चंडीगढ़ (प्रैसवार्ता) हरियाणा विधानसभा चुनावों में राज्य के मतदाताओं ने हुड्डा सरकार में मंत्री पद पर रहे वीरेन्द्र सिंह, मांगे राम गुप्ता, लछमण दास अरोड़ा, ऐ.सी. चौधरी, मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी डॉ. कर्मवीर सिंह, योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रणजीत सिंह, संसदीय सचिव दूडा राम व दिल्लू राम बाजीगर को विधानसभा तक नहीं पहुंचने दिया-जबकि विधायक रहे रमेशगुप्ता, बचन सिंह आर्य, भरत सिंह बैनीवाल, शिव शंकर, निर्मल सिंह, तेजिन्द्र मान, राम कुमार गौत्तम, राधेश्याम, उदयभान, करण दलाल, शकुन्तला भगवाडिया, छत्रपाल, फूलचंद मुलाना, दिनेश कौशिक, गीता मंडल, भीम सैन मेहता, अनिल ठक्कर, सोमवीर, शेर सिंह, रणवीर महेन्द्रा, धर्मवीर गाबा इत्यादि के भी विधानसभा भवन तक पहुंचने पर रोक लगा दी। ''प्रैसवार्ता'' द्वारा जुटाये गये तथ्यों तथा चुनावी समीकरणों के अनुसार ज्यादातर कांग्रेस प्रत्याशियों को कांग्रेसी विधायक बनने से रोकने में कांग्रेसी दिग्गजों ने अह्म भूमिका निभाई है। इनैलो छोड़कर कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनावी दंगल में उतरे प्रो. संपत सिंह, सुशील इंदौरा और कैलाशो सैनी में से प्रो. सम्पत सिंह को छोड़कर कोई भी सफल नहीं हो सका।
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