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10.4.10

सफीदों मंडी में नहीं हो रही गेंहू की सुचारू खरीद


सफीदों, (हरियाणा) : सफीदों अनाज मंडी को पुरानी अनाज मंडियों में एशिया की दूसरी सबसे बड़ी अनाज मंडी होने का गौरव प्राप्त है लेकिन यहां पर सरकार के दानादाना खरीदने के दावों की सरकारी खरीद एजेंसियों द्वाराखुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। खरीद एजेंसियों के अधिकारियों द्वारा गेंहू खरीद में कोताही बरतने को लेकर आक्रोशित किसान व आढ़ती मंडी गेट पर ताला लगाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर चुके है तथा बोली का बहिष्कार चुके हैं। किसानों व आढ़तियों का आरोप है कि सरकारी खरीद एजेंसियों के अधिकारी जानबूझकर गेंहू खरीदने में आनाकानी कर रहे हैं। ये अधिकारी सूखे हुए गेंहू का गीला बताकर उसे खरीदने से मना कर रहे हैं। किसानों व आढ़तियों का कहना था कि सरकार ने यह दावा कर रखा है कि वह किसानों की फसल का एकएक दाना खरीदेगी लेकिन खरीद एजेंसियों के अधिकारी पूरे दिन में कुछ ही ढ़रियों की बोली करके अपने फर्ज की इतिश्री कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सफीदों अनाज मंडी गेंहू से भरी पड़ी है। हालात यह हैं कि मंडी में गेंहू डालने के लिए कोई जगह नहीं बची है। मंडी में जगह नहीं मिलने के कारण किसान दूसरी मंडियों में अपनी फसल को ले जाने लगा है। दूसरी तरफ खरीद एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि इस बार गेंहू में नमी की मात्रा अधिक है। सरकार द्वारा 12 प्रतिशत नमी निर्धारित है लेकिन नमी 14 से 16 प्रतिशत तक आ रही है। अगर गीला गेंहू भरवा लिया गया तो वह बंद कट्टों में सड़ जाएगा।

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