जींद:- जिला रेडक्रास सोसाइटी द्वारा संचालित एड्स कंट्रोल कार्यक्रम के तत्वावधान में रेडक्रास भवन में प्राथमिक चिकित्सा के छात्राओं को एड्स जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें युवाओं को एड्स के बचाव की जानकारी दी गई। कार्यक्रम प्रबंधक विनोद कुमार ने कहा कि एड्स एक जानलेवा बीमारी है, इसलिए युवाओं को चाहिए कि वे इस बीमारी से बचे रहे, क्योंकि एड्स का इलाज केवल बचाव है। हिंदुस्तान में प्रति मिनट में एक व्यक्ति एचआईवी वायरस की चपेट में आकर एड्स मुहाने पर खडे़ है। इसमें कभी भी भयानक विस्फोट होकर मानवता को तहस-नहस कर सकता है। लिहाजा एचआईवी वायरस तथा एड्स पर ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करे। जहां तक हो सके विवाह से पहले ही एचआईवी टेस्ट भी हर हाल में कराए। इस अवसर पर उन्होंने एड्स के कारण, लक्षण व बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी और एड्स कंट्रोल प्रोजेक्ट के तहत दी जाने वाली सुविधाएं, मुफ्त परामर्श व जांच चिकित्सीय सहायता, शिक्षा व जागरूकता, दैनिक कार्यक्रम के बारे में अवगत कराया। रेडक्रास सचिव रणदीप श्योकंद ने आह्वान किया कि एड्स पीड़ित व्यक्ति को आपके प्यार की जरूरत है न की उसे तिरस्कार की। एड्स पीड़ित व्यक्ति को लगातार एआरटी सेंटर रोहतक से लगातार अपना इलाज कराना चाहिए, जिससे वह व्यक्ति अपने जीवन को सुखद व अच्छे तरीके से व्यतीत कर सकें।
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