4:13 pm
manmohit grover
बठिण्डा(प्रैसवार्ता) जिला बठिण्डा में ड्रग माफिया गिरोह का प्रभावी होने के कारण नकली मोबाईल, कास्टमैटिक की वस्तुएं, ग्रीस इत्यादि मिलावटी व घटिया स्तर के बेचे जा रहे है। कई वस्तुएं तो ऐसी हैं-जो कि सुप्रसिद्ध कम्पनियों की पैकिंग करके बेची जा रही है। पशुचारे, खल बिनौला, सीमेन्ट, देसी घी नकली होने के साथ हल्दी-मिर्च, मसालों की मिलावटी बिक्री में वृद्धि हो रही है। यही कारण है, कि बठिण्डा शहर नकली, नशीले और मिलावटी सामान की मंडी बनता जा रहा है। बताया जाता है, कि मोबाइल ऑयल पांच लीटर का मूल्य 320 रूपये के करीब है-परन्तु बठिण्डा में 125 रूपये का पांच लीटर मिल रहा है। बस स्टैण्ड पर बसों में नकली साबुन बेची जा रही है-जिसके प्रयोग से चर्म रोग हो सकते हैं। खाने पीने वाली वस्तुओं के अतिरिक्त आवश्यक वस्तुएं जैसे स्पेयर पार्टस, मोबिल ऑयल, सरसों का तेल, शर्बत इत्यादि नकली बेचकर दुकानदार उपभोक्ताओं से ज्यादती कर रहे हैं। बठिण्डा शहर में दूध से क्रीम निकालने वाली डेयरियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। दही, पनीर, मास, मछली, मक्खन की पहचान करनी भी कठिन हो गई। विश्वस्त सूत्रों से पला चला है कि मिलावट खोरों को खुली छूट देने की ऐवज में स्वास्थ्य विभाग का भ्रष्ट तंत्र दलालों के माध्यम से लाखों रूपये प्रति मास एकत्रित करते है-जबकि लोक दिखावा करने के लिए कभी-कभी सैंपल भर लेते हैं और वह भी उनके, जो निर्धारित समय तक सुविधा शुल्क देने में असमर्थ हो गये हैं। अपना नाम न छापने की शर्त पर एक दुकानदार ने प्रैसवार्ता को बताया कि कैप्टन सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम उन्हें मंहगी पड़ रही है, क्योंकि एक वर्ष में सुविधा शुल्क के दो बार रेट बढ़ गये हैं।
4:11 pm
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कालांवाली (प्रैसवार्ता) केन्द्रीय भारतीय चिकित्सा अधिनियम 1970, केन्द्रीय होम्योपैथी अधिनियम 1973 तथा ड्रग एवं कास्मैटिक एक्ट 1940 की धज्जियां उड़ाते हुए कालांवाली कस्बे तथा आसपास के ग्रामों में अनगिनत नीम-हकीम, झोला छाप चिकित्सक और स्वास्थ्य विभाग, आयुवैदिक बोर्ड इससे बेखबर है या है या फिर भ्रष्ट तंत्र की सांठ-गांठ है। फर्जी चिकित्सकों, वैद्यों के हौंसले इस कद्र बुलंद हैं, कि समाचार पत्रों में बड़े-बड़े विज्ञापन,शहर-कस्बों में बड़े-बड़े होडिंग्स लगाकर न सिर्फ लोगों को गुमराह करके न उनका आर्थिक शोषण कर रहे हैं, बल्कि नशीली वस्तुएं (अफीम, भुक्की, गांजा, चरस, हथकढ़ शरा) दवा के रूप में देकर नशे का आदी बना रहे हैं। ज्यादातर नीम-हकीम व झोलाछाप चिकित्सकों के पास किसी भी प्रकार की कोई मान्य डिग्री नहीं है-जबकि कुछ दूसरे चिकित्सकों के नाम पर या फिर बिहार आदि राज्यों से अमान्य प्रमाण पत्रों का सहारा लिये हुए हैं। ''प्रैसवार्ता'' को मिली जानकारी अनुसार बिहार सहित अन्य राज्यों से अमान्य डिग्री दिलवाने वालों का एक बकायदा गिरोह इस क्षेत्र में सक्रिय है। केवल इतना ही नहीं, कालांवाली तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बिना किसी मान्य डिग्री के लैबोट्रीज की संख्या में भी निरंतर इजाफा हो रहा है, जिनकी किसी गलत रिपोर्ट के चलते जानलेवा हादसा हो सकता है।
8:50 am
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आपने कभी सोचा हैं, कि आपकी उंगली और नाखून का कितना सम्बन्ध हैं? आपके नाखून आपके जीवन संबंधी बहुत कुछ बाते बताते हैं आपके नाखून सुंदर हैं, तो इनमे और भी विचार छुपे हुए हैं आपके नाखून आपकी सेहत, अमीरी-गरीबी के बारे में संकेत करते हैं एक बार आप अपने नाखुनो पर लिखे कुदरती लेख को पढ ले तो आपको बहुत कुछ पता चल जाएगा अगर किसी के नाखून बड़े हैं तो उससे पता चलता हैं कि वह सुस्त और कामचोर हैं किसी के नाखून में मैल हो तो वह किसी को धोखा नहीं दे सकता, ऐसा व्यक्ति ज्यादातर चुप रहता हैं अगर किसी व्यक्ति के नाखुनो पर लाली हो तो वह रोमांस व प्यार के मामले में किस्मत वाला होता हैं, और हर किसी से प्यार करता हैं अगर नाखून का रंग सफ़ेद हो तो पता चलता हैं कि वह बदकिस्मत और कभी कभी कंजूसी भी करता हैं गुलाबी रंग के नाखून वाले खुशदिल वाले होते हैं और इनके इरादे पक्के होते हैं अगर कोई व्यक्ति नाखून खता हैं तो वह अपनी जिंदगी को चबाता हैं और वह अपनी ज़िन्दगी के साथ-साथ नहीं चलता ऐसा व्यक्ति ज़िन्दगी में बहुत मुश्किलें पता हैं अगर व्यक्ति बात करते समय नाखून चबाता हैं तो उससे पता चलता हैं कि वह कुछ और बता रहा हैं और उसके दिल में कुछ और हैं नाखून के रंग और बनावट से कुछ बीमारियों का भी पता चलता हैं जब कभी नाखून के नीचे खून के धब्बे नज़र आने लगे तो उसे खून सम्बन्धी बीमारी होती हैं दिल के रोगी कि यह पहचान हैं कि उसके नाखून का रंग हल्का नीला होता हैं अगर नाखून का रंग सफ़ेद हो तो उसे खून की कमी होती हैं नाखून सम्बन्धी एक हैरानी वाली बात यह हैं कि वे गर्मी में ज्यादा बढ़ते हैं और सर्दी में कम अंगूठे छोटी उंगली के नाखून कम गति से बढ़ते हैं अगर किसी दुर्घटना में आपको नाखून पुरा उतर जाए तो उससे नया आने में कम से कम ६ महीने लगते हैं अगर आप ५० साल तक नाखून ना काटे तो आपकी नाखून की लम्बाई ६ फ़ुट हो जायेगी पुराने समय में चीनी औरतो में नाखून बढ़ाने का रिवाज था, वे अपने नाखून नहीं काटती थी, जिससे पता चलता था की वे काम नहीं करती थी नाखून बढ़ाने का रिवाज अब चीन में ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में फ़ैल गया हैं हर गाव, शहर में लड़किया आमतोर पर नाखून बढाती हैं बहुत लोग अन्गुठे, छोटी उंगली का नाखून बढाते हैं नाखून का बढ़ाना कोई खतरा नहीं हैं, मगर नाखुनो की सफाई करना सेहत के लिए जरुरी हैं पांव के नाखुनो की सफाई भी जरुरी हैं -मनमोहित ग्रोवर(प्रैसवार्ता)
8:49 am
manmohit grover
बगदाद के रजा खलीफा(९००-३४) को ज़िन्दगी के अन्तिम १६ वर्ष तक भीख मांगकर गुजरा करना पड़ा गियाना(अफ्रीका) में बियूविस का राजा प्रतिदिन नए सिहांसन पर बैठकर राज करता था उसके लिए हर रोज नया सिहांसन तैयार किया जाता था स्काटलैंड के एक परिवार के १७ भाई एक ही बिस्तर पर सोते थे औरंगजेब का दरबारी अरबी कवि दझिर अपनी सेवाओ के बदली शाही खाजने में १० वर्ष तक २ मुठ्ठी हीरे लेता रहा था देवी देवताओ की कृपा पात्र बनने के लिए बडोदा(गुजरात) के शासक खंडेराव ने कबूतरों के ४२ जोडो का विवाह पर एक करोड २० लाख रुपये खर्च किए थे शिकार के समय घोडे के घायल होने पर फ्रांस के टरेसन नामक एक व्यक्ति ने १७० किलोग्राम के घोडे को अपने कंधो पर उठाकर २ किलोमीटर दूर अस्पताल पहुँचाया था अफ्रीका के अहीर देश में एक सैनिक ने बोनू प्रदेश की एक स्त्री के मटके का ढक्कन उतार लिया तो बोनू के शासक अमीर आली इर्बन इज ने १००० घुड़सवारों के साथ अहीर पर हमला कर दिया इस हमले में ढक्कन तो मिल गया, मगर ७० योद्धा मारे गए मनमोहित ग्रोवर(प्रैसवार्ता)
8:14 am
manmohit grover
डबवाली(प्रैसवार्ता) सिरसा-डबवाली राष्ट्रीय मार्ग न:10 पर अवैध वाहनों की बढती संख्या से राज्य के राजस्व विभाग को प्रतिमाह लाखों रूपयों की क्षति हो रही है और इसके साथ ही यात्रियों के लिए जानलेवा साबित हो रहे अवैध वाहनों पर लगाम कसने में परिवहन पुलिस का यातायात विभाग असफ ल है, जिसके चलते अवैध संचालकों की पौ-बारह हो रही है। ऐसे अवैध वाहन न तो रोड टैक्स अदा करते है और न ही परमिट टैक्स। ''प्रैसवार्ता'' द्वारा एकत्रित की गई जानकारी मुताबिक जिला सिरसा में तीन दर्जन से ज्यादा वाहन रोजाना सवारियां ढोते है। अवैध वाहनों के कारण राज्य परिवहन निगम को क्षति उठानी पडती है, वहीं उसका खमियाजा बस परिचालकों को भुगतना पडता है, क्योंकि बुकिंग कम होने पर उनकी वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट खराब का भय बना रहता है। राज्य परिवहन में चालकों के कई पद रिक्त होने के कारण बस सेवा बाधित हुई है, जिसका अवैध वाहन भरपूर फायदा उठाते है और यात्री भी राज्य परिवहन की लचर सेवा की बजाय अवैध वाहनों को प्राथमिकता देने में लगे है।
8:10 am
manmohit grover
चंडीगढ(प्रैसवार्ता) सब्जियों में कीटनाशकों के प्रभाव के चलते जनसाधारण के जीवन में भी जहर घुल रहा है- जबकि सब्जी उत्पादक ऊंचे दाम कमाने के चक्कर में सब्जियों पर अंधाधुंध कीटनाशक छिडक रहे है। कपास तथा चावल पर छिड़की जाने वाली थिमाट का प्रयोग किया जा रहा है, जिसका गोभी पर असर डेढ मास तक रहता है। इस प्रकार गोभी के सेवन के साथ साथ थिमाट का सेवन भी हो जाता है। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय ने गोभी के लिए एंडो सल्फान तथा एमालिक्स की सिफारिश की है, मगर कुछ सब्जी उत्पादक कापर सल्फेट जैसे खतरनाक कीटनाशकों के इस्तेमाल से भी गुरेज नहीं करते। बैंगन को ज्यादा चमकीला बनाने के लिए मंडी में ले जाते समय मैथालीन में डूबो कर रखा जाता है और परिणामस्वरूप ग्राहक बैंगनों के साथ साथ गैंस, सिरदर्द, पेटदर्द जैसी बीमारियां भी लेते है। भारत में फ्रांसफॉनी लॉन 85 प्रतिशत जैसे करीब 40 कीटनाशकों पर पाबंदी है,मगर यही दवाएं डिब्बों पर कम प्रतिशत दिखाकर बेची जा रही है। एक कृषि विशेषज्ञ ने ''प्रैसवार्ता'' को बताया कि भारतवर्ष के करीब 5 प्रतिशत लोग कैमीकल,खाद और कीटनाशकों के अंधाधुंध प्रयोग के कारण बीमार होते रहते है। खेतों में कीडे और खरपतवार रोक ने के लिए जिन मनमानी दवाओं का प्रयोग होता है, इससे कैंसर जैसी भयंकर बीमारियां हो रही है। पंजाब प्रदेश के मालवा क्षेत्र में ऐसी सब्जियों के सेवन के कारण 60 प्रतिशत से अधिक लोग कैंसर की चपेट में आ गए है। कीटनाशकों के अंधाधुंध छिडकान से अनाज में जहर तो ज्यादा समय तक रहता है, मगर सब्जियों में इतनी देर तक जरूर रहता है कि मनुष्य के पेट में आसानी से पहुंच जाता है। इस कृषि विशेषज्ञ की सलाह है कि सब्जियों के सेवन से पूर्व उनकी साफ -सफाई के साथ साथ जरूर धोना चाहिये।
7:28 am
Randhir Singh Suman
अनूप मंडल जी,
आप ने सही बात उठाई है ,
हिंदुत्ववादी शक्तियां यदि किसी का पुतला जलने की ख़बर सुन ले तो उसका घर फूँक देंगी उसको जिन्दा जला देंगी,
ये हिन्दुत्वादी शक्तियों का एकाधिकार है ।
जिसमें इन अराध्य देवो क मानने
वालो का कोई बस नही है ।
हिन्दुत्वादी शक्तियों ने सभी देवी देवताओं को ब्रांड़ के रूप में तब्दील कर दिया है ,
बीडी से लेकर सभी चीजो पर ,
देवी देवताओं के चित्र बना कर व्यापार कर रहे है ।
इनके राजनीतिक लोग मर्यादा पुरषोत्तम राम को राजनीति का ब्रांड बनाये हुए है,
दुर्गा जी को ब्रांड बनाये हुए है और बाबरी मस्जिद ध्वंश
करके इन लोगो ने मर्यादा पुरषोत्तम राम को अपमानित किया है,
पुन:
वनवास दिया है।
आपके शब्दों में यह राक्षस है,
दुष्ट है ।
पहले यह ब्रिटिश साम्राज्यवाद से पोषित होते थे और अब अमेरिकन साम्राज्यवाद से इनके तनखैया पत्रकार आए दिन अमेरिका की प्रशंसा में गीत गाते नजर आते
है। आपने हमसे पूछा है कि इनके ख़िलाफ़ कार्यवाही हो सकती है या नही, भारतीय दंड विधान की धारा 153 क ,
153 ख , 295 क के तहत कार्यवाही सम्भव है जिसमें 3 वर्ष की सजा है । महत्त्वपूर्ण यह नही है कि उनको सजा हो या न हो । महत्वपूर्ण यह है कि उनके दो अर्थी चरित्र को समझना चाहिए । यह सब वही लोग है जिनके मुहँ में राम बगल में छूरी।
मौका मिले तो यह लोग वतन बेच देंगे , हमारा तुम्हारा कफ़न बेच देंगे । सुमन
loksangharsha.blogspot.com