जींद(हरियाणा) : बिशनपुरा गांव के बाल्मीकि परिवारों ने उपायुक्त से मिलकर गांव के ही दबंगों पर सामाजिक बहिष्कार करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि सामाजिक बहिष्कार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन्हे सुरक्षा मुहैया करवाई जाए। जानकारी के अनुसार बिशनपुरा गांव निवासी बाल्मीकि समुदाय के धर्म सिंह, जिले सिंह, प्रकाश, शमशेर, जगदीश, कृष्ण, कप्तान, पार्वती, बाला, किताबो देवी आदि ने लोगों ने उपायुक्त को दी शिकायत में बताया कि बाल्मीकि समुदाय से संबंधित संजय गांव के ही भाल सिंह के पास कापी फैक्टरी में कार्य करता था। संजय का पिछले चार साल का मेहनताना भाल सिंह के पास था। जब संजय ने भाल सिंह से अपना हिसाब करने के लिए कहा तो उस पर महिला से छेड़छाड़ का आरोप लगा दिया गया। उन्होंने बताया कि इसी मामले को लेकर मंगलवार रात को दबंगों ने पंचायत आयोजित की, जिसमें बाल्मीकी समाज के लोगों का सामाजिक बहिष्कार का फरमान जारी किया गया। गांव में बाल्मीकी समाज के लोगों के साथ कोई भी व्यवहार नहीं रखेगा, न ही बाल्मीकि समाज के लोगों को खेतों में घुसने दिया जाए, न ही उन्हे दुकानों पर चढ़ने दिया जाए, न ही सार्वजनिक रास्तों तथा सार्वजनिक स्थलों का प्रयोग करने दिया जाए। उपायुक्त मोहम्मद शाइन ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।
1 टिप्पणियाँ:
इस घटना की वास्तविकता तो पता नहीं लेकिन ऐसे प्रकरण होते रहने से भारतीय समाज (पढिये: हिन्दू समाज) को ही नुक्सान होता है. धरम-बदलाव करने वाली ताकतों को इस से काफी फायदा होता है. जाति-प्रथा भारत का पहले ही बहुत नुक्सान कर चुकी है, अभी भी चेतने से कुछ भला होगा, ऐसी आशा है.
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