हिसार(प्रैसवार्ता) देश-प्रदेश तथा विदेशों में अपने-अपने शौक रखने वालों की कमी नहीं है। किसी को सिक्के एकत्रित करने में रूचि है, तो कुछ पुरानी वस्तुओं का संग्रह करने के शौकीन है। कुछ लोगां के पास, डाक-टिकटों, निमंत्रण पत्रों तथा ताश की गड्डियों के संग्रह उपलब्ध हैं। ऐसे ही शौकीन लोगों की सूची में शामिल है, वरिष्ठ साहित्यकार डा. राम निवास 'मानव' जिनके निजी पुस्तकालय में लाखो रुपये मूल्य की पुस्तकें तो उपलब्ध हैं-हीं, वहीं दस हजार पत्र-पत्रिकाओं का अनूठा संग्रह है। डा. मानव विगत 35 वर्षों से यह संग्रह करते चलते आ रहे हैं। ''प्रैसवार्ता'' को एक मुलाकात में डा. मानव ने बताया कि उनके पास प्रतिमास देश-विदेश की लगभग सौ पत्र-पत्रिकाएं आती हैं। पिछले 35-40 वर्षों में उनके पास, जितनी भी पत्र-पत्रिकाएं आई हैं, उनमें से लगभग सभी की एक-एक, दो-दो प्रतियां उनके पास सुरक्षित हैं। इन पत्र-पत्रिकाओं में अमेरिका की ''हिन्दी जगत'', नेपाल की ''हिमालिनी'' और मॉरीशस की ''इन्द्रधनुष'' तो है-ही, ''सरस्वती'' ''हंस'', नई धारा और ''वीणा'' जैसी ऐतिहासिक महत्व की साहित्यक पत्रिकाएं भी है। इनके अतिरिक्त हस्तलिखित, फोटो स्टेट की हुई, पोस्ट कार्ड पर निकलने वाली गुटका साईज और डिमाई साईज से लेकर समाचार पत्र साईज में निकलने वाली पत्रिकाओं के साथ-साथ अनेक पत्रिकाओं के भारी-भरकम विशेषांक भी सुरक्षित है। संग्रहित पत्र-पत्रिकाओं के महत्व को स्पष्ट करते हुए डा. मानव ने ''प्रैसवार्ता'' से कहा कि उनके पास उपलब्ध पत्र-पत्रिकाओं में से लगभग 90 प्रतिशत बंद हो चुकी हैं तथा अब उनके अंक ढूढना कठिन ही नहीं, असंभव है। ऐसे में पत्रकारिता पर शोध करने वाले शोध छात्रों के लिए उनका यह संग्रह अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो सकता है। एक दशक पूर्व हिसार के एक महाविद्यालय में प्रदर्शनी लगा चुके डा. मानव अब इन पत्र-पत्रिकाओं को किसी विश्व विद्यालय के पत्रकारिता विभाग को भेंट करना चाहते है, ताकि वहां यह दुर्लभ निधी सुरक्षित रह सके तथा अधिकाधिक शोधार्थी इसका लाभ उठा सकें। जिक्र योग है कि विगत तीन दशकों से सक्रिय पत्रकारिता से जुड़े तथा पत्रकारिता के लिए ''आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी पत्रकारिता-पुरस्कार'' से पुरस्कृत डा. मानव हरियाणा ही नहीं, सम्भवत संपूर्ण भारत के एक मात्र ऐसे पत्रकार है, जिनके प्रकाशन-सम्पादन में हिसार में प्रकाशित होने वाले सांध्य दैनिक ''नित्य हलचल'' पर हरियाणा की पत्रकारिता के विकास में ''नित्य हलचल ÓÓ की भूमिका शीर्षक से, वर्ष 2007 में, मदुरै कामराज विश्व विद्यालय, मदुरै (तामिल नाडू) से एम.फिल भी हो चुके हैं।
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