फतेहाबाद : कार्तिक शुक्ल द्वितीय सोमवार को भैया दूज का त्यौहार श्रद्धा के साथ मनाया गया। सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना को लेकर बहनों ने भाइयों को तिलक किया। इस मौके पर भाइयों ने बहनों को उपहार भेंट किए। सोमवार को भैया दूज का पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। बहनों ने उपवास रखकर भाइयों की दीर्घायु, सुख शांति, समृद्धि की कामना को लेकर रोली और अक्षत से तिलक किया। इस मौके पर भाइयों की ओर से बहनों को उपहार भेंट किए गए। पौराणिक कथाओं के आधार पर ऐसा माना जाता है कि आज के ही दिन यमुना ने अपने भाई यमराज का मांगलिक दृव्यों से तिलक किया था और उन्हें भोजन भी करवाया था। यमराज ने प्रसन्न होकर यमुना से कहा कि वह कोई भी वरदान मांग सकती है। इस पर यमुना ने कहा कि आज के दिन जो भी उसके जल से स्नान करेगा, बहन भाई को तिलक करेगी उसे जीवन में सभी प्रकार के सुख और समृद्धि प्राप्त होगी और उसे यम यातना नही भोगनी पडेगी। यमराज ने अपनी बहन यमुना को ऐसा ही वरदान दिया। दीवाली के तीसरे दिन कार्तिक शुक्ल द्वितीया का दिन भैया दूज के रूप में मनाया जाता है और बहन भाई को तिलक करती है।
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