ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी ने अपने निवास पर ''प्रैसवार्ता'' को दिये गये एक साक्षात्कार में बताया कि 16 अक्तूबर 1948 को तमिलनाडू के अमनकुडी क्षेत्र में उनका जन्म हुआ और उन्हांने आंध्र महिला सभा चेन्नई से शिक्षा ग्रहण की। 1961 में सबसे पहले तेलगू फिल्म ''पांडव वनमासम'' में नर्तकी की एक छोटी भूमिका की और 1964 में फिल्मी जगत में आने का प्रयास किया, परन्तु तमिल निदेशक श्रीधर ने यह कहकर वापिसी कर दी, कि मेरे में स्टार बनने की अपील नहीं है, परन्तु मैंने साहस नहीं छोड़ा और प्रयास जारी रखा। 1968 में हेमा मालिनी ने प्रसिद्ध अभिनेता और निर्देशक राज कपूर के साथ फिल्म 'सपनों के सौदागर' द्वारा फिल्म जगत में प्रवेश किया।
1970 में देवानंद के साथ मेरी फिल्म 'जोनी मेरा नाम' रिलीज हुई और इस फिल्म की सफलता ने मुझे स्टार बना दिया। धमेन्द्र और संजीव कुमार के साथ मेरे डबल रोल वाली फिल्म 'सीता और गीता' 1972 में रीलिज हुई, जिसे दर्शकों का भरपूर स्नेह मिला। 1990 और 2000 के दशक में मैंने बहुत कम फिल्में की, जबकि 2004 में अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म 'वीर जारा' में काम किया। 1992 में हेमा मालिनी 'दिल आशना है' के जरिये निर्देशक बनी। इस फिल्म में शाहरुख खान और दिव्या भारती थी। मैंने टी.वी लड़ीवार 'नुपुर' का निर्देशन करने के साथ इसमें अभिनय भी किया। अभिनेत्री होने का एहसास किस प्रकार लेते हो, पूछे जाने पर हेमा मालिनी ने कहा कि यदि निदेशक तुम्हें कहानी सही ढंग से बताये, तो अभिनय सहज-सुभाव हो जाता है। मैंने हमेशा निदेशक के आदेश का पालन करते हुए भली भांति समझने उपरांत ही अभिनय किया है। कोई एवार्ड या सम्मान, पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि फिल्म 'सीता और गीता' के लिए 1973 में सर्वोत्तम अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार और 2000 में भारत सरकार द्वारा पदम श्री एवार्ड से सम्मानित किया।
राजनीति की चर्चा करते हुए ड्रीम गर्ल बताती है कि उन्हें राजनीति में दिलचस्पी तो थी, मगर विनोद खन्ना द्वारा प्रेरित करने पर उसने राजनीति में उस समय कदम रखा, जब श्री खन्ना पंजाब राज्य के गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे थे। यह कहना कि अभिनेता एक कुशल नेता नहीं बन सकता, गलत है। फिल्मी जगत के लोगों में भी, जितना भी हो सके, समाज के हर वर्ग की सहायता करने का जज्बा होता है। धमेन्द्र के साथ शादी उपरात पंजाब राज्य से जुडऩे पर पंजाब कैसा लगा, पूछे जाने पर हेमा मालिनी कहती है कि उन्हें पंजाब और चंडीगढ़ ही सबसे अच्छा लगता है। पंजाबी भाषा मैं सीख रही हूं और धमेन्द्र जी की इच्छानुसार पंजाब में ही फिल्म स्टूडियो खोलने पर विचार किया जा रहा है। नृत्य बारे पूछे जाने पर हेमा मालिनी ने ''प्रैसवार्ता'' से कहा कि नृत्य ईश्वर की सौगात है और वह नृत्य तथा अभिनय दोनों कर सकती है, हालांकि मेरी प्राथमिकता नृत्य है। 6 वर्ष की आयु से नृत्य कर रही हेमा मालिनी भरत नाट्यम, उड़ीसी मोहिनी अटम में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुकी है।
शारीरिक फिटनैस कितनी जरूरी है, के बारे में उन्होंने बताया कि एक अभिनेत्री और नर्तकी के लिए शरीर फिट रखना बेहद जरूरी है। जरूरत पडऩे पर हेमा मालिनी डायटिंग भी करती है, नृत्य का सहारा लेने के साथ-साथ योगा भी करती है।
पंजाब प्रदेश में लड़कियों का अनुपात गिरने पर चिंतित हेमा मालिनी इस क्षेत्र में कुछ ऐसा करने की इच्छुक है कि सामाजिक बुराई भ्रूण हत्या को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जाये। महिलाओं को अपने संदेश में ''प्रैसवार्ता'' के माध्यम से हेमा मालिनी की अपील है कि गर्भावस्था के समय लिंग निर्धारण जांच करवाने वाले परिवारजनों का डटकर विरोध करे और कानून भी उनकी मदद करेगा। अपनी अपील से सभी राजनीतिक पार्टियों से 33 प्रतिशत महिला आरक्षण की मांग भी हेमा मालिनी ने की है। भविष्य बारे उनका कहना है कि वह राज्य कंवर के साथ एक फिल्म में काम करने जा रही है, जिसमें उसकी प्रिय सहेली रेखा भी है। मुझे वही रोल अच्छे लगते हैं, जिनके जरिये अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकूं, परन्तु अब ऐसा लगता है कि अपने मनपसंद किरदार निभाने के लिए मुझे खुद ही फिल्म बनानी पड़ेगी। राजनीतिक मीटिगें, नृत्य प्रदर्शन, समाज सेवा की व्यवस्थाओं के चलते फिल्मों के प्रति रूझान कम हुआ है।
नई अभिनेतित्रयों को सलाह देते हुए उनका कहना है कि अपने आप पर हमेशा यकीन रखो, चुनौतियों का डटकर सामना करो, ताकि परस्थितियों का सामना करने में समर्थ हो जाओ। मार्ग में आने वाली असफलताओं से न घबराये, सफलता आपके कदम चूमेगी। अपनी कीमत पहचाने और अपनी बात पर दृढ़ रहने से मेरी तरह जवान महसूस करे। द्वारा : प्रैसवार्ता
राजनीति की चर्चा करते हुए ड्रीम गर्ल बताती है कि उन्हें राजनीति में दिलचस्पी तो थी, मगर विनोद खन्ना द्वारा प्रेरित करने पर उसने राजनीति में उस समय कदम रखा, जब श्री खन्ना पंजाब राज्य के गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे थे। यह कहना कि अभिनेता एक कुशल नेता नहीं बन सकता, गलत है। फिल्मी जगत के लोगों में भी, जितना भी हो सके, समाज के हर वर्ग की सहायता करने का जज्बा होता है। धमेन्द्र के साथ शादी उपरात पंजाब राज्य से जुडऩे पर पंजाब कैसा लगा, पूछे जाने पर हेमा मालिनी कहती है कि उन्हें पंजाब और चंडीगढ़ ही सबसे अच्छा लगता है। पंजाबी भाषा मैं सीख रही हूं और धमेन्द्र जी की इच्छानुसार पंजाब में ही फिल्म स्टूडियो खोलने पर विचार किया जा रहा है। नृत्य बारे पूछे जाने पर हेमा मालिनी ने ''प्रैसवार्ता'' से कहा कि नृत्य ईश्वर की सौगात है और वह नृत्य तथा अभिनय दोनों कर सकती है, हालांकि मेरी प्राथमिकता नृत्य है। 6 वर्ष की आयु से नृत्य कर रही हेमा मालिनी भरत नाट्यम, उड़ीसी मोहिनी अटम में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुकी है।
शारीरिक फिटनैस कितनी जरूरी है, के बारे में उन्होंने बताया कि एक अभिनेत्री और नर्तकी के लिए शरीर फिट रखना बेहद जरूरी है। जरूरत पडऩे पर हेमा मालिनी डायटिंग भी करती है, नृत्य का सहारा लेने के साथ-साथ योगा भी करती है।
पंजाब प्रदेश में लड़कियों का अनुपात गिरने पर चिंतित हेमा मालिनी इस क्षेत्र में कुछ ऐसा करने की इच्छुक है कि सामाजिक बुराई भ्रूण हत्या को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जाये। महिलाओं को अपने संदेश में ''प्रैसवार्ता'' के माध्यम से हेमा मालिनी की अपील है कि गर्भावस्था के समय लिंग निर्धारण जांच करवाने वाले परिवारजनों का डटकर विरोध करे और कानून भी उनकी मदद करेगा। अपनी अपील से सभी राजनीतिक पार्टियों से 33 प्रतिशत महिला आरक्षण की मांग भी हेमा मालिनी ने की है। भविष्य बारे उनका कहना है कि वह राज्य कंवर के साथ एक फिल्म में काम करने जा रही है, जिसमें उसकी प्रिय सहेली रेखा भी है। मुझे वही रोल अच्छे लगते हैं, जिनके जरिये अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकूं, परन्तु अब ऐसा लगता है कि अपने मनपसंद किरदार निभाने के लिए मुझे खुद ही फिल्म बनानी पड़ेगी। राजनीतिक मीटिगें, नृत्य प्रदर्शन, समाज सेवा की व्यवस्थाओं के चलते फिल्मों के प्रति रूझान कम हुआ है।
नई अभिनेतित्रयों को सलाह देते हुए उनका कहना है कि अपने आप पर हमेशा यकीन रखो, चुनौतियों का डटकर सामना करो, ताकि परस्थितियों का सामना करने में समर्थ हो जाओ। मार्ग में आने वाली असफलताओं से न घबराये, सफलता आपके कदम चूमेगी। अपनी कीमत पहचाने और अपनी बात पर दृढ़ रहने से मेरी तरह जवान महसूस करे। द्वारा : प्रैसवार्ता