एस.एस. जैन महासभा के प्रांतीय समेलन संपन्न
सफीदों, (हरियाणा) : सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना करते हुए हरियाणा सरकार प्रदेश में जैन धर्म के प्रमुख पर्युषण पर्वों के दौरान कत्लखानों को बंद करवाए। यह बात एस.एस. जैन महासभा के प्रांतीय अध्यक्ष राधेश्याम जैन ने कही। वे सफीदों के जैन मंदिर में महासभा के प्रांतीय समेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जैन धर्म में पर्युषण पर्व की बड़ी महता है। इन दिनों में जैन साधु-साध्वियां तथा श्रावक-श्राविकाएं तपस्या करते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए जैन समाज ने सन २००५ में सर्वोच्च न्यायालय में अपील की। इस अपील को मंजूर करते हुए सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ के माननीय न्यायाधिपति मार्कण्डेय काटजू ने १४ मार्च २००८ के ऐतिहासिक निर्णय में गुजरात उच्च न्यायालय का निर्णय बदलते हुए कहा था कि अहमदाबाद में जैन धर्मावलबियों की धार्मिक भावना का आदर करते हुए पर्युषण के दौरान ऽ दिन तक कत्लखाने बंद रखे जाने चाहिए। सम्राट अकबर का हवाला देते हुए कहा गया कि सम्राट अकबर ने भी धर्मावलबियों की धार्मिक भावना का आदर करते हुए शिकार व मांस सेवन का निश्चित अवधि के लिए त्याग कर दिया था। प्रांतीय अध्यक्ष ने सरकार से पूरजोर अपील की कि पुर्यषण पर्वों के ऽ दिनों के दौरान प्रदेश में कत्लखाने पूरी तरह से बंद किए जाने चाहिए। इसके अलावा उन्होंने सरकार से मांग की कि अन्य राज्यों की तरह से ही ईसाईयों, मुसलमानों व सिखों की तरह से प्रदेश के में जैन समाज को अल्पसंखयक का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कुल जनसंखया में मात्र ५७१६७ ही जैन समाज के हैं। इसलिए इनकों अल्पसंखयक का दर्जा दिया जाना जायज है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश, चंडीगढ़, उत्तरप्रदेश, उत्तराचंल, राजस्थान, महाराष्ट, पश्चिम बंगाल, बिहार, तमिलनाडू, कर्नाटक व दिल्ली की सरकारों ने जैन समाज को अल्पसंखयक का दर्जा दिया हुआ है। उन्होंने कहा कि जैन समाज पिछड़ता ही चला जा रहा है। इसका मुखय कारण समाज में एकता का अभाव है। उन्होंने समाज के लोगों से आह्वान किया कि वे एकजूट रहें तथा एकजूट होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ें। इस प्रांतीय समेलन में प्रदेश कार्यकारिणी के चुनाव भी संपन्न हुए। जिसमें काफी विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से राधेश्याम जैन को ही पुनः एस.एस. जैन महासभा का प्रांतीय अध्यक्ष चुन लिया गया। इसके अलावा महासचिव जे.पी. जैन तथा कोषध्यक्ष सुरेश चंद जैन को चुना गया। उपस्थित जैन समाज के लोगों ने सर्वसाति से हुई इन नियुक्तियों का स्वागत किया।
1 टिप्पणियाँ:
aap shi frmaa rhe hen kisi ka maans psnd nhin to kisi ko skon pr ngn ghumnaa psnd nhin sbhi logon ki bhaavnaaon kaa dhyaan is desh men rkhnaa zruri he vese al kbir qtl khaane ke maalik kon he plz zraa ptaa krke btaayen.
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