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14.12.09

मधुमेह जांच शिविर का किया गया आयोजन

सिरसा: मुल्तानी कालोनी स्थित भगवान शिव मन्दिर ट्रस्ट द्वारा गत दिवस प्रात: एक मधुमेह जांच शिविर का आयोजन किया गया जिसका शुभारम्भ प्रमुख समाजसेवी चरण दास मेहता ने अपने कर-कमलों द्वारा किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में चरणदास मेहता ने ट्रस्ट द्वारा इससे पूर्व लगाए गए स्वास्थ्य शिविरों को मानव सेवा का एक प्रमुख उदाहरण बताया और ट्रस्ट को ऐसे सेवा कार्यों के लिए बधाई दी तथा इस शिविर की सफलता की कामना की। उन्होंने इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविर समय-समय पर जनसेवार्थ लगाने का आह्वान भी उपस्थित सदस्यों से किया। इस स्वास्थ्य शिविर के संयोजक ने बताया कि शिविर में आए हुए रोगियों की जांच व परामर्श डा० दिनेश गिजवानी द्वारा की गई तथा 92 मरीजों ने पंजीकरण करवाकर इस स्वास्थ्य शिविर का लाभ उठाया। शिविर में रोगियों को यथासम्भव दवाईयां भी नि:शुल्क प्रदान की गई। इस अवसर पर भगवान शिव चैरिटेबल संस्थान के संस्थापक मा. जयदयाल मेहता, संरक्षक एल.डी. मेहता एडवोकेट, श्री मुल्तान सभा के प्रधान नन्दलाल मेहता, सचिव अरूण मेहता, नगर पार्षद रमेश मेहता, आढती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान गुरदयाल मेहता, देवेन्द्र मेहता, ओमप्रकाश वधवा, दीपक सरदाना, जोगी मेहता, अलकेश उतरेजा सहित शिव चैरिटेबल संस्थान परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे।

विवाह कितने प्रकार के होते हैं?

भारतीय पद्धति में सोलह संस्कारों को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। गर्भाधान से लेकर अत्येष्टि तक सभी संस्कारों में 'पणिग्रहण संस्कार' (विवाह) ही एक सा संस्कार होता है, जो किसी भी पुरूष या महिला को पूर्णता प्रदान करता है। इस संस्कार के पश्चात ही गृहस्थ धर्म में प्रवेश किया जा सकता है। 'विष्णु धर्म सूत्र' नामक ग्रंथ में विवाह को आठ प्रकार का बताया गया है, जो निम्र प्रकार से है। यब्राहा विवाह: जब माता पिता अपनी पुत्री के लिए अपनी इच्छा से वर चुनते हैं तथा उसे निमंत्रित कर अपनी कन्या सौंप देते हैं ब्राहा विवाह कहलाता है। इस विवाह में कन्या के बदले वर से कुछ नहीं लिया जाता है। इसे सर्वोत्तम विवाह माना गया है। यदैव विवाह: इस विवाह में माता पिता किसी यज्ञकर्ता को ही अपनी पुत्री का दान कर देते हैं। संभवत: इसी परिपाटी की वजह कन्यादान शब्द का प्रचलन हुआ है। यआर्ष विवाह: इस विवाह में वर कन्या के माता पिता को गाय बैल देकर उनकी पुत्री से विवाह करने की स्वीकृति प्रदान करता है। यपिशाच विवाह: किसी कन्या की इच्छा के विरूद्ध कपटपूर्वक या बलपूर्वक विवाह कर लेना पिशाच विवाह कहलाता है। इस विवाह को भी समाज मे घृणा की दृष्टि से देखा जाता है। यप्रजापात्य विवाह: इस विवाह में ब्राहा विवाह के नियमों का ही अनुसरण किया जाता है। साधारण लोगों में यह विवाह प्रचलित है।यअसुर विवाह: जहां वर पक्ष कन्या का मूल्य चुका कर उसे अपने घर ले जाता है, असुर विवाह कहलाता है। इस विवाह को समाज में बुरी दृष्टि से देखा जाता है। यगंधर्व विवाह: जहां माता पिता की इच्छा के विरूद्ध लड़का खुद ही एक दूसरे को पति पत्नी मान कर साथ रहने लगते हैं, गंधर्व विवाह कहलाता है। आजकल इसे प्रेम विवाह कहा जाने लगा है। समाज में इसे मान्यता मिलने लगी है। यराक्षस विवाह: किसी को युद्ध में पराजित करके बलपूर्वक उसकी कन्या से विवाह कर लेना राक्षस विवाह कहलाता है। इस विधि से युद्ध में पराजित व्यक्ति की पत्नी (यदि वह सुन्दर है) को भी अपनी पत्नी बना लिया जाता था। प्राचीन काल में राजा और नवाब इसी तरह के विवाह करते थे।

13.12.09

ग्लोबल वार्मिंग - एक सकारात्मक पहल आवश्यक !

ग्लोबल वार्मिंग - एक सकारात्मक पहल आवश्यक !
कोपेनहेगन मैं ग्लोबल वार्मिंग्स पर चल रहे सम्मलेन मैं सभी विकसित , विकासशील और अविकसित देश ओधोगिक विकास की गति धीमी होने , सुख सुविधाओं के संसाधनों मैं कमी और देश का विकास अवरुद्ध होने अथवा धीमी होने की कीमत पर कार्बन उत्सर्जन की मात्रा मैं कमी ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के उपायों को अपनाने मैं जो की प्रत्यक्ष रूप से देश और देश के लोगों को नुक्सान पहुचा सकते हैं आनाकानी कर रहे हैं और किसी भी इस प्रकार के किसी भी मसोदे पर एकमत और सहमत होते नही दिखाई दे रहे हैं । सभी देश अपने अपने हितो के अनुरूप विरोधाभासी मसोदे और सुझाब पेश कर रहे हैं । कोई भी देश स्वयं जिम्मेदारी न लेकर एक दूसरे पर थोपने की कोशिश कर रहे हैं । ऐसी स्थिति मैं कोपेनहेगन मैं सर्व सहमति युक्त प्रभावी और कारगर समझोता अथवा संधि होने की स्थिति दिखायी नही दे रही है । और डर है की इतने तामझाम के साथ शुरू हुई बैठक कंही बेनतीजा समाप्त न हो जाए ।
अतः कुछ ऐसे छोटे छोटे और प्रभावी प्रयासों को अपनाने हेतु सहमती बनाने की कोशिश की जाए जिससे सभी देश की हितो की अनदेखी भी न हो और ग्लोबल प्रभाव को भी कम किया जा सके ।
१। सबसे पहले तो ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव को रोकने के उपायों की क्रियान्वयन , नियंत्रण और निगरानी हेतु एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था की गठन एवं एक साझा फंड का निर्माण किया जाए , जिसमे सभी देश अपनी आर्थिक क्षमता अनुसार आर्थिक सहायता देवें ।
२। ग्लोबल वार्मिंग प्रभाव को कम करने हेतु सभी देशो को उनकी भुक्षेत्रो और आर्थिक क्षमता के आधार पर अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाना अनिवार्य किया जाए । आर्थिक रूप से कमजोर और अविकसित देशों को वृक्षारोपण , वनों के सरक्षण , संवर्धन और प्रकृति मैं अनावश्यक दखल को रोकने हेतु अवश्य वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाए ।
३। उर्जा के वैकल्पिक संसाधनों जैसे सोलर उर्जा , पवन उर्जा एवं समुद्रीय तापीय उर्जा और प्रथ्वी की ताप उर्जा को प्रयोग करने हेतु सरल एवं सस्ती युक्तियाँ विकसित करने एवं अन्य पर्यावरण हितेषी वैकपिक उर्जा संसाधनों को अपनाने पर अधिक से अधिक बल दिया जाए ।
४। इन उर्जा संसाधनों की सुलभ और कम लागत वाली तकनीकों और ज्ञान को एक दूसरों के साथ बांटा जाए । और अधिक सर्वसुलभ और सस्ती एवं विश्वसनीय तकनीको के विकास और अनुसंधान हेतु साझा प्रयासों को बल दिया जाए ।
५। विश्व समुदायों को कार्बोन उत्सर्जन को बढ़ाने और प्रथ्वी के तापमान को बढ़ाने वाली वस्तुओ और संसाधनों के कम प्रयोग अथवा न अपनाने को प्रोत्साहित करने और पर्यावरण अनुकूल अधिक से अधिक उपायों को अपनाने हेतु प्रेरित करने के उद्दश्य से जागरूकता बढ़ाने वाले और शिक्षित करने वाले प्रसार प्रचार के अधिक से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम चलाये जावे .
6. कार्बन उत्सर्जन और ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ाने वाले उत्पादों की उत्पादकता को कम करने एवं उसके स्थान पर पर्यावरण हितेषी उत्पाद बनाने वाली कंपनी को हर तरह की सहायता देकर प्रोत्साहित किया जावे । बड़ी उद्योगों को ऐसे उत्पादों की उत्पादकता को कम करने एवं पर्यावरण हितेषी उत्पाद को बनाने हेतु राजी और प्रोत्साहित किया जावे ।
७। कम कार्बन उत्सर्जन एवं पर्यावरण को नुक्सान न पहुचाने वाले वाहनों और संसाधनों के उपयोग पर अधिक से अधिक बल दिया जावे । पर्यावरण हितेषी वाहनों और संसाधनों के अनुसन्धान और खोज पर जोर दिया जाए ।
विरोधाभासी बातों को करने एवं एक दूसरों के हितो की अनदेखी करने वाली बातों को छोड़कर कुछ इस तरह की बातों को शामिल कर कम से कम एक सर्व सहमती युक्ता मसोदा तैयार किया जाकर ग्लोबल वार्मिंग को रोकने एवं प्रथ्वी और प्रथ्वी वासी बचाने हेतु एक नेक और सकारात्मक शुरुआत तो की ही जा सकती है ।

गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा सिरसा के विभिन्न कार्यों में शिरकत करेंगे

सिरसा: प्रदेश के गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा आगामी 20 दिसंबर को सिरसा में होंगे। इस दिन वे विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। यह जानकारी देते हुए उनके निजी प्रेस सचिव ओम सैनी ने बताया कि श्री कांडा 20 दिसंबर को सुबह 10 बजे गांव झीड़ी में 10 लाख की लागत से बनने वाले पार्क का शिलान्यास करेंगे। दोपहर 11 बजे बरनाला रोड पर श्री राम स्कूल के वार्षिक समारोह में शिरकत करेंगे। साढ़े 11 बजे सिरसा एजुकेशन सोसायटी के कार्यक्रम में भाग लेंगे। सैनी ने बताया कि दोपहर 1 बजे गृह राज्यमंत्री नोहर राजस्थान में अग्रसेन चौक का उद्घाटन करेंगे और सम्मान समारोह में हिस्सा लेंगे। दोपहर बाद तीन बजे बेगू रोड स्थित अग्रसेन स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि शिरकत करेंगे।

ग्रामीणों की समस्याओं का शीघ्र अतिशीघ्र निवारण किया जाएगा:अशोक तंवर

सिरसा: ग्रामीणों की समस्याओं का शीघ्र अतिशीघ्र निवारण किया जाएगा और गांव के लोगों को समृद्ध व खुशहाल बनाने के लिए अधिकारी वर्ग भी गांव में जाकर ग्रामीणों की सभी समस्याओं का शीघ्रता से निवारण करें। यह उद्गार सिरसा के सांसद अशोक तंवर ने अपने ऐलनाबाद हल्का के दौरे के दौरान गांव मिर्जापुर में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहे। श्री तंवर ने अपने एक दिवसीय ऐलनाबाद दौरे के दौरान क्षेत्र के लगभग एक दर्जन गांवों का दौरा कर लोगों को धन्यवाद करने के साथ-साथ उनकी समस्याएं भी सुनी और गांववासियों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करवाने का आश्वासन भी दिया। श्री तंवर ने आज प्रताप नगर, अमृतसर कलां, ठोबरिया, तलवाड़ा खुर्द, ढाणी मौजू, ढाणी बचन सिंह, किशनपुरा, कर्मशाना आदि गांवों का दौरा किया। श्री अशोक तंवर ने कहा कि आपके बीच आने का मकसद एक तो आपका धन्यवाद करना था क्योंकि आपने हरियाणा मेंदूसरी बार कांग्रेस को सत्ता सौंपकर हरियाणा में विकास के नए आयाम स्थापित करने पर जो मोहर लगाई है उससे पूरे प्रदेश के लोगों को ओर अधिक सहुलियतें मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दोबारा सत्तासीन होने के बाद अपना धन्यवाद करने का अभियान ऐलनाबाद से शुरु करके आप लोगों का धन्यवाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि आपको दोबारा एक ऐसा अवसर मिल रहा है जिससे आप अपने इलाके के विकास के लिए दोबारा मोहर लगाएंगे लेकिन इस बार यह मोहर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार पर लगाकर इलाके का ओर अपने परिवार का सुनहरा भविष्य बनाएं। उन्होंने कहा कि बीपीएल सर्वे में जो भी लाभपात्र वंचित रह गए है उन्हें उनका हक अवश्य मिलेगा और इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा शीघ्र ही दोबारा सर्वे करवाया जाएगा। श्री तंवर ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व यह चाहता है कि देश का युवा पंचायतों से उठकर आए और गांव स्तर पर भी लोगों की छोटी से छोटी समस्याओं का समाधान हो इसलिए कांग्रेस महासचिव श्री राहुल गांधी ने भारतीय युवा कांग्रेस के ढांचे में फेरबदल करते हुए युवाओं के उत्थान के लिए भारतीय युवा कांग्रेस का सदस्यता अभियान चलाया है जिसके तहत अब पंचायती स्तर से उम्मीदवार चुने जाएंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सदस्यता अभियान का शुभारंभ 4 दिसम्बर से शुरु हो चुका है और आगामी 31 दिसम्बर तक चलेगा। उन्होंने कहा कि श्री राहुल गांधी का यह प्रयास है कि नया नेतृत्व पंचायतों से निकलकर आए ताकि गरीब, मजदूर व किसान वर्ग के लोगों को भी राजनीति में पूरी भागेदारी मिल सके और देश खुशहाल बन सके। उन्होंने कहा कि पूरे देश में भारतीय युवा कांग्रेस का सदस्यता अभियान जोरों से चल रहा है और हरियाणा में भी इस अभियान को लेकर युवाओं में भारी जोश दिखाई दे रहा है। इस अवसर पर पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल, जिला प्रधान होशियारी लाल शर्मा, प्रदेश संगठन सचिव नवीन केडिय़ा, महेंद्र शर्मा, रमेश भादू, ओमप्रकाश केहरवाला आदि कांग्रेसी नेताओं ने भी अपने-अपने विचार रखे।

गुरूद्वारा पहुंची अवंतिका माकन

सिरसा: सांसद अशोक तंवर की पत्नी एवं ललित-गीतांजलि माकन फाउंडेशन की चेयरपर्सन अवंतिका माकन तंवर आज गुरूद्वारा दशम पातशाही में पहुंची और गुरूद्वारा के दरबार साहब में माथा टेका। यहां पहुंचने पर गुरूद्वारा साहिब की ओर से हैडग्रंथी जसबीर सिंह ने श्रीमती तंवर को शॉल भेंट की। इस अवसर पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस व्यापार एवं खेल प्रकोष्ठ के प्रांतीय महासचिव आनंद बियाणी, अरोड़वंश सभा के प्रदेशाध्यक्ष नरेश मलिक, डॉ. नम्रता भारद्वाज, मेडीकल होलसेल एसोसिएशन के प्रधान मदन बजाज, राजू बजाज, सुभाष बजाज, हरीश सोनी, संत गुंबर, कौर सिंह गुज्जर, मंगल सिंह, प्रीतपाल सिंह, हरजीत सिंह गिल, हरविंद्र कौर, मीनू बजाज, वीना बजाज, सुशीला बजाज, कुसुम, सन्नी, सांसद के निजी सचिव परमवीर, बेटा अनिरुद्ध तंवर सहित अनेक लोग उपस्थित थे। इससे पूर्व वे गुरूद्वारा चिला साहिब में गई। इस मौके पर श्रीमती तंवर ने कहा कि गुरूघर में आकर जो शांति का आभास हुआ उसका वर्णन वे नहीं कर सकतीं। उन्होंने कहा कि सिरसा के लोग काफी मिलनसार हैं और जो स्नेह उन्हें सिरसा की जनता ने दिया है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। श्रीमती तंवर ने रानियां रोड स्थित गुरूनानक पब्लिक स्कूल में जाकर बच्चों व स्टाफ सदस्यों से भी मुलाकात की। उन्होंने मैनेजमेंट के सदस्यों से भी भेंट की। स्कूल प्रबंधक कमेटी की ओर से उन्हें सिरोपा व स्मृति चिह्न भेंट किया गया। इस मौके पर स्कूल के बच्चों ने मधुर स्वर में भजन गाकर श्रीमती तंवर का स्वागत किया। स्कूल प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह वैदवाला ने मेहमानों का स्वागत किया और स्कूल की समस्याओं को उनके समक्ष रखा। इस मौके पर सतीश बंसल, टीएस नागपाल, प्रीतम सिंह नागपाल, ओमप्रकाश, गुरेंद्र सिंह, त्रिलोचन सिंह, हाकम सिंह मोंगा, सुरेंद्र सोढ़ी, गुरनाम सिंह, प्रिंसीपल श्रीमती कक्कड़ सहित प्रबंधक समिति के सदस्यगण मौजूद थे।

प्रदीप सचदेवा की अध्यक्षता में बैठक संपन्न

सिरसा: पंजाबी सत्कार सभा जिला सिरसा की कार्यकारिणी की एक बैठक आज सभा के जिला प्रधान प्रदीप सचदेवा की अध्यक्षता में स्थानीय होटल सिटी व्यू में हुई। बैठक में सबसे पहले पारस सीड कम्पनी के संचालक दीपक मेहता के पिता एवं हजकां जिला प्रधान वीरभान मेहता के ससुर श्री नन्दलाल मेहता तथा हरियाणा कम्बोज सभा के पूर्व प्रधान प्रेम सिंह कम्बोज की धर्मपत्नी बलविन्द्र कौर के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। बैठक में सभी सदस्यों द्वारा दो मिनट का मौन रखकर इन बिछड़ गई आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की गई। बैठक में शामिल सदस्यों का सर्वसम्मत मत था कि पंजाबी समाज के हर हिस्से को सभा के साथ जोड़ा जाए ताकि पंजाबी माँ बोली, सभ्याचार और समाज के हित में कार्यों को गति प्रदान की जा सके। विचार-विमर्श के बाद सभा के सदस्यता अभियान शुरू करने की रूपरेखा तैयार की गई तथा सभा की इकाईयां वार्ड स्तर पर गठित करने का फैसला लिया गया। बैठक के दौरान सभा द्वारा जनवरी माह में एक समारोह करवाने का निर्णय लिया गया। इस समारोह में अन्य कार्यक्रमों के अतिरिक्त पंजाबी कवि डा० दर्शन सिंह नवीनतम पुस्तक पुराना माख्यों का विमोचन करने तथा आठवीं, दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं में पंजाबी विषय में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया जाएगा। बैठक में सभा के उपप्रधान संदीप चौधरी, राजेश मेहता, महासचिव भुपिन्द्र पन्नीवालिया, कोषाध्यक्ष प्रभु दयाल, नगर प्रधान रमेश मेहता, प्रेस सचिव सचिन चोपड़ा, रूपेश सिडाना, वरूण छाबड़ा तथा गौरव आदि उपस्थित थे।