जींद (हरियाणा)
गांव सफाखेड़ी में संदिग्ध परिस्थितियों के चलते मंगलवार रात एक युगल की मौत हो गई। दोनों के शव गांव में ही चौबारे में फांसी के फंदे पर लटकते पाए गए। परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दिए बगैर दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस तथा मीडियाकर्मियों को लाठियों, जैलियां, गंडासियों से लैस ग्रामीणों ने गांव में नहीं घुसने दिया। जब तक दोनों के शव पूरी तरह नहीं जल गए तब तक ग्रामीणों ने पूरे गांव की घेराबंदी जारी रखी। पुलिस अधीक्षक सतीश बालन तथा नरवाना के एसडीएम नरहरि बांगड़ उचाना थाना से ही स्थिति पर नजर रखे रहे। पुलिस ने युवक तथा युवती के परिजनों के खिलाफ हत्या तथा शवों को खुर्द बुर्द करने का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
गांव सफाखेड़ी निवासी नन्हू उर्फ नन्हड़ (२२) तथा गांव की ही युवती बिट्टू (२०) के बीच काफी समय से प्रेम प्रसंग चला आ रहा था। बिट्टू के परिजनों ने उसकी शादी गांव थुआ में तय की हुई थी। बृहस्पतिवार को बिट्टू की बारात आनी थी। मंगलवार शाम को बिट्टू शौच के लिए घर से निकली थी। उसके बाद वह गायब हो गई। काफी देर तक घर न लौटने पर बिट्टू के परिजन नन्हू के घर पहुंचे और बिट्टू के बारे में पूछताछ की। लेकिन नन्हू भी घर से गायब मिला। दोनों के परिजनों ने पूरी रात उनकी तलाश की। लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा। बुधवार सुबह बिट्टू तथा नन्हू के शव नन्हू के चौबारे में पंखे पर फांसी के फंदे पर लटकते पाए गए।
ग्रामीणों ने दोनों के शवों को फांसी के फंदे से उतारकर शमशान घाट ले गए और पुलिस को इतलाह दिए बगैर अंतिम संस्कार कर दिया। न ही दोनों पक्षों की तरफ से किसी ने पुलिस को शिकायत दी। युगल की संदिग्ध मौत की सूचना पाकर पुलिस तथा मीडियाकर्मियों ने गांव में पहुंचने का प्रयास किया। मगर ग्रामीण लाठियां, जैलियां और गंडासी लेकर गांव से बाहर निकल आए और पुलिस तथा मीडियाकर्मियों को खदेड़ दिया। ग्रामीण तब तक गांव की घेराबंदी किए रहे जब तक दोनों केशव पूरी तरह नहीं जल गए। पुलिस गांव के दोनों और लगभग दो किलोमीटर दूर मुチय मार्ग पर खड़ी रही। बाद में पुलिस अधीक्षक सतीश बालन तथा नरवाना के एसडीएम उचाना थाना पहुंचे और गांव के कुछ मौजिज व्यक्तियों को बुलाकर उनके साथ पूरे प्रकरण पर बातचीत की। उधर, पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों केखिलाफ हत्या तथा शवों को खुर्द बुर्द करने का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
1 टिप्पणियाँ:
बांगड. की धरती पर लोकतन्त्र के चारों स्तम्भ धाराशाही होने की बेबाक खबर
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