिएं। इस अवसर पर लॉयन्ज क्लब सिरसा प्राईड के पूर्व प्रधान अशोक कम्बोज, सचिव विजय कम्बोज, कोषाध्यक्ष राजीव बांसल, ट्रस्टी पृथ्वी सिंह जे.., संदीप गोदारा, रूपेश सिडाना, लॉयन नवल मुंदड़ा, लॉयन मुकुल तनेजा, रमन मेहता नम्बरदार आदि भी उपस्थित थे। अंत में आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए दोनों संस्थाओं के प्रधान रमेश मेहता ने नगरवासियों विशेषकर महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपने घरों में प्रयोग में लाए जा रहे वस्त्र, जूते, जुराबें, खिलौने एवं अन्य अनुपयोगी वस्तुएं एकत्रित करके रखें और संस्था की रिक्शा ट्राली उनके यहां आने पर देकर इस अभियान को सफल बनाएं एवं पुण्य के भागी बनें।