कोटा एरोड्रम चोराहे के नाम पर करोड़ों का गेम
जनाब कोटा के राष्ट्रिय राजमार्ग के बीच शहरी रास्ते में स्थित इस चोराहे की एक सडक उद्योग नगर तो दूसरी चम्बल गार्डन जाती हे तो एक सडक बस स्टेंड और स्टेशन से आकर राष्ट्रीय राज मार्ग जयपुर जबलपुर की तरफ झालावाड के रास्ते से जाती हे । यह चोराहा पहले तोपों से सजा संवरा था लोग इसे खुबसुरत चोराहा मानते थे इस चोराहे की सुन्दरता बढ़ाने के नाम पर भाजपा सरकार ने पहले करोड़ों रूपये खर्च किये , फिर वापस इसी भाजपा सरकार ने १७ साल पहले इस पुरे चोराहे को तोड़ा और इस चोराहे पर भाजपा का चुनाव चिन्ह जो देश का राष्ट्रिय फुल कमल भी हे कमल का फुल बना कर लगवाया इस नये सोंदर्य करन में सरकार के फिर करोड़ो रूपये खर्च हुए , इस चोराहे सोंदर्य करन के कुछ दिनों बाद ही कोंग्रेस की सरकार आई कोंग्रेस की सरकार के प्रतिनिधियों ने कहा के भाजपा ने चोराहे पर भाजपा का चुनाव चिन्ह लगा दिया हे इसलियें इसे हटाया जाएगा और बस फिर इस चोराहे की शक्ल बदलने के लियें करोड़ों रूपये खर्च हुए और गरुड की बढ़ी प्रतिमा लगा दी गयी गरुड की चोंच उद्ध्योग नगर की तरफ थी जब कुछ दिनों बाद जे के सहित कुछ और उद्योगों पर संकट आया और उद्योग बंद होने लगे तो कोंग्रेस की एक महिला विधायक को एक पंडित वास्तुशास्त्र वाले ने कह दिया के इधर गरुड गिद्ध की कुद्र्स्ती हे इसियें उद्योगों पर मंदी और तबाही हे बाद मुख्यमंत्री जी तक पहुंचाई गयी और काफी विवादों के बाद गरुड की मूर्ति हटाई गयी और नया चोराहा फिर से करोड़ों रूपये खर्च कर कोंग्रेस सरकार में बनाया गया इस चोराहे में फव्वारे थे तो चार महंगे खम्बे खड़े कर उन पर हाथी लगाये गये हें बस यहं से फिर विवाद शुरू हो गया लोगों ने कहना शुरू कर दिया के कोंग्रेस बहुजन समाज पार्टी की प्रचारक हे और इसीलियें इस चोराहे पर बहुजन समाज पार्टी का चुनाव चिन्ह हाथी लगाये गये हें और वोह भी एक नहीं दो नहीं पुरे चार हाथी लगाये गये हें , कोंग्रेस सरकार इन हाथियों को हटाने की सोचती के इनकी सरकार ही चली गयी अब फिर से राजस्थान में कोंग्रेस की सरकार हे और इस व्यस्तम चोराहे को फिर से नई शक्ल देने के नाम पर तोड़ा जायेगा और करीब अथ करोड़ रूपये की लागत से इस चोराहे पर अब किसी की मूर्ति नहीं बलके इण्डिया मेरिज के नाम से हिन्दुस्तानी दुल्हा दुल्हन की मुर्तिया और विवाह के तोर तरीके करते हुए मुर्तिया लगाई जाएँगी जिस के निर्माण में ४ वर्ष लगेंगे इस सभी निर्माण में एक खास बात यह हे के इस चोराहे से कोंग्रेस सरकार और एक अभियंता गोलछा का हमेसा रहा हे यह चोराहा बना जब अभियंता गोलचा सहायक अभियंता थे फिर दूसरी बार चोराहा बना तो अधिशासी अभियंता बने फिर तीसरी बार अधिक्ष्ण अभियंता बने और अब जब मुख्य अभियंता बन रहे हें तो फिर तो इस चोराहे में चार चाँद के नाम पर फ़िज़ूल खर्ची होना ही हे तो जनाब इस चोराहे का हाल देखिये छोटा सा चोराहा और इसने दो दशक में कितनी तोड़ फर कितना भ्रस्ताचार और कितनी सियासत देखी हे अब तो यह चोराहा खुद अपनी हालत पर आंसू बहाने लगा हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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