सिरसा (प्रैसवार्ता) स्वास्थय तथा पुलिस विभाग की अनदेखी और कानून के ढीलापन के चलते प्रदेश भर में नशा छोडऩे वाले स्वयंभू डाक्टर/वैधों की बाढ़ आ गई है, जो नशा छुड़ाने के अतिरिक्त मोटा-पतला, यौवन शक्ति सहित अन्य रोगों के उपचार का दावा करते है। केवल इतना ही नहीं, ऐसे लोग शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों की दीवारों के साथ-साथ समाचार पत्रों में विज्ञापन आदि की सहायता लेकर लोगों को झांसे में रखकर अपना शिकार बनाते है और बाद में अपनी चंगुल में फंसा कर नशे का गुलाम बना देते है। ज्यादातर ऐसे लोग इन स्वयंभू डाक्टरों/वैधों के चक्कर में फंस न सिर्फ अपना आर्थिक शोषण करवाते है, बल्कि शारीरिक शोषण भी। स्वास्थ्य विभाग और पुलिसिया तंत्र इसलिए चुप्पी साधे बैठा है क्योंकि उन्हें मंथली मिल जाती है।
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