गाँवों में स्वच्छता रखने के लिए प्रशासन की कवायद
सफीदों (हरियाणा) : कागजी उपलधियों व शौचालयों के निर्माण मे हेराफेरियों के लिए पिछले कई सालों से चर्चित रहे सपूर्ण स्वच्छता अभियान के प्रति जिला जींद प्रशासन ने फिर से जागा है। जब सपूर्ण स्वच्छता के लिए प्रचार से काम नहीं चला तो अब जिला प्रशासन को केवल बैटरी का ही सहारा रह गया है। खुले में शौच जाने की आदत से मजबूर ग्रामीणों के लिए बुरी खबर है। जिला प्रशासन द्वारा जिले को साफ और स्वच्छ बनाए रखने के लिए चलाए गए सपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत ग्राम स्तर पर बनाई गई निगरानी कमेटियों को एक बार फिर सक्रिय किया गया है। खुले में शौच जाने की प्रथा को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ग्राम स्तर पर बनाई गई कमेटी के सदस्यों को प्रत्येक गांव में पांच टोपी, पांच बैटरी तथा पांच सीटियों की किट उपलध करवा दी गई है। इन कमेटियों के सदस्य सुबह व शाम गांव में खुले में शौच जाने वाले लोगों पर नजर रखेंगे और उन्हें ऐसा करने से रोकेंगे।
गौरतलब है कि गांवों मे अनेक गरीब परिवारों के पास घर मे शौचालय उपलध नहीं है और इनकी महिलाएं गांव के आसपास शौचादि के लिए विवश हैं। अतिरिक्त उपायुक्त डा० जे गणेशन ने इस बारें बताया कि खुले में शौच जाने की प्रथा को रोकने एवं सपूर्ण जिले को स्वच्छ करने के उदेश्य से ग्रामीण क्षेत्रों में घरों में शौचालय निर्माण कार्य जारी हैं।
गौरतलब है कि गांवों मे अनेक गरीब परिवारों के पास घर मे शौचालय उपलध नहीं है और इनकी महिलाएं गांव के आसपास शौचादि के लिए विवश हैं। अतिरिक्त उपायुक्त डा० जे गणेशन ने इस बारें बताया कि खुले में शौच जाने की प्रथा को रोकने एवं सपूर्ण जिले को स्वच्छ करने के उदेश्य से ग्रामीण क्षेत्रों में घरों में शौचालय निर्माण कार्य जारी हैं।
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