5:41 pm
Pardeep Dhaniya
तोशाम(हरियाणा) : यहां से पांच किलोमीटर दूर एक जीप के सड़क पर खड़े डम्पर से टकरा जाने से एक ही परिवार की तीन महिलाओं, एक पुरूष व एक ग्रामीण नर्स की घटनास्थल पर दर्दनाक मौत होने का समाचार है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव कंवारी के सतनारायण की पत्नी सुरजमुखी को परिवार के लोग जीप पर डिलीवरी के लिए तोशाम के हस्पताल ला रहे थे कि चार बजे के लगभग जीप डम्पर से जा टकराई। जिसमें गर्भवती सूरजमुखी, उसकी सास हरदेई, देवर सुरेन्द्र, परिवार की एक महिला बीरमती व गांव में नर्स का काम करने वाली अनीता की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सड़क दुर्घटना में मृतका सूरजमुखी का पति सतनारायण गंभीर रुप से घायल हो गया, जिसे पीजीआई रोहतक रैफर किया गया है।
4:44 pm
बेनामी
जींद(हरियाणा) : रेलवे सुरक्षा बल ने रेलगाड़ी में अवैध तौर पर सामान बेचने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। रेलवे सुरक्षा बल को पिछले काफी समय से सूचनाएं मिल रही थी कि जींद-रोहतक के बीच रेलगाड़ियों में अवैध रूप से सामान बेचने का काम चल रहा है। रेलवे सुरक्षा बल ने रविवार को डीजे रेलगाड़ी में चेकिंग अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान आरपीएफ ने तीन लोगों को रेलगाड़ी में अवैध रूप से सामान बेचते हुए गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में उनकी पहचान ढाकल निवासी प्रेम सिंह, यूपी के आगरा स्थित बाहा हाल नांगलाई निवासी धर्मेद्र तथा बिहार के जिला अरवल के अमरा गांव हाल नांगलाई निवासी रोहित के रूप में हुई है। रेलवे पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
1:21 pm
बेनामी
जींद(हरियाणा) : जिला पुलिस ने दहेज मांगने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस के अनुसार करसिंधू निवासी चाहन नामक महिला ने 25 मई 2009 को ससुराल पक्ष द्वारा दहेज के लिए प्रताड़ित किए जाने की शिकायत दी थी। उसकी शादी 8 फरवरी 2007 को लाखन माजरा निवासी सोनू के साथ हुई थी तथा ससुराल वाले शादी में दहेज कम लाने के कारण उसके साथ मारपीट करते थे। पुलिस ने उसकी शिकायत पर ससुराल वालों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लाखनमाजरा निवासी राममेहर तथा रतनी देवी को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा इस मामले में सोनू के बड़े भाई राजेश को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
1:06 pm
Ravi Hasija
जीन्द(हरियाणा) : दहेज की मांग पूरी न करने पर विवाहिता को जलाकर मार डालने के मामले में अदालत ने पति को आठ वर्ष तथा दो हजार रुपये जुर्माना जबकि सास तथा ससुर को सात-सात साल कैद की सजा सुनाई है। इसके अलावा दो-दो हजार रुपये जुर्माने के तौर पर भी भरने होंगे। अदालत में चले अभियोग के अनुसार वार्ड संख्या-11 नरवाना निवासी जगदीश ने 23 नवंबर 2008 को पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी बेटी सुनीता की शादी सवा साल पूर्व आदर्श नगर निवासी अश्वनी के साथ हुई थी। शादी के समय सुनीता को यथा संभव दान दहेज दिया गया था, लेकिन सुसरालजन उसे और अधिक दहेज लाने के लिए मजबूर करते थे। दहेज की मांग पूरी न होने पर सुनीता के सुसरालजनों ने 18 नवंबर 2008 की रात उस पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी। पड़ोसियों द्वारा सुनीता को सामान्य अस्पताल लाया गया। चिकित्सकों ने सुनीता की 90 प्रतिशत जली हालत देख पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। जहां पांच दिन बाद उपचार के दौरान सुनीता की मौत हो गई। पुलिस ने जगदीश की शिकायत पर पति अश्वनी, ससुर रामदास, सास इमरती उर्फ मूर्ति देवी के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज किया था। जिला एवं सत्र न्यायाधीश डा। बीबी प्रसून्न की अदालत ने पति अश्वनी को आठ वर्ष तथा दो हजार रुपये जुर्माना जबकि सास इमरती उर्फ मूर्ति देवी तथा ससुर रामदास को सात-सात साल की कैद की सजा सुनाई है। इसके अलावा उन्हे दो-दो हजार रुपये जुर्माने के तौर पर भरने होंगे।
6:07 pm
Akbar Khan Rana
सुबह हुई । पीठ ने बोझ उठाना आरम्भ किया । कुछ पैसे मिले । उन पैसों से आटे, नमक, तेल खरीदे गए । रोटियां बनी । थोड़ी सब्जी थी । पेट ताबड़तोड़ खाता गया ।
दोपहर बाद --
पीठ ने फ़िर बोझ उठाया । फिर पेट ने खाने का ही काम किया ।
रात हुई है --
और पीठ पर लदकर सो गया बेहया भारी पेट । निश्चिंत, लापरवाह और परजीवी पेट को देख 'अपने देश के नेता याद आए।'
० अभिराम सत्यज्ञ जयशील
2:40 pm
बेनामी
जींद(हरियाणा) : शामलो कलां गांव में दो अज्ञात
युवक एक महिला की सोने की चेन साफ करने के बहाने नकली चैन देकर फरार हो गए। इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस ने महिला के पति की शिकायत पर मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में शामलो कलां निवासी विजेंद्र ने कहा है कि वह किसी कार्य से खेत में गया हुआ था। घर पर उसकी पत्नी सुशीला देवी थी। उसी दौरान दो युवक मोटरसाइकिल पर आए और बर्तन व सोने के जेवर साफ करने की बात कही। उसकी पत्नी ने सोने की चैन लाकर साफ करने को दी और स्वयं किसी किसी कार्य में व्यस्त हो गई। इसी
बीच उक्त युवकों ने वह चैन नकली चैन से बदल दी तथा सुशीला को देकर फरार हो गए। ठगी का
पता चलते ही इसकी शिकायत पुलिस को कर दी गई। पुलिस ने अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
11:47 am
Ravi Hasija
फसलों को बर्बाद करने वाले किसान के दुश्मन कीटों को अब कातिल बुगड़ा '
असैनिनबग'
नामक जीव खत्म करेगा। इस मित्र कीट के फसलों में आने से किसानों में खुशी की लहर है। यह बुगड़ा कपास,
धान तथा बाजरे की फसल में पाया जा रहा है। बुगड़े द्वारा दुश्मन कीटों के खाने से किसान प्रति एकड़ के हिसाब से उत्पादन बढ़ा सकता है। इस बात में कोई शक नहीं है कि अगर फसल में कोई बीमारी नहीं आए तो किसान की पौ बाहर रहती है। दूसरा मिलीबग जैसी बीमारी किसान के खेत में कुछ नहीं छोड़ती है। अब जिले के किसानों को फसल को खत्म करने वाले मच्छर,
मक्खियों,
मिलीबगों,
तितलियां,
पतंगों,
भृर्गो तथा भंवरों से डरने की आवश्यकता नहीं है,
क्योंकि यह बुगड़ा इन सभी को अपनी डंक से मौत की नींद बड़ी ही आसानी से सुला सकता है। कातिल बुगड़ा जींद,
जुलाना,
सफीदों तथा उचाना के क्षेत्र में ज्यादा पाया जा रहा है। कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि किसानों को इसकी पहचान होनी बहुत ही जरूरी है। अगर किसानों को इसकी पहचान नहीं होगी तो इसे किसान इसे दूसरे दुश्मन कीटों की तरह खत्म कर सकते हैं। बुगड़ा डंक के जरिये से अपना जहर किसान के दुश्मन कीटों में फैलाता है। कातिल बुगड़े का जीवन काल 6
महीने का होता है। यह बाल्य काल से प्रौढ़ होने तक 65
से 90
दिन लेता है। इसी दौरान यह अपने जीवन में पांच बार कांजली छोड़ता है। मादा बुगड़ा समूहों में अंडे देती है। एक समूह में करीबन 40
अंडे होते हैं। मादा को ज्यादा भोजन की आवश्यकता होती है। इसी कारण यह ज्यादा कीटों को अपना भोजन बनाती है। इनके अंडो का रंग भूरा होता है। इसके शिशु को कीट वैज्ञानिक निम्फ कहते हैं। बुगड़े का रंगा काला,
लाल तथा भूरा होता है। इसके शरीर की लंबाई 20
से 25
मिलीमीटर होती है। इसका गर्दन रूपी सिर लंबा होता है। बुगड़े की आंखें चमकदार होती हैं। इस बारे में जब कृषि विकास अधिकारी डा। सुरेद्र दलाल से बात की तो उन्होंने कहा कि कातिल बुगड़ा किसान का बहुत बड़ा मित्र कीट है। यह किसान की फसल की रक्षा दुश्मन कीटों से करता है। किसान को इसकी पहचान करनी चाहिए। कई बार किसान बिना पहचान के इस पर कीटनाशक का छिड़काव करवाकर इसे मार देते हैं। इसे मारना नहीं चाहिए।