युवा पीढ़ी जल्दी से जल्दीशोहरत, धन, आधुनिक सुख-सुविधा पाने की चाह में ग्लैमर के कॅरियर को तेजी से अपना रही हैं। ये युवतियां नैतिकता और आदर्श के नाम पर अपने कॅरियर को दांव पर लगाने को मूर्खता समझती हैं। ऐसी ही कई ग्लैमरस युवतियों का कहना है कि आकाश की ऊंचाई तक जाने के लिए ग्लैमर की दुनिया में कदम रखना सरल मार्ग है। जब मंजिल सामने हो तो उसकी ओर कदम क्यों न बढ़ाएं? कुछ सालों पहले तक मॉडलिंग को अच्छी नजर से नहीं देखा जाता था। पर अब अच्छे सुसंस्कृति व धनाढ्य परिवारों के युवा इस ओर जा रहे हैं। आगे बढऩे तथा एक मौका पाने के लालच में युवतियां हर शर्त मानने को तैयार हो जाती हैं। कई मॉडल व अभिनेत्रियां तो खुलेआम इस बात को स्वीकार कर चुकी हैं कि ग्लैमर की दुनिया में आने के लिए वस्त्रों के अलावा और भी कई समझौते करने पड़ते हैं। आज फैशनो का प्रचलन भी तेजी से बढ़ रहा है। टीवी पर भी फैशन शो से संबन्धित कार्यक्रमों की भरमार है। इन फैशन शोज़ में भाग लेने के लिए युवतियां भरसक प्रयत्न करती हैं। ग्लैमर की दुनिया में प्रवेश के लिए यह सरल व रंगीन रास्ता दिखाई पड़ता है। गहराई से देखा जाए तो सौंदर्य प्रतियोगिता के नाम पर युवतियां स्वयं का शोषण करा रही हैं। जब कोई युवती सौंदर्य प्रतियोगिता जीत जाती है तब उसकी अर्द्धनग्न तस्वीरें पत्र-पत्रिकाओं तथा टीवी द्वारा प्रकाशित व प्रसारित हो जाती हैं। ऐसे में युवती को शर्म महसूस हो न हो लेकिन उसके घरवालों को जरूर शर्मसार होना पड़ता है।
1 टिप्पणियाँ:
बिलकुल सेही कहा ये सब पाश्चात्य सभ्यता की अन्धाधुन्द नकल आने वाली पढियों को बर्बाद कर देगी। मेरा मानना है कि नारी इस तरह अपने शोषण को आप बुलावा दे रही है। बहुत अच्छा आलेख है धन्यवाद्
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