सिरसा: सन् 1971 में भारत और बंगलादेश के बीच हुए युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों को नम्न करते हुए आज स्थानीय लघु सचिवालय परिसर में स्थापित शहीद स्मारक पर विजय दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर उपायुक्त श्री युद्धवीर सिंह ख्यालिया ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए पुष्प अर्पित किए तथा पुलिस टुकड़ी द्वारा बिगुल पर शोक धुन बजाई और शस्त्र झुकाकर शहीदों को याद किया। इस अवसर पर उपायुक्त श्री ख्यालिया ने कहा कि इस दिन देश भर में शहीदों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित करके उनकी शहादत को याद करते हुए उन्हें नम्न किया जाता है। आज सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लेने का दिन है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का इतिहास शौर्य गाथाओं से भरा रहा है और हरियाणा की भूमि जांबाज शूरवीरों, योद्धाओं और रणबांकूरों की भूमि रही है। प्रदेश की माटी का कण-कण वीरत्व से जगमगाता है यहां प्राचीन काल से ही राष्ट्र प्रेम,बलिदान और वीरता की परम्पराएं चिरस्थायी है। उन्होंने कहा कि हमें शहीदों के सपनों व उनके परिवारों के सम्मान को सर्वाेपरि रखना चाहिए। शहीदों की शहादत की वजह से ही आज भारतवर्ष का प्रत्येक नागरिक खुली हवा में सांस ले रहा है। उन्होंने कहा कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम व स्वाधीनता संग्राम के वीर शहीदों ने अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपनी प्राणों की आहुति देते हुए अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित करवाया। ऐसे सभी देशभक्त शहीदों की गौरवगाथा का व्याख्यान जितना भी किया जाए उतना ही कम होगा। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त जे.गणेशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सज्जन सिंह, कर्नल सुदर्शन मारवा, कर्नल चौधरी, विंग कमांडर संधू, जिला सैनिक बोर्ड के सैके्रटरी गु्रप कैप्टन ओमप्रकाश, सदस्य राज्य सैनिक बोर्ड के नायब सुबेदार रघुवीर सिंह, लीग सैके्रटरी हरचंद सैनी, नोडल अधिकारी कैप्टन अनूप सिंह सहित जिला के अधिकारियों व कर्मचारियों ने पुष्प अर्पित करके शहीदों को नमन किया।
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