जींद (हरियाणा) स्कीम संチया पांच स्थित एक निजी कंप्यूटर इंस्टीच्यूट के छात्रों ने शनिवार सुबह पुलिस अधीक्षक सतीश बालन से मिलकर कंप्यूटर सेंटर संचालक पर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के आरोप लगाए हैं। छात्रों ने मांग की कि या तो उनका कोर्स पूरा करवाया जाए या फिर कंप्यूटर सेंटर संचालक द्वारा वसूली गई चौबीस हजार रुपये की फीस वापस दिलाई जाए और कंप्यूटर संचालक केखिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाए। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच इकोनोमिक सेल को सौंप दी है।
स्कीम संチया पांच स्थित गेट वे कंप्यूटर इंस्टीच्यूट के छात्र पवन, नसीब, कृष्ण, अजमेर, सतपाल, राजकुमार, आशा, सीमा सहित कई अन्य छात्रों ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि वेगेट वे कंप्यूटर इंस्टीच्यूट में वैब डिजानिंग के छात्र हैं। दाखिला लेते समय कंप्यूटर संचालक ने उन्हें बताया था कि उनके इंस्टीच्यूट का दिल्ली स्थित पलविदा आईटी सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ करार है। एक साल का कोर्स करने के बाद छात्रों को सौ प्रतिशत जॉब की गारंटी दी गई थी और उनसे फीस की एवज में चौबीस हजार रुपये वसूले गए थे। गेटवे इंस्टीच्यूट तथा पलविदा आईटी सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के बीच हुए करार के अनुसार आईटी सोल्यूशन द्वारा हर माह इंस्टीच्यूट को पच्चीस हजार रुपये रॉयलटी दी जानी थी। लेकिन सात माह के बाद दोनों का करार टूट गया।
छात्रों ने बताया कि न तो इंस्टीच्यूट संचालक उनकी कक्षाएं लगा रहा है और न ही उनकी फीस वापस लौटा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इंस्टीच्यूट संचालक की लापरवाही के चलते उनका भविष्य चौपट हो गया है। इसके अलावा उनका सात माह का कीमती समय तथा उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा है। उन्होंने मांग की कि उनकी फीस के रूप में लिए गए चौबीस हजार रुपये वापस दिलाए जाएं तथा सेंटर संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाए।
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