चंडीगढ़। इनेलो ने प्रदेश के किसानों की दुर्दशा के लिए हुड्डा सरकार को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि मुख्यमन्त्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सर छोटू राम की नीतियों पर चलने का दम भरते हैं मगर वे दीनबन्धु की नीतियों के एकदम विपरीत काम कर रहे हैं। इनेलो प्रमुख व हरियाणा के पूर्व मुख्यमन्त्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि एक तरफ आज सरकार किसान हितैषी होने का दावा कर रही है लेकिन दूसरी तरफ आज प्रदेश के किसानों की खाद को लेकर ऐसी दुर्दशा हो रही है जो पहले कभी नहीं हुई थी। श्री चौटाला ने कहा कि किसान को बिजली की जरूरत के समय बिजली नहीं मिलती और पानी की जरूरत के समय पानी नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि आज किसान को खाद की सबसे ज्यादा जरूरत है लेकिन खाद नहीं मिल रही। इनेलो प्रमुख ने कहा कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसानों को खाद लेने के लिए राशन कार्ड हाथ में लेकर कड़कती सर्दी में सारा काम छोड़कर सुबह लाइनों में लगना पड़ता है और शाम को उन्हें एक कट्टा खाद थमा दी जाती है। उन्होंने कहा कि जिस किसान को दस कट्टे खाद की जरूरत है वह राशन कार्ड लेकर लगातार दस दिन लाइनों में खड़ा खाद मिलने की बाट जोहता रहता है। उन्होंने कहा कि महंगे दामों पर खाद होने के बावजूद किसानों को सरकार द्वारा खाद उपलब्ध न करवाए जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और कांग्रेस सरकार की किसान विरोधी सोच को दर्शाता है। विधानसभा में विपक्ष के नेता श्री चौटाला ने कहा कि दीनबन्धु सर छोटू राम ने किसानों को बसाने का काम किया था और लाखों किसानों की जमीन जो साहूकारों के पास गिरवी पड़ी थी उसे कानून बनाकर वापिस दिलवाया था। इनेलो प्रमुख ने कहा कि दूसरी तरफ हुड्डा सरकार किसानों को उजाडऩे में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि आज हुड्डा सरकार बड़े-बड़े औद्योगिक घरानों व पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाखों किसानों की जमीन कभी सेज के नाम पर तो कभी अधिग्रहण व रिलीज की आड़ में किसानों से लेकर बड़े-बड़े बिल्डरों को देने का काम कर रही है। इनेलो नेता ने कहा कि दीनबन्धु सर छोटू राम को देशभर में उनकी किसान हितैषी नीतियों के लिए याद किया जाता है जिन्होंने उजड़े किसानों को बसाने का काम किया था। इनेलो प्रमुख ने कहा कि एक तरफ जहां हुड्डा सरकार ने एसईजेड के नाम पर लाखों एकड़ जमीनें किसानों से लेकर बड़े-बड़े बिल्डरों को रियल अस्टेट का धन्धा करने के लिए दे दी हैं वहीं मौजूदा कांग्रेस सरकार ने पिछले पांच सालों के दौरान भूमि अधिग्रहण व रिलीज के नाम पर किसानों को उजाडऩे व बड़े-बड़े औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि बड़े औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए जहां किसानों की जमीन अधिग्रहण करने के लिए पहले नोटिस जारी कर दिए जाते हैं वहीं जब भूमि अधिग्रहण के डर से परेशान किसान अपनी जमीन औने-पौने दामों में भू-माफिया के हवाले कर देता है तो फिर उसी जमीन को न सिर्फ रिलीज कर दिया जाता है बल्कि उन बिल्डरों को रियल अस्टेट का धन्धा करने के लिए लाइसेंस भी जारी कर दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार दीनबन्धु सर छोटू राम की नीतियों के एकदम विपरीत काम कर रही है और प्रदेश में क्षेत्रवाद का जहर घोलने वाली इस सरकार की पहचान किसान व कमेरे वर्ग की विरोधी और पूंजीपतियों की हितैषी सरकार के तौर पर बन गई है। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार ने बड़े औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए जिन किसानों को उनकी पुश्तैनी जमीनों से वंचित किया है उनकी आने वाली पीढिय़ां भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस पार्टी को कभी माफ नहीं करेंगी।
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