6:51 pm
बेनामी
जींद:- सामाजिक संस्था जेसीआई जींद रायल ने अपने जेसीज सप्ताह के दौरान शहर के रिक्शा चालकों का मुफ्त बीमा किया। एसडीएम बीएस लोहिया ने बीमा पालिसी बांटकर शिविर का शुभारंभ किया। संरक्षक अजेश जैन ने बताया कि शहर में सवारी और सामान ढोने वाले रिक्शा चालक दिन भर अपनी रोजी-रोटी के लिए सड़कों पर चलते हैं, ऐसे में उन्हे दुर्घटना का शिकार भी होना पड़ता है, जिससे परिवार पर दोहरी मार पड़ती है। संस्था की तरफ से ऐसे गरीब चालकों के परिवारों को कुछ राहत देने के उद्देश्य से ही सभी चालकों का 25 हजार रुपये का दुर्घटना बीमा किया गया है। नेशनल इंश्योरेस कंपनी ने इस कार्य में विशेष सहयोग दिया। इस अवसर पर 226 चालकों को बीमा पालिसी प्रदान की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसडीएम लोहिया ने कहा कि जेसीआई जींद रायल गरीब असहाय लोगों की मदद करने का जो प्रयास कर रही है, वह अनुकरणीय है। लगातार हो रही बारिश की वजह से यह कार्यक्रम दीवानखाना की निर्माणाधीन दुकानों में संपन्न किया गया। इस अवसर पर सुनील मोंगा, रमेश जिंदल, सोहन सिंगला, जयभगवान गर्ग, संजय गर्ग, बिजेंद्र सैनी, नितिन गोयल, रवींद्र गर्ग, आदि मौजूद थे।
10:54 am
Ravi Hasija
जींद : जिले में लगातार 45 घंटे से हो रही बरसात रुकने का नाम नहीं ले रही है। वहीं सितंबर माह में पिछले 14 सालों के दौरान पांच बार ही औसतन 100एमएम से अधिक बरसात दर्ज की गई है। जब भी इतनी बरसात हुई है, जिले के लोगों को अच्छी-खासी परेशानी का सामना करना पड़ा है। प्रशासनिक दावों की पोल खुलती हुई नजर आई है। 1995 में हुई 383एमएम बरसात में तो जिले में बाढ़ तक आ गई थी, जिससे प्रशासनिक अधिकारियों के दावे धरे के धरे रह गए थे और लोगों को अच्छी खासी परेशानी उठानी पड़ी थी। अब भी पिछले डेढ़ दिन से बरसात हो रही है और मौसम वैज्ञानिक भी अगले दो दिन तक रुक-रुककर बरसात होने की बात कर रहे है। कृषि विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार जिले में सितंबर माह के दौरान पिछले 14 सालों में पांच बार औसतन 100एमएम से अधिक बरसात दर्ज की गई। जब भी इतनी बरसात हुई, उस दौरान जन जीवन तो ठप हुआ ही, साथ ही फसलों को भी नुकसान उठाना पड़ा। जिले में सितंबर माह में सबसे अधिक बरसात सन् 1995 में दर्ज की गई थी। इस दौरान 383एमएम बरसात हुई थी और जिले में बाढ़ आ गई थी। इसके बाद वर्ष 1998 में 100एमएम से अधिक बरसात दर्ज की गई। इस दौरान 176एमएम बरसात हुई। इसके बाद वर्ष 2002 में जिले में औसतन 124एमएम बरसात दर्ज हुई। इसके बाद वर्ष 2005 में 208एमएम बरसात रिकार्ड की गई थी। इस दौरान भी जन जीवन काफी प्रभावित हुआ। वर्ष 2005 के बाद चार साल बाद अब अब तक जिले में 170एमएम बरसात दर्ज की जा चुकी है। वहीं पिछले डेढ़ दिन में ही औसतन 150एमएम बरसात दर्ज की जा चुकी है।
6:28 pm
बेनामी
सफीदों (जींद ) :- बुधवार देर सायं स्थानीय सीता श्याम कालोनी में दो नकाबपोश व्यक्तियों द्वारा एक घर में घुसकर महिला के साथ मारपीट कर लाखों रुपए की नकदी व जेवरों पर लूटपाट करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है।
देर सांय दो नकाबपोश युवकों द्वारा स्थानीय सीता श्याम कालोनी निवासी ओमबीर देशवाल के घर में घुसकर मकान मालिक की पुत्र वधू मिलन के साथ मारपीट की और चाकू की नोंक पर करीब 30-40 हजार रुपए की नकदी व कुछ डायमंड व सोने के बने जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। घटना को अंजाम दिए जाने के पश्चात लुटेरों ने मिलन को एक कमरे में बंद कर दिया और मौके से फरार हो गए।
घटना कुछ समय के पश्चात मिलन ने अपने परिजनों को किसी तरह संपर्क किया और इस संदर्भ में मिलन के देवर गौरव देशवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि उसकी भाभी घर पर अकेली थी कि तभी दो नकाबपोश युवक चाकू व अन्य हथियारों से लैस होकर आए और उससे घर की चाबी मांगने लगे। जब उनकी भाभी ने ऐसा करने से मना कर दिया तो उन नकाबपोश लोगों द्वारा मारपीट की जाने लगी और कमरे में रखी अलमारी से तीन डायमंड अंगुठियां, एक सोने की चैन हजारों रूपये की नकदी व कुछ अन्य सामान भी साथ ले गए। पुलिस को घटना की जानकारी दे दी गई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की गहनता से छानबीन की.
11:56 am
Ravi Hasija
जींद : हरियाणा : बुधवार रात से रुक-रुककर बरस रही बरसात शुक्रवार भी पूरा दिन जारी रहा। बरसात ने शहर को पूरी तरह से तर-ब-तर कर दिया। तापमान में गिरावट दर्ज की गई यानि मौसम में ठंडक आ गई। वहीं यह बरसात किसानों के लिए भी वरदान साबित हुई।
दूसरी ओर बरसात के चलते शहर के मुख्य मार्गो के अलावा कई कालोनियों में पानी जमा हो गया। सबसे ज्यादा निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ी। घरों में पानी घुसने के कारण लोग परेशान दिखाई दिए और पानी निकालने में लगे रहे। जिले में औसतन पिछले ५० घंटे मे 106एमएम से अधिक बरसात दर्ज की गई। सबसे अधिक बरसात जींद में १९८ एमएम तथा सबसे कम बरसात उचाना में १५ एमएम हुई। बरसात के चलते शहर के पटियाला चौक, पुरानी सब्जी मंडी मोड़, सफीदों गेट, बाल भवन रोड पर पानी जामा हो गया, जिससे राहगीरों को अच्छी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बुधवार शाम से ही आसमान में काले बादल छाने शुरू हो गए थे। बुधवार लगभग दस बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई थी,। जो दिनभर जारी रही। कृषि विशेषज्ञ भी बरसात को फसलों के लिए लाभदायक बता रहे है। बृहस्पतिवार को पूरा दिन आसमान में छाएं काले बादलों से मौसम खुशगवार रहा। पिछले काफी दिनों से बरसात न होने के कारण किसानों को पंपों का सहारा लेना पड़ रहा था। फिर भी पर्याप्त मात्रा में धान फसल की सिंचाई नहीं हो पा रही थी, लेकिन इस बरसात ने किसानों की सिंचाई की परेशानी को खत्म कर दिया है। जिले में सबसे अधिक बरसात जींद १९८ एमएम, सफीदों १७२ एमएम, पिल्लूखेड़ा में १०८, नरवाना में ४५, जुलाना में १०१ एमएम, उचाना में १५ एमएम हुई। इस बारे में कृषि उपनिदेशक रोहताश सिंह राहड़ ने बताया कि बरसात धान व बाजरे की फसल के लिए काफी फायदेमंद है, वहीं जिन किसानों की कपास की फसल खिल चुकी है उसके लिए यह थोड़ी नुकसानदायक सिद्ध हो सकती है। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि वे पानी का संग्रह कर रखें जबकि कपास वाले किसान खेतों में पानी जमा न रहने दें।
तो इस तरह यह बरसात कहीं खुशियों की सौगात लेकर आई तो कहीं इसने थोडी-बहुत दिक्कते भी पैदा की. परन्तु कुल मिलाकर इस खुशगवार मौसम का लुत्फ़ सबने ही उठाया.
6:18 pm
बेनामी
जींद:- छात्राओं के साथ छेड़खानी करने के आरोप में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में लगी हुई है। जानकारी के अनुसार गत 3 सितंबर को पाजू खुर्द निवासी एक युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि जब वह अपनी सहेलियों के साथ आटो से स्कूल जा रही थी तो अमित, रमलू, मोहन, जोगेंद्र तथा कुछ अज्ञात लड़कों ने रास्ता रोककर गाली-गलौच, मारपीट व उनके साथ छेड़खानी की। पुलिस ने नीलम के बयान पर मामला दर्ज करते हुए पाजूकलां निवासी शीशपाल, योगेश तथा मेजर को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा पुलिस इस मामले में तीन आरोपियों अमित, जोगेंद्र व मोहन वासी पाजूकलां को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
1:05 pm
Ravi Hasija
जींद : पिल्लूखेड़ा से जींद आ रही रोडवेज बस की पिंडारा गांव के पास रोडवेज फ्लाइंग द्वारा चेक किए जाने पर बेटिकट यात्रियों द्वारा हाथापाई की गई और गाली-गलोच किया गया। हाथापाई को अंजाम देकर बेटिकट यात्री मौके से फरार हो गए। चेकिंग दस्ते ने इसकी शिकायत रोडवेज महाप्रबंधक से की है। रोडवेज महाप्रबंधक ने इस बस को आगामी एक-दो दिन तक बंद करने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार पिल्लूखेड़ा से वाया खरक, आसन, बराह कलां, खुर्द होते हुए जींद के लिए रोडवेज बस नंबर-एचआर-56-1612 आ रही थी। जैसे ही बस पिंडारा गांव के नजदीक पहुंची तो फ्लाइंग को देखकर चालक रणबीर ने बस को रोक दिया। बस रुकने पर फ्लाइंग दस्ता नंबर-दो बस में चला गया और यात्रियों की टिकट चेक करने लगा। बस में लगभग डेढ़ दर्जन युवक बेटिकट यात्रा कर रहे थे। जैसे ही फ्लाइंग दस्ते ने टिकट की मांग की तो वह टिकट दिखाने की बजाय फ्लाइंग दस्ते से उलझ गए। बेटिकट यात्रियों ने फ्लाइंग के साथ गाली-गलोच करते हुए हाथापाई की। बेटिकट यात्रियों ने निरीक्षक रामकिशन तथा कंडक्टर विजय के साथ बदतमीजी की। लगभग 15-20 मिनट तक यह नजारा जारी रहा। घटना को अंजाम देकर उक्त बेटिकट यात्री मौके से फरार हो गए। इसके बाद चालक बस को बस स्टैंड पर ले आया और इसकी शिकायत रोडवेज महाप्रबंधक से की। रोडवेज महाप्रबंधक एमएस खर्ब ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस बारे में जब रोडवेज महाप्रबंधक एमएस खर्ब से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि फ्लाइंग दस्ते द्वारा शिकायत की गई है। इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि आगामी दो दिनों के लिए उक्त बस को बंद कर दिया गया है तथा उक्त रूट पर दोनों फ्लाइंग दस्ते तथा अन्य कर्मचारियों को चेकिंग के लिए लगाया जाएगा और चेकिंग की जाएगी। बेटिकट यात्रा करने वालों तथा बदतमीजी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि यह स्कूली छात्र नहीं बल्कि शरारती तत्व है, जो जान-बूझकर बेटिकट यात्रा करते है और रोब झाड़ते है।
11:53 am
Pardeep Dhaniya
गुड़गांव: पति के संबंध खराब होते देख अन्नू ने अपने बच्चे को उसका हक़ दिलवाना चाहा। लेकिन जब परमीत के परिवार ने बच्चे को नहीं अपनाया तो फिर उसके पास एक ही रास्ता बचता था। अन्नू ने परमीत का घर छोड़ दिया।
घर छोड़ने के बाद उसने कानून का सहारा लेने का मन बनाया। और फिर गुडगांव के सेक्टर 56 के पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया। लेकिन पुलिस का इस मामले पर बिल्कुल अलग रवैया है। पुलिस इसे एक मामूली मामला मान रही है।
दरअसल अन्नू का एक बेटा लगभग चार साल का है और दूसरा जो गोद में है वो लगभग सवा दो महीने का है। बस इसी बच्चे के जन्म के बाद अन्नू की जिंदगी में एकदम से भूचाल आ गया। बच्चे के पैदा होने के बाद डॉक्टरों ने बताया कि इसका फेफड़ा खराब है। डॉक्टरों ने ये भी बताया कि इसके इलाज में तकरीबन तीन लाख रुपए लगेंगे। इससे पहले तक सब कुछ ठीक था।
लेकिन यहीं से अन्नू के पति परमीत सिन्हा का रवैया बदल गया। परमीत निजी कंपनी में वाइस प्रेसीडेंट है और उसकी तनख्वाह लाखों में है। लेकिन परमीत को अपने बेटे के इलाज के लिए तीन लाख रुपए देना भारी पड़ गया। ऊपर से पत्नी अन्नू को मारना पीटना शुरू कर दिया। और आरोप लगाया कि उसी में कोई दिक्कत है जिसकी वजह से उसका बेटा बीमार पैदा हुआ है।
इसके बाद अन्नू के पति परमीत ने ये भी कहना शुरू कर दिया कि इलाज के पैसे अपने मायके से लेकर आए। अन्नू के पति ने उसे यहां तक कहा कि वो इस बीमार बच्चे को सड़क पर लावारिस फेंक दे। लेकिन जब अन्नू ने ये सब करने से मना कर दिया तो फिर उसने अन्नू और उसके मायके के लोगों को मानसिक रूप से सताना शुरू कर दिया। आखिरकार अन्नू इतनी टूट गई कि उसे अपना घर छोड़ना पड़ा। अन्नू के पास कानून का सहारा लेने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा था। आखिरकार अन्नू ने पुलिस में मामला दर्ज कराया। वहीं पुलिस का कहना है कि शिकायत में बच्चे का जिक्र नहीं किया गया है। शिकायत में अन्नू ने इसे सिर्फ दहेज़ उत्पीड़न का मामला बताया है। अन्नू के घर वालों को अब कोर्ट से इंसाफ की उम्मीद है। अन्नू के घर वालों का आरोप है कि परमीत मौके की तलाश में था और मौका मिलते ही उसने अपना काम कर दिया।