समाज में कई बार ऐसी घटनाएं घट जाती है कि आदमी सोचने पर मजबूर हो जाता है। इंसानों की बस्ती में रहने वाले भेडिये सरेआम हैवानियत का नंगा नाच कर जाते है और समाज व पुलिस देखती रह जाती है। मै जिस घटना का यहाँ पर जिक्र कर रहा हूँ वह घटना हरियाणा प्रदेश के उपमंडल सफीदों के गांव गांगोली की है। इस घटना ने पूरी मानवता को सरेआम शर्मशार किया है। इस गावं की एक नाबालिग लड़की के साथ एक दिन में लगभग दस लोगों ने बार बार बलात्कार किया। उसके बाद पानीपत की एक महिला दस दिन तक उसके साथ रेप करवाती रही। इस नाबालिग लडकी की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं हैं। गावं का मोती नामक युवक इसें इसके प्रेमी से मिलवाने के बहाने घर से ले गया। जिसने दुसरे गावं में इस लडकी के साथ रेप कर वही छोढ दिया। सुनसान जगह पर अनजान लडकी को पाकर वहा तीन लडको ने उसके साथ मुह काला किया। इस के बाद ये लडके उसे छोड कर चले गए। लेकिन इस लडकी की किसमत में अभी और भी दरींदगी बाकी थी । तीन लडको के बाद यह लडकी उस गांव की सडक पर मौजूद ईंट भट्ठों के पास पहुच गई । यहा खेतों में पानी दे रहे दो लडको ने इसे अकेला पाकर मिलकर रेप किया। बाद में इन्होने भी इसे लावारीस छोड दिया । लेकिन तब तक वह बेहोस हो चुकिं थी । होश में आने के बाद वह जींद-पानीपत मार्ग पर आ गई। जहा उसने एक केंटर को लिफ्ट के लिय हाथ दिया। पानीपत जा रहे इस केंटर में मौजूद दो लोगों ने भी इसे नहीं छोडा। अपनी हवस पुरी करने बाद इस लोगो ने लडकी को पानीपत छोड दिया। जहा यह खडी रो रही थी। तभी विकास नामक एक युवक ने इसे दिलासा देते हुए घर ले गया । जहा उसने इसे अपनी सोना नामक भाभी के यहा छोड दिया। विकास ने भी उसके साथ रेप किया। और बाद मे भी उसे आगे दुसरो के सामने परोसा गया।सोना ने ज्योती को अपने कब्जें में रख देह वयापार करवाया। लेकिन एक दिन एक पडोसन को उस पर दया आ गई। उसने मामले की सुचना पुलिस को दी। सुचना पाकर पुलिस ने छापा मारकर लडकी को बरामद कर लिया। साथ ही उस महिला को भी। पुलिस ने इस मामले में कई लोगो कों गिरफ्तार किया है। दोषिओं कों सजा होगी या नहीं यह तो समय व् कानून के हाथ मे है लेकिन अब सवाल ये है कि क्या इस नाबालिग की लुट चुकी इज्जत वापिस आ जाएगी ?