जींद(हरियाणा) : बसें न रुकने से गुस्साएं तीन गांवों के छात्रों ने जींद-सफीदों मार्ग पर स्थित निर्जन गांव के बस अड्डे पर अवरोधक डालकर पौने घंटे तक जाम लगाए रखा। जाम की सूचना मिलने पर गांव के गणमान्य लोग मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझा-बुझाकर जाम खुलाया। जाम के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह गांव निर्जन, लखमीरवाला, मांडो खेड़ी के छात्र शिक्षण संस्थानों में जाने के लिए निर्जन गांव के बस अड्डे पर खडे़ थे, लेकिन दो घंटे तक गांव के बस अड्डे पर बस चालकों ने एक भी बस को नहीं रोका। बस न रुकने के कारण सभी छात्र को शिक्षण संस्थानों में पहुंचने के लिए देरी होने लगी। इससे क्षुब्ध छात्रों ने पहले रोड़ के बीच में खड़े होकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और इसके बाद जींद-सफीदों मार्ग पर अवरोधक डालकर रोड़ पर जाम लगा दिया। छात्रों का कहना था कि प्रतिदिन बस चालकों द्वारा इस प्रकार की मनमर्जी की जा रही है।
समस्या के बारे में प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन प्रशासन ने आज तक बसों का ठहराव निश्चित नहीं किया। जाम की सूचना मिलते ही गांव के गणमान्य लोग मौके पर पहुंच गए और छात्रों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। ग्रामीणों ने कहा कि बस रुकवाने की मांग को लेकर प्रशासन से मिला जाएगा। इसके बाद ही छात्र जाम खोलने के लिए राजी हो सके। पौना घंटे लगे जाम के कारण लोगों को अच्छी-खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह गांव निर्जन, लखमीरवाला, मांडो खेड़ी के छात्र शिक्षण संस्थानों में जाने के लिए निर्जन गांव के बस अड्डे पर खडे़ थे, लेकिन दो घंटे तक गांव के बस अड्डे पर बस चालकों ने एक भी बस को नहीं रोका। बस न रुकने के कारण सभी छात्र को शिक्षण संस्थानों में पहुंचने के लिए देरी होने लगी। इससे क्षुब्ध छात्रों ने पहले रोड़ के बीच में खड़े होकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और इसके बाद जींद-सफीदों मार्ग पर अवरोधक डालकर रोड़ पर जाम लगा दिया। छात्रों का कहना था कि प्रतिदिन बस चालकों द्वारा इस प्रकार की मनमर्जी की जा रही है।
समस्या के बारे में प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन प्रशासन ने आज तक बसों का ठहराव निश्चित नहीं किया। जाम की सूचना मिलते ही गांव के गणमान्य लोग मौके पर पहुंच गए और छात्रों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। ग्रामीणों ने कहा कि बस रुकवाने की मांग को लेकर प्रशासन से मिला जाएगा। इसके बाद ही छात्र जाम खोलने के लिए राजी हो सके। पौना घंटे लगे जाम के कारण लोगों को अच्छी-खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें