चंडीगढ़(प्रैसवार्ता) इंडियन नेशनल लोकदल विधायक दल ने इनेलो प्रमुख व पूर्व मुख्यमन्त्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला को इनेलो विधायक दल का नेता चुना है। पार्टी विधायक दल की चंडीगढ़ में हुई एक बैठक में इनेलो प्रमुख को सर्वसम्मति से पार्टी विधायक दल का नेता चुना गया और पार्टी की आगामी रणनीति बनाने व इस सम्बन्ध में लिए जाने वाले आगामी जरूरी फैसलों के लिए श्री चौटाला को सर्वसम्मति से अधिकृत करते हुए सभी अधिकार प्रदान किए गए।
पूर्व मुख्यमन्त्री ने पार्टी विधायकों द्वारा उन्हें विधायक दल का नेता चुने जाने पर नवनिर्वाचित विधायकों द्वारा उनमें विश्वास व्यक्त किए जाने पर आभार जताते हुए इनेलो विधायकों को चुनाव जीतने पर बधाई दी और प्रदेश की जनता का आभार जताते हुए इनेलो कार्यकत्र्ताओं द्वारा विधानसभा चुनाव अभियान के दौरान की गई जी-तोड़ मेहनत के लिए उन्हें धन्यवाद देते हुए आभार जताया। इनेलो प्रमुख ने कहा कि प्रदेश की जनता द्वारा कांग्रेस सरकार के खिलाफ फतवा दिया गया है और चुनाव नतीजे सीधे-सीधे इनेलो के पक्ष में राज्य की जनता का जनादेश है।
इनेलो प्रमुख ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाकर लोगों का आभार जताने और पार्टी कार्यकत्र्ताओं को धन्यवाद देने के लिए व्यापक जनसम्पर्क अभियान व सभी गांवों और वार्डों का दौरा करने को कहा है। पूर्व मुख्यमन्त्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश के लोगों का विश्वास खो चुकी है और उसे सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक व लोकतान्त्रिक अधिकार नहीं है। बैठक में पार्टी के सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने हिस्सा लिया।
श्री चौटाला ने इससे पहले राज्यपाल को लिखे एक पत्र में कहा कि 11वीं विधानसभा का कार्यकाल मार्च 2010 में पूरा होना था लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने प्रदेश की जनता से नया जनादेश प्राप्त करने के लिए छह महीने पहले चुनाव कराने का फैसला लिया था। इनेलो प्रमुख ने कहा कि 13 अक्तूबर को हुए चुनाव के घोषित नतीजों से यह बात साफ हो गई है कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को बहुमत नहीं दिया है। कांग्रेस को मात्र 40 सीटें मिली हैं और कांग्रेस के खिलाफ 50 विधायक जीतकर आए हैं। इन नतीजों से यह भी स्पष्ट जाहिर होता है कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस के विरुद्ध जनादेश दिया है।
इनेलो प्रमुख ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा कि प्रदेश के संविधानिक मुखिया होने के नाते आप सबसे पहले कांग्रेस के विकल्प के रूप में किसी अन्य राजनीतिक दल/दलों को गैर कांग्रेस सरकार गठित करने का अवसर प्रदान करें ताकि प्रदेश की जनता के जनादेश का सही मायने में पालन और सम्मान हो सके। इनेलो प्रमुख ने राज्यपाल को लिखे पत्र में यह भी कहा कि इस समय प्रदेश में एक बहुत ही दुखद घटनाक्रम चल रहा है जिसके तहत कांग्रेस पार्टी जनादेश खोने के बाद नवनिर्वाचित निर्दलीय व अन्य छोटे दलों के विधायकों की खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) में जुटी हुई है। इस तरह के ओछे और अनैतिक हथकंडे अपनाकर कांग्रेस पार्टी लोकतन्त्र एवं जनादेश का गला घोंट रही है। पत्र में राज्यपाल से कहा गया है कि इस प्रकार की घटनाओं को रोक पाना केवल राज्यपाल के हस्तक्षेप से ही सम्भव है और राज्यपाल से यह भी आग्रह किया गया है कि वे अपने संविधानिक कर्तव्यों और पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध मिले जनादेश का सम्मान करते हुए गैर कांग्रेस दलों पर आधारित सरकार का अविलम्ब गठन करेंगे।
पूर्व मुख्यमन्त्री ने पार्टी विधायकों द्वारा उन्हें विधायक दल का नेता चुने जाने पर नवनिर्वाचित विधायकों द्वारा उनमें विश्वास व्यक्त किए जाने पर आभार जताते हुए इनेलो विधायकों को चुनाव जीतने पर बधाई दी और प्रदेश की जनता का आभार जताते हुए इनेलो कार्यकत्र्ताओं द्वारा विधानसभा चुनाव अभियान के दौरान की गई जी-तोड़ मेहनत के लिए उन्हें धन्यवाद देते हुए आभार जताया। इनेलो प्रमुख ने कहा कि प्रदेश की जनता द्वारा कांग्रेस सरकार के खिलाफ फतवा दिया गया है और चुनाव नतीजे सीधे-सीधे इनेलो के पक्ष में राज्य की जनता का जनादेश है।
इनेलो प्रमुख ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाकर लोगों का आभार जताने और पार्टी कार्यकत्र्ताओं को धन्यवाद देने के लिए व्यापक जनसम्पर्क अभियान व सभी गांवों और वार्डों का दौरा करने को कहा है। पूर्व मुख्यमन्त्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश के लोगों का विश्वास खो चुकी है और उसे सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक व लोकतान्त्रिक अधिकार नहीं है। बैठक में पार्टी के सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने हिस्सा लिया।
श्री चौटाला ने इससे पहले राज्यपाल को लिखे एक पत्र में कहा कि 11वीं विधानसभा का कार्यकाल मार्च 2010 में पूरा होना था लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने प्रदेश की जनता से नया जनादेश प्राप्त करने के लिए छह महीने पहले चुनाव कराने का फैसला लिया था। इनेलो प्रमुख ने कहा कि 13 अक्तूबर को हुए चुनाव के घोषित नतीजों से यह बात साफ हो गई है कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को बहुमत नहीं दिया है। कांग्रेस को मात्र 40 सीटें मिली हैं और कांग्रेस के खिलाफ 50 विधायक जीतकर आए हैं। इन नतीजों से यह भी स्पष्ट जाहिर होता है कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस के विरुद्ध जनादेश दिया है।
इनेलो प्रमुख ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा कि प्रदेश के संविधानिक मुखिया होने के नाते आप सबसे पहले कांग्रेस के विकल्प के रूप में किसी अन्य राजनीतिक दल/दलों को गैर कांग्रेस सरकार गठित करने का अवसर प्रदान करें ताकि प्रदेश की जनता के जनादेश का सही मायने में पालन और सम्मान हो सके। इनेलो प्रमुख ने राज्यपाल को लिखे पत्र में यह भी कहा कि इस समय प्रदेश में एक बहुत ही दुखद घटनाक्रम चल रहा है जिसके तहत कांग्रेस पार्टी जनादेश खोने के बाद नवनिर्वाचित निर्दलीय व अन्य छोटे दलों के विधायकों की खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) में जुटी हुई है। इस तरह के ओछे और अनैतिक हथकंडे अपनाकर कांग्रेस पार्टी लोकतन्त्र एवं जनादेश का गला घोंट रही है। पत्र में राज्यपाल से कहा गया है कि इस प्रकार की घटनाओं को रोक पाना केवल राज्यपाल के हस्तक्षेप से ही सम्भव है और राज्यपाल से यह भी आग्रह किया गया है कि वे अपने संविधानिक कर्तव्यों और पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध मिले जनादेश का सम्मान करते हुए गैर कांग्रेस दलों पर आधारित सरकार का अविलम्ब गठन करेंगे।
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