बठिण्डा(प्रैसवार्ता) जिला बठिण्डा में ड्रग माफिया गिरोह का प्रभावी होने के कारण नकली मोबाईल, कास्टमैटिक की वस्तुएं, ग्रीस इत्यादि मिलावटी व घटिया स्तर के बेचे जा रहे है। कई वस्तुएं तो ऐसी हैं-जो कि सुप्रसिद्ध कम्पनियों की पैकिंग करके बेची जा रही है। पशुचारे, खल बिनौला, सीमेन्ट, देसी घी नकली होने के साथ हल्दी-मिर्च, मसालों की मिलावटी बिक्री में वृद्धि हो रही है। यही कारण है, कि बठिण्डा शहर नकली, नशीले और मिलावटी सामान की मंडी बनता जा रहा है। बताया जाता है, कि मोबाइल ऑयल पांच लीटर का मूल्य 320 रूपये के करीब है-परन्तु बठिण्डा में 125 रूपये का पांच लीटर मिल रहा है। बस स्टैण्ड पर बसों में नकली साबुन बेची जा रही है-जिसके प्रयोग से चर्म रोग हो सकते हैं। खाने पीने वाली वस्तुओं के अतिरिक्त आवश्यक वस्तुएं जैसे स्पेयर पार्टस, मोबिल ऑयल, सरसों का तेल, शर्बत इत्यादि नकली बेचकर दुकानदार उपभोक्ताओं से ज्यादती कर रहे हैं। बठिण्डा शहर में दूध से क्रीम निकालने वाली डेयरियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। दही, पनीर, मास, मछली, मक्खन की पहचान करनी भी कठिन हो गई। विश्वस्त सूत्रों से पला चला है कि मिलावट खोरों को खुली छूट देने की ऐवज में स्वास्थ्य विभाग का भ्रष्ट तंत्र दलालों के माध्यम से लाखों रूपये प्रति मास एकत्रित करते है-जबकि लोक दिखावा करने के लिए कभी-कभी सैंपल भर लेते हैं और वह भी उनके, जो निर्धारित समय तक सुविधा शुल्क देने में असमर्थ हो गये हैं। अपना नाम न छापने की शर्त पर एक दुकानदार ने प्रैसवार्ता को बताया कि कैप्टन सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम उन्हें मंहगी पड़ रही है, क्योंकि एक वर्ष में सुविधा शुल्क के दो बार रेट बढ़ गये हैं।
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