हाथ पर हाथ धरे बैठा है प्रशासन व नहरी विभाग
सफीदों, (हरियाणा) : हरियाणा के कुरूक्षेत्र व कैथल के अलावा कई शहर नहर टूटने से बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ के कारण सडक़ व रेल यातायात पूरी तरह से ठप्प हो चुके हैं। लोगों का जनजीवन संकट में हैं। कुछ ऐसे ही हालात सफीदों क्षेत्र में भी हो सकते हैं। सफीदों क्षेत्र में बहने वाली हांसीबुटाना लिंक नहर किसी भी वक्त टूट सकती है, क्योंकि इस नहर की पटड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है तथा पटड़ी में कईकई फूट गहरे गड्डे बने हुए हैं। प्रशासन व नहर महकमा को लोगों की जानमाल की कोई परवाह नहीं है तथा वह हाथ पर हाथ धरे बैठा है। ज्ञात रहे कि हांसीबुटाना लिंक नहर आमतौर पर खाली रहती है लेकिन पिछले कुछ दिनों से यह नहर अपने पूरे वेग से बह रही है। बताया जाता है कि इस नहर में बाढ़ का पानी छोड़ा गया है। नहर में इतना पानी आ रहा है कि पानी पूल से टकराने वाला है। अगर यह नहर टूट जाती है तो यह पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले सकती है। सफीदों हलके के अंटा हैड के पास इस नहर की पटड़ी की हालत बेहद चिंतनीय बनी हुई है। नहर के किनारे पटड़ी पर गहरी दरारें गड्डे बने हुए हैं। इन दरारों की लंबाई व गहराई कईकई फूट है। दरारें व गड्डें इतने गहरें हैं कि इन्हें देखने भर से ही किसी अनहोनी का डर पैदा हो जाता है लेकिन इस तरफ प्रशासन व नहरी विभाग का कोई ध्यान नहीं है। सब के सब आंख मूंदे बैठे हैं। इस नहर के किनारों के समीप के किसानों को भारी चिंता होने लगी है। उनको अपनी फसल की चिंता बनी हुई है। उनका कहना है कि अगर यह नहर टूट गई तो उनका सबकुछ तबाह हो जाएगा। किसानों ने बताया कि इस नहर की तरफ विभाग का कोई भी अधिकारी झांककर भी नहीं देखता। किसानों का कहना है कि इस नहर में पीछे से बाढ़ का पानी छोड़ा जा रहा है तथा नहर अपने पूरे उफान पर है। नहर के पानी का सारा दबाव इस अंटा हैड पर बना हुआ हैं, क्योंकि यह नहर यहीं पर आकर मिल जाती है। किसानों का कहना है कि इस नहर में दिनप्रतिदिन पानी की वृद्धि होती जा रही है। पानी की बढ़ौतरी की यहीं रफतार रही तो यह नहर बहुत बड़ी तबाही मचा सकती है। किसानों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि प्रशासन इस नहर की तरफ विशेष् रूप से ध्यान दे तथा इन गड्डों को पूरी तरह से भरवाए।
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