दोस्तों उस समय जो अन्तिम पंक्ति हमने लिखी थी, वह वाकई सार्थक हो चुकी है कि इस अजीब कहानी का कल क्या होगा? आज जैसा कि आप सब जानते हैं वें फिर से अलग हो चुके हैं। हालाँकि यहाँ हम किसी धर्म विशेष को अपनाने या त्यागने की बात कतई नही कर रहे और ना ही इससे हमें कोई सरोकार है। बस सवाल ये है कि क्या ऐसे ड्रामेबाज़ लोगों को राजनीति में जगह मिलनी चाहिए? क्या राय है आपकी???
फ्लैश बैक:- हरियाणा के पूर्व डिप्टी सी० एम० चन्द्रमोहन बिश्नोई व उनकी माशूका अनुराधा बाली के प्या र के किस्से सभी बखूबी जानते हैं। दोनों ने इस्लाम कुबूल करने के बाद अपने नाम बदल लिए। चंद्रमोहन जहाँ चाँद मोहम्मद बन गए, वहीँ अनुराधा बाली फिज़ा मोहम्मद हो गईं। कहा जाता है कि दूसरी शादी करने के लिए इन्होने अपना धर्म परिवर्तित किया। यानि हिंदू से मुसलमान हो गए। चाँद पहले से शादीशुदा है तो फिजा तलाक़शुदा है।
दोनों की शादी हो गई। और यह शादी इतनी मकबूल हुई कि दोनों की इस स्टोरी पर फ़िल्म तक बनने की तैयारी होने लगी। परन्तु अचानक एक दिन पता नही क्यों चाँद, फिजा को सोती छोड़कर फुर्र हो गए। फिजा ने चाँद पर अनेक आरोप जड़ दिए। दोनों के बीच खटास इतनी बढ़ी कि आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला आम हो गया। और दूरियां बढ़ती चली गईं। यहाँ तक कि नौबत तलाक तक पहुँच गई।
परन्तु आज इस स्टोरी में अचानक नया ट्विस्ट आ गया। फिजा ने एक प्रेस कोंफ्रेंस बुलाई जहाँ चाँद मोहम्मद को देख मीडिया के लोग भी हैरान हो गए। फिजा ने कहा कि मुझे मनाने के लिए पहले तो चाँद ने फोन किए और कुछ लोगों को भी भेजा था, उसके बाद आज सुबह ७ बजे से स्वयं मेरे घर पर बैठे हैं।
जब चाँद से फिजा के घर आने की वजह पूछी गयी तो उन्होंने कहा कि मुझे बहकाया गया था यानि मै बहकावे में आ गया था और अब मै फिजा से माफी मांगने आया हूँ। चाँद ने यह भी कहा कि उन्होंने फिजा को तलाक़ नही दिया था। हालाँकि फिजा ने चाँद पर लगाए इलज़ामात को वापिस लेने बारे स्पष्ट नही किया। सिर्फ़ कहा कि इस बारे सोचूंगी।
आज तक की कहानी जो कल के अख़बारों में छपेगी, हमने आपको बता दी। इस अजीब कहानी का कल क्या होगा? खुदा जाने।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें