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25.10.09

कैंटर से सोलह भैंसों को मुक्त कराया, तीन गिरतार

जींद (हरियाणा)
गढ़ी थाना पुलिस ने गांव पीपलथा के निकट शनिवार रात को पंजाब से उार प्रदेश स्थित बूचड़खाने ले जाए जा रहे भैंसों से भरे एक कैंटर से १६ भैंसों को मुक्त कराया है। पुलिस ने कैंटर सवार तीन लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर गिरतार किया है। उधर, गांव मुआना के निकट पशु तस्कर पशुओं से भरे ट्रक को छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने ट्रक से १८ पशुओं को मुक्त कराया है।
गढ़ी थाना पुलिस शनिवार रात को गांव पीपलथा के निकट नाका लगाए हुए थी। उसी समय पंजाब की तरफ से एक कैंटर आता दिखाई दिया। नाके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने इशारा कर कैंटर को रूकवा लिया। कैंटर की तलाशी लिए जाने पर उसमें १६ भैंसों को ठूंसठूंस कर भरा हुआ था। जिसके कारण अधिकांश भैंसों की दशा दयनीय हो चुकी थी। पुलिस पूछताछ में कैंटर सवार लोगों की पहचान गांव पिसोल (उार प्रदेश) निवासी दीपा, मुजफरनगर (उार प्रदेश) निवासी इजहार, अंताज के रूप में हुई। पुलिस ने कैंटर को कजे में ले तीनों लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। उधर, गांव मुआना के निकट शनिवार रात को ग्रामीणों ने पशुओं से भरे एक ट्रक को काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया। ग्रामीणों द्वारा नाकेबंदी की सूचना पाकर ट्रक सवार पशु तस्कर ट्रक को छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने ट्रक से बारह भैंस, एक भैंसा, एक बछड़ी तथा दो कटड़ों को मुक्त कराया है।

जोनल यूथ फेस्टीवल में डीएन हिसार कालेज ऑवर आल विजेता





जींद (हरियाणा)
राजकीय खातकाोर महाविनालय में चल रहा तीन दिवसीय कुरूक्षेत्र विश्र्वविनालय के हिसार जोन का जोनल यूथ फेस्टीवल रविवार को संपन्न हुआ। प्रतियोगिता में आल अवर ट्राफी पर हिसार के डीएन महाविनालय ने कजा जमाया। पूरी प्रतियोगिता में हिसार जिले से संबंधित महाविनालयों के छात्र छाए रहे। विजेता प्रतिभागियों को हिसार के आयुक्त बिमल चंद्रा ने पुरस्कृत किया।
प्रतियोगिता के अंतिम दिन कार्यक्रमों का शुभारंभ हरियाणवी लोकगीत के साथ हुआ। जिसमें डीएन कालेज हिसार प्रथम तथा राजकीय महिला महाविनालय हिसार ने द्वितीय स्थान प्राप्प्त किया। वेस्टर्न इंस्टूमेंट सोलो में सीआएम जाट कालेज हिसार प्रथम, राजकीय महाविनालय हिसार द्वितीय, वेस्ट्रन सोलो वॉकल में डीएन कालेज हिसार प्रथम, सीआरएम जाट कालेज हिसार द्वितीय, ग्रुप सॉग वेस्ट्रन में सीआरएम जाट कालेज हिसार प्रथम, डीएन कालेज हिसार द्वितीय, पॉप सॉग हरियाणवी में राजकीय महाविनालय हिसार प्रथम, डीएन कालेज तथा सीआरएम जाट कालेज हिसार ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। सोलो डांस हरियाणवी में सीआरएम जाट कालेज हिसार प्रथम, राजकीय महाविनालय हिसार, राजीव गांधी कालेज उचाना द्वितीय, सोलो डांस हरियाणवी पुरूष में डीएन कालेज हिसार प्रथम, सीआरएमए जाट कालेज हिसार तथा राजकीय महाविनालय जींद द्वितीय रहा।
हरियाणवी आर्केस्टरा में राजकीय महाविनालय हिसार प्रथम, राजकीय महाविनालय जींद द्वितीय रहा। फॉक इंस्टूमैंट हरियाणवी में राजकीय महाविनालय हिसार प्रथम, राजकीय महाविनालय जींद द्वितीय, हरियाणवी गजल में डीएन कालेज हिसार प्रथम, सीआरएम जाट कालेज द्वितीय, माइम में सीआरएम जाट हिसार प्रथम, एफसी कालेज हिसार द्वितीय रहा।

बलात्कार : आखिर दोषी कौन....?

बलात्कार पीड़िता को टार्चर करने की बजाए हौंसला बढाए
पिछले काफी दिनों से आए दिन कोई न कोई घटना समाचार पत्रों के माध्यम से यह पढने को मिलती है कि 'नाबालिग लड़की से बलात्कार!' लोकलाज की धज्जियां उड़ाते हुए हर रिश्ते को तार तार कर हवस के भूखे भेड़िये बलात्कार की घटना को अंजाम देते हैं। पहले सुनने को मिलता था कि युवक ने नाबालिग लड़की से बलात्कार किया। लेकिन धीरव्धीरव् हर रिश्ते तार तार होते गए और धर्मभाई, सगे भाई, ज्येठ, ससुर द्वारा और यहां तक की अब सुनने को यह भी मिल रहा है कि チाुद लड़की के पिता ने अपनी क्ख् वर्ष् की बेटी के साथ ही इस बुरव् कार्य को अंजाम दे डाला। इन बदलती परिस्थितियों के लिए आखिर जिमेवार कौन है॥? इस तरह की घटनाएं आज आम बात होती जा रही है। इन तरह बलात्कार की शिकार पीड़िता को यदि समाज ताने देने लगे तो वह पीड़िता या कर सकती है। या वह पिछली बातों को भुलाकर एक नई जिंदगी की शुरुआत करव्गी.....? वास्तविकता में देखा गया है कि जब कोई भी बलात्कारी पीड़ित महिला अपनी इस सच्चाई को जब अपने सगे सबंधियों या अपने पति के समक्ष बयान करती है तो यह सच्चाई उसके लिए एक अभिषप बन जाती है, योंकि समाज में जहां सच्चाई को आगे लाने की बात करने वाले समाज के लोग ही जब इस सच्चाई को जान लेते हैं तो वह उस पीड़ित महिला से घृणा करने लगते हैं एवं उसे ही दोष्ी मानने लगते हैं, जबकि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले हवस के भेड़िये खुले आम घुमते रहते हैं और न ही उन्हें समाज एवं कानून का डर होता है। या बलात्कार पीड़ित महिलाएं अपने पर बीती घटना को समाज एवं सगे सबंधियों के सामने रख पाएगी। अगर रख पाएगी तो समाज एवं सगे सबंधी उसे सांत्वना देंगे या अब तक की चली आ रही टार्चरप्रथा के अनुसार टार्चर करते रहेंगे। समाज के लोगों को समाज में बड़ी बड़ी बाते करने के साथ साथ उन्हें अमल में भी लाना जरुरी होता है योंकि समाज के ठेकेदार समारोह में बड़ी बड़ी बाते करने से पीछे नही हटते और जब सामना करने की बात आती है तो वे उतने ही पीछे हट जाते हैं।
समाज के इन ठेकेदारों की वजह से ही बलात्कार पीड़ित महिलाएं अपने साथ घटी घटना को समाज के समक्ष बयान कर पाती है जिससे दोष्ी खुले आम घुमते रहते हैं। काश! वह ऐसा कर पाए लेकिन कुछ पीड़िता ऐसा करने की बजाय अपने आप को मौत के हवाले कर देती है। यदि किसी लड़की के साथ बलात्कार होता है तो या वह लड़की チाुद इस घटना के लिए जिमेदार होती है? लेकिन आजकल के समाज में लोग पढेलिखे होने के बावजूद इस बात को भूलकर उल्टा पीड़िता पर ही कटाक्ष करते हैं व आत्महत्या के लिए मजबूर करते हैं। बीते दिनों एक बात सुनने को मिली थी कि एक लड़की के साथ उसके धर्मभाई ने रिश्ते की आड़ में बलात्कार किया। बलात्कार की घटना के बाद लोकलाज के भय से उसने किसी को बताना उचित नही समझा लेकिन इसी का फायदा उठाते हुए उक्त युवक ने दोबारा उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की लेकिन उसका प्रयास असफल हो गया।
कुछ दिनों के बाद उक्त युवती की शादी कर दी गई। शादी के बाद युवती ने अपने पति से बात को छुपाना उचित नही समझा और उसने सच्चे दिल से अपनी आपबीती की पूरी व्यथा अपने पति को कह सुनाई। पत्नी ने सोचा कि उसका पति उसे माफ कर देगा लेकिन मामला कुछ उलट ही हुआ। पति ने पत्नी के साथ दुर्व्यवहार करना शुरु कर दिया और बात बात पर उसकी पिछली घटना के लिए कटाक्ष करने लगा। बातबात पर तानें देने लगा जिस पर विवाहिता काफी दुखी रहने लगी। युवती ने जिस बात को अपने लिए भूल जाना बेहतर समझा था उसी बात को बारबार उसे याद दिलाए जाने लगा तथा उसे टार्चर किए जाने लगा। आखिरकार युवती को कुछ कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। या वो समाज के तानों से लड़ पाएगी या फिर मजबूर होकर अपने आप को मौत के हवाले कर देगी। यदि वह समाज से लड़ने की ठान लेती है तो उसे सहारा देने के लिए आगे कौन आएगा, योंकि स्वयं उसका पति ही उसे ताने देने लगता है। और यदि वह आत्महत्या कर लेती है तो उसका जिमेदार कौन होगा? या वह आरोपी जिसने उसकी जिंदगी को तबाह किया.... या फिर उसका पति जिसने अपनी पत्नी का हौंसला बढाने की बजाय उसे टार्चर किया जिसलिए वह आत्महत्या को मजबूर है। इसी तरह न जाने ऐसी कितनी युवतियां है जिनकी जिंदगी तो तबाह हो जाती है लेकिन उसकी जिंदगी तबाह करने वाले भेड़िये खुलेआम घुमते हैं। या आखिर उन्हें ताने देने वाला कोई नही है या किसी की हिमत नही है। इस तरह की घटनाओं में समाज के लोगों को चाहिए कि पीड़िता की हिमत बढानी चाहिए न कि उसे ताने देने चाहिए जिससे वह किसी प्रकार का गलत कदम उठाने पर मजबूर हो।
इस तरह की यह घटना ही नही प्रदेश में अनेकों घटनाएं होती है। इसका सबंध किसी व्यक्ति विशेष् से नही है।
प्रस्तुति : प्रदीप धानियां
Mob. 92559-59074

हरियाणा के अबतक के मुख्यमंत्री

चंडीगढ(प्रैसवार्ता) हरियाणा गठन उपरांत अबतक बने राज्य के मुख्यमंत्रियों और उनका कार्यकाल विवरण निम्र प्रकार से है:-
(1) पं. भगवत दयाल 01-11-66 से 10-03-67
(2) पं. भगवत दयाल 10-03-67 से 23-03-67
(3) राव वीरेन्द्र सिंह 24-03-67 से 15-07-67
(4) राव वीरेन्द्र सिंह 15-07-67 से 24-11-67
(5) राष्ट्रपति शासन 21-11-67 से 21-05-68
(6) बंसी लाल 21-05-68 से 14-03-72
(7) बंसी लाल 14-03-72 से 01-12-75
(8) बनारसी दास गुप्ता 01-12-75 से 29-04-77
(9) राष्ट्रपति शासन 30-04-77 से 21-06-77,
(10) देवीलाल 21-06-77 से 28-06-79
(11) भजनलाल 28-06-79 से 23-05-82
(12) भजन लाल 23-05-82 से 04-06-86
(13) बंसी लाल 05-06-86 से 20-06-87
(14) देवीलाल 20-06-87 से 02-12-89
(15) ओम प्रकाश चौटाला 02-12-89 से 23-05-90
(16) बनारसी दास गुप्ता 23-05-90 से 11-07-90
(17) ओम प्रकाश चौटाला 11-07-90 से 17-07-90
(18) मा. हुक्म सिंह 17-07-90 से 22-03-91
(19) ओम प्रकाश चौटाला 22-03-91 से 05-04-91
(20) राष्ट्रपति शासन 06-04-91 से 22-06-91
(21) भजन लाल 23-06-91 से 10-05-96
(22) बंसीलाल 11-05-96 से 22-07-99
(23) ओम प्रकाश चौटाला 24-07-99 से 01-03-2000
(24) ओम प्रकाश चौटाला 02-03-2000 से 05-03-2005
(25) भुपेंद्र सिंह हुड्डा 05-03-2005 से 25-03-2009
(26) भुपेंद्र सिंह हुड्डा 25-03-2009 से .................

लो क सं घ र्ष !: आशीष खंडेलवाल जी की ताजा पोस्ट के लिए

गूगल, यूं हिंदुस्तानियों के साथ खिलवाड़ न करो


शान्ति साम्राज्यवाद की मौत हैयुद्घ उसका जीवन है, विश्व में दो विश्व युद्घ लड़े गए है और दोनों ही साम्राज्यवादियों की धरती पर ही लड़े गए है दूसरे विश्व युद्घ के बाद साम्राज्यवादियों ने तय यह किया था कि अपनी धरती पर युद्घ नही लड़ना हैविश्व आर्थिक मंदी से निपटने के लिए साम्राज्यवादियों को युद्घ चाहिए इसके लिए एशिया में बड़े-बड़े प्रयोग किए जा रहे है और उनकी सारी ताकत एशिया की प्राकृतिक सम्पदा को लूट घसोट करने में लगी हैउनकी मुख्य विरोधी शक्तियां ईरान, उत्तर कोरिया, वियतनाम है और मुख्य प्रतिद्वंदी चीन हैईरान के रेवोलुशनरी गार्ड्स मुख्यालय पर आत्मघाती हमला हो चुका हैचीन भारत का युद्घ वह चाहते है । इसके लिए तरह-तरह की गोटियाँ चली जा रही हैउनके तनखैया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया के लोग तरह-तरह की अफवाहबाजी उडा, भ्रम फैला कर युद्घ का माहौल तैयार कर रहे हैउसी का यह एक हिस्सा हैईराक में परमाणु हथियारों के सवाल को लेकर ईराक को तबाह किया गयाआज इराक़ में लाखो औरतें विधवा है . जिनके खाने और कमाने का कोई जरिया नही है , शिक्षा और स्वास्थ्य नाम की कोई चीज नही बची हैसाम्राज्यवादी ताकतें ईराक की प्राकृतिक सम्पदा को लूट रही है वही स्तिथि चीन और भारत का युद्घ करा कर यह ताकतें यहाँ की प्राकृतिक सम्पदा का दोहन करना चाहती हैयह जो कुछ हो रहा है वह सोची समझी रणनीति का हिस्सा हैहमारे अरुणांचल , जम्मू और कश्मीर को चीन का हिस्सा दिखा कर लोगों में भ्रम पैदा किया जा रहा है ताकि युद्घ का उन्माद पैदा होजो ताकतें यह हरकत कर रही है वह उनकी रणनीति का हिस्सा हैपूंजीवादी व्यवस्था में कोई चीज दान की नही होती हैमुनाफा और लाभ ही उनका धर्म हैये अपने अविष्कारों में हिस्सा देकर लाभ कमाते है । हमको अपनी मेहनत और श्रम का हिस्सा क्या उनके लाभ से हमको नही मिलता है ? हो सकता है उनकी योजना सफल हो तो भारतीय नक्शे में बीजिंग और इस्लामाबाद को दर्शाना शुरू कर दें

सादर
सुमन
loksangharsha.blogspot.com

24.10.09

लो क सं घ र्ष !: दोस्त-दोस्त न रहा

साम्राज्यवादी लूट शोषण करने में अमेरिका और इजराइल की जोड़ी प्रसिद्ध है और इन दोनों देशों की खुफिया एजेन्सी सी आई और मोसाद विकास शील देशों के ख़िलाफ़ एकजुट होकर काम करती रहती है लेकिन समय आने पर वे एक दूसरे के विरूद्व जाकर अपना अधिपत्य कायम करना चाहती हैअभी कुछ दिन पूर्व अमेरिकी वैज्ञानिक को गिरफ्तार किया गया है जिसके ऊपर आरोप है की उसने इजराइल को ताजा खुफिया जानकारियाँ दी हैअमेरिकी वैज्ञानिक स्टीवर्ट डेविड नोजेट को एक स्टिंग ऑपरेशन में एफ.बी.आई एजेंट ने पकड़ा हैइजराइल हमेशा से अपने हितों की पूर्ति के लिए अमेरिका के ऊपर तमाम तरह के प्रयोग करता रहता हैइससे पूर्व ग्यारह सितम्बर की घटना वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में एक भी इजराइली कर्मचारी नही मारा गया था क्योंकि उस दिन सभी हजारो इजराइली करमचारियों ने एक साथ छुट्टी ले रखी थी और अमेरिकन साम्राज्यवाद ने उस दिशा में घटना की जांच करने की हिम्मत भी नही की और एशियाई मुल्कों के ऊपर तोहमत मड़कर अपना आतंक का साम्राज्य फैलाना शुरू कर दियासाम्राज्यवादी लूट में दोस्त-दोस्त रहा, बल्कि मुख्य चीज यह है कि किस तरीके से एक दूसरे के ऊपर दबाव बनाकर ज्यादा से ज्यादा लाभ लिया जा सके

सुमन
loksangharsha.blogspot.com

सिरसा जिला ने रचा रक्तदान के क्षेत्र में नया इतिहास

सिरसा(प्रैसवार्ता) रक्तदान के क्षेत्र में सिरसा जिला ने नया इतिहास रचा है। 1 जनवरी 2010 से सिरसा जिला देश के विभिन्न क्षेत्रों में रक्त की पूर्ति करने में सक्षम होगा। जिला ने स्वैच्छिक रक्तदान में शत् प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर लिया है। यह बात इंडियन रैडक्रॉस सोसाइटी जिला सिरसा ब्रांच के प्रैजीडेंट एवं जिला उपायुक्त श्री युद्धवीर सिंह ख्यालिया ने स्थानीय सी एम के नैशनल गल्र्ज कॉलेज में हरियाणा स्टेट ब्लड ट्रांसफूजन कौंसिल और इण्डियन रैडक्रास सोसाइटी द्वारा आयोजित नया साल नया सवेरा कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इस दो दिवसीय कार्यशाला में रक्तदान के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एक्शन प्लान तैयार की जाएगी जिसके पश्चात जरुरत पडऩे पर मरीज रक्त का नहीं बल्कि रक्त मरीज का इंतजार करेगा और खून की कमी के कारण किसी का जीवन खतरे में नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि आज सिरसावासियों के लिए सबसे पवित्र दिन है जहां रक्तदान की प्रेरणा को लेकर सेमिनार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रक्तदान की प्रेरणा के लिए चल रही कार्यशाला व हेमकॉन 09 कार्यक्रम से मानवता और इंसानियत की तरंग निकलकर दुनिया के कोने-कोने में अपना संदेश पहुंचाएगी। श्री ख्यालिया ने अपने वक्तव्य के आरंभ में जय रक्तदाता के नारे का उद्घोष किया और कहा कि सिरसा से 'जय रक्तदाताÓ के नारे की गूंज न केवल हरियाणा में बल्कि पूरे देश में पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि रक्तदान के मामले में सिरसा दूसरों के लिए न केवल एक उदाहरण बन गया है बल्कि जिस तरह से रक्तदान के लिए लोग आगे आ रहे है वह दिन भी दूर नहीं जब सिरसा अन्य जिलों की रक्तपूर्ति भी करने में सक्षम होगा। उन्होंने कहा कि एक्शन प्लान को दिमाग से तैयार करेंगे और लागू दिल से करेंगे। इस प्लान को सफल बनाने के लिए पूरी कार्यक्षमता का इस्तेमाल होगा और रक्तदान के क्षेत्र में कार्य कर रही विभिन्न समाजसेवी संस्थाएं व समाजसेवियों की भागेदारी भी सुनिश्चित की जाएगी। उपायुक्त ने अपने संबोधन में रक्तदान के लिए लोगों को प्रेरित करने के मूलमंत्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक रक्तदानी प्रेरित करके एक रक्तदानी ओर बनाएं और एक रक्तप्रेरक अपना दायित्व समझकर एक ओर रक्तप्रेरक बनाएं तथा एक वर्ष में चार बार रक्तदान करने का लक्ष्य निर्धारित करें तो यह मिशन सफल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अपना और अपने बच्चों का जन्मदिन भी रक्तदान करके मनाना चाहिए ताकि रक्तदान की अलख जगाई जा सके। इस अवसर पर उप-निदेशक ब्लड सेफ्टी हरियाणा एवं इंटरस्टेट ब्लड ट्रंासफूजन की चेयरपर्सन डा. जसजीत कौर ने कहा कि रक्तदान को लेकर लोगों में खासकर युवाओं में जुनून पैदा करने की जरुरत है। उन्होंने जिला प्रशासन और रक्तदान के क्षेत्र से जुड़ी समाजसेवी स्ंास्थाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि रक्तदान के लिए प्रेरित करने के मामले में सिरसा से बेहतर जगह नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि रक्त की जरुरत पूरी करने के साथ-साथ इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि सुरक्षित खून को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि अगर कुल जनसंख्या का एक प्रतिशत लोग भी रक्तदान के लिए आगे आए तो पूरे सालभर के लिए जरुरत पूरी हो जाती है। इस मौके पर डा. वेद बैनीवाल ने रक्तदान को पूजा सामान बताया और कहा कि रक्त का विकल्प नहीं हो सकता इसलिए रक्त से बढ़कर दान नहीं है। हमारे द्वारा किया गया रक्त किसी जरुरतमंद की जिंदगी बचाने में कारगर साबित होता है। उन्होंने कहा कि रक्त के क्षेत्र में गांव स्तर पर आत्मनिर्भर होना चाहिए। समारोह में जिला रैडक्रॉस सोसाइटी के चेयरपर्सन श्रीमती किरण ख्यालिया, उपमंडल अधिकारी नागरिक एस.के सेतिया, समाजसेवी प्रवीण बागला, सी.एम.ओ प्रताप धवन सहित विभ्रिन्न विभागों के अधिकारी व सामाजिक संस्थाओं के रक्तदान प्रेरक मौजूद थे।