अप्रैल महीने में 15 दिन चली बुकिंग में 2 लाख 3 हजार ग्राहकों ने नैनो खरीदने ने के लिये बुकिंग कराई। इसमें सबसे ज्यादा हैरत में डालने वाली बात ये है कि केवल 20% ग्राहकों ने ही 1 लाख रुपये एक्स-शोरूम कीमत वाले बेस माडल की बुकिंग कराई। सबसे ज्यादा करीब 50% बुकिंग सबसे महंगे माडल नैनो-एलएक्स की हुई जिसकी दिल्ली में ऑनरोड कीमत करीब पौने दो लाख रुपये होगी। 30% ग्राहकों ने बीच वाले माडल सीएक्स की बुकिंग कराई जो ग्राहकों को डेढ़ लाख रुपये की पड़ेगी।कंपनी ने करीब 6 लाख 10 हजार फॉर्म बेचे। लेकिन 300 रुपये देकर फॉर्म खरीदने वाले दो तिहाई लोगों ने बुकिंग नहीं कराई। करीब 70% ग्राहकों ने बुकिंग धनराशि के लिये बैंकों से कर्ज लिया, जबकि 30% ग्राहकों ने नगद धन देकर कार बुक की है। कयास लगाये जा रहे थे कि निम्न और निम्न मध्यम आय वर्ग के ग्राहक बड़ी तादाद में बेस माडल की बुकिंग करायेंगे। लेकिन हुआ इसका ठीक उलटा, सबसे ज्यादा मांग सबसे महंगे माडल की निकली जिसमें एसी, पॉवर विंडो और पॉवर स्टीयरिंग है। साफ है कि भारतीय उपभोक्ता इन खूबियों के लिये ज्यादा कीमत चुकाने को तैयार है। कार का बेहद सस्ता होना ही उसके लिये सबसे महत्वपूर्ण नहीं है, जैसा कि कंपनी ने सोचा था।
1 टिप्पणियाँ:
जे सी ( Junior Chamber/ Jaycees) संस्था का मतदातोओं को जागरूक करने का अभियान सराहनीय है. लोक तंत्रीय प्रन्नाली में लोक सत्ता की मजबूती राज सत्ता जितनी ही होनी चेयेह, तभी असली ससक्तिकरण हो पायेगा.
एक टिप्पणी भेजें