महंगाई मुद्रा स्फीति में भारत का विश्व रिकोर्ड ......
अल्प समय में देश भर में कई गुना अधिक महंगाई और वोह भी रोज़ मर्रा खाने पीने के काम आने वाली वस्तुओं के दामों में भरी व्रद्धी के मामले में हमारा देश विश्व भर में पहले स्थान पर आ गया हे और इस मामले में अतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक मंच भारत के प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह को सम्मानित करने का न्योता भी दे चूका हे जबकि एक अन्य सन्गठन इस महंगाई को खामोशी से बर्दाश्त करने के लिए भारत की जनता को शांत गांय का खिताब दे चूका हे ।
दोस्तों सुनने में अजीब लगता हे लेकिन देश की महंगाई के आंकड़े कुछ दिनों मह ही जब १७ प्रतिशत यानी खाने पीने की व्स्तुप्न के मूल्य कई गुना ज्यादा बढाये जाते हें और जनता खामोश सहती हे सरकार बेबस होने का नारा देती हे तो भारत और भारत का गणित चाहे कुछ भी कहे लेकिन अंतर्राष्ट्रीय गणित तो इस साज़िश को समझ कर अपनी टिप्पणी करता ही हे विश्व में इससे भी कम मुद्रास्फीति की बढ़ोतरी सोवियत संघ में हुई थी वहां मिखाइल गोर्बाच्योव जी थे उसके बाद सोवियत संघ तबाह और बर्बाद हो गया महंगाई ने ही सोवियत संघ में ऐसी क्रान्ति पैदा की के आज सोवियत संघ इतिहास बन कर रह गया हे अब हमारा भारत देश जो बेचारा यह सब महंगाई ख़ामोशी से सह रहा हे तो फिर तो हमारा देश इन दिनों विश्व का सबसे महान देश और यहाँ की जनता महा महान ही कहलाएगी लेकिन इस महंगाई के जनक सूत्रधार अर्थ शास्त्री आदरणीय डोक्टर मनमोहन सिंह जी तो इस काम के लिए महा महा महा महान बन गये हें और विश्व के सबसे कमजोर सबसे तेज़ी से महंगाई बढाने वाले प्रधानमन्त्री की सूचि में सबसे पहले ऐतिहासिक प्रधानमन्त्री जी बन गये हें ........... । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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