हमारे देश मे सबको जीने का समान अधिकार दिया गया है। लेकिन आज भी कुछ रुढिवादिता हमारे समाज में पसरी हुई है, जिसे दूर करना जरुरी है। हरियाणा के जींद जिले के सिंघ्वल गाँव में जो घटना हुई. उससे सीधा कानून को चुनोती दी गई है और पुलिस भी खाप पंचायत के आगे झुकी नज़र आती है। मटार के रहने वाले वेदपाल का कसूर सिर्फ़ इतना था कि वह अपनी पत्नी को लेने गया था, जहाँ उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। क्या आज के समाज मे प्यार करना कोई जुर्म है? एक तरफ़ तो पुलिस लोगो की हिफाजत करने की बात करती तो दूसरी तरफ़ वेदपाल जैसे लोग जो पुलिस पर विश्वास कर जाते है, उन्हें मौत जैसी सजा मिलती है। क्या प्रेम करने वालो को जीने का अधिकार नही?
वेदपाल की हत्या करने वाले सोनिया के पिता व अन्य तीन लोगो को कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ से उनको दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।वहीं इस मामले में कईं सामाजिक संगठनों ने हाईकोर्ट मे अर्जी दायर की है और इंसाफ की मांग की है।
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