3:59 pm
Ravi Hasija
पानीपत : हर्षिता मर्डर केस के मुख्य आरोपी गैंग गेस्टर दिनेश कराला को जिला पानीपत पुलिस झज्जर जेल से लाई प्रोडक्शन वारंट पर । आरोपी दिनेश को वीरवार को माननीय न्यायालय मे पेश कर आरोपी का चार दिन का पुलिस रिमांड लिया गया । प्रारंम्भिक पुलिस पुछताछ मे आरोपी ने हर्षिता की हत्या को अंजाम देने बारे स्वीकारा ।आरोपी दिनेश कराला रिश्ते मे हर्षिता का जीजा लगता है । आरोपी दिनेश ने जैल मे बैठे-बैठे हर्षिता की हत्या की साजिश रच अपनी गैंग के गुर्गो से करवाई हर्षिता की हत्या । फरार आरोपियो को काबु करने के लिए सीआईए की तीनो टीमे विभिन्न स्थानो पर दंबिस दे रही है जल्द ही टीम द्वारा फरार आरोपियो को काबु कर लिया जाएगा । आरोपी दिनेश कराला एक अपराधिक प्रवति किस्म का युवक है जिसके खिलाफ जिला जीन्द, झज्जर, सोनीपत व दिल्ली मे मर्डर,रेप व डकैती की वारदातो के मुकदमे दर्ज है । पानीपत, पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने शुक्रवार को अपने कार्यालय मे प्रैस वार्ता कर बताया की 17 अक्टूबर को थाना इसराना क्षेत्र के अंतर्गत गांव चमराड़ा के समीप हरियाणवी सिंगर गीता उर्फ हर्षिता दहिया निवासी गली नंबर -10 स्वतंत्र नगर नरेला दिल्ली की अज्ञात हमलावरों ने पिस्तौल से गोली मारकर हत्या कर दी थी । इस वारदात बारे सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत घटना स्थल पर पहुची ओैर शव को कब्जा मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पानीपत मे रखवा दिया गया व वारदात के समय हर्षिता के साथ कार मे सवार प्रदीप निवासी राठधाना सोनीपत की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ 302,34 आईपीसी व 25-54-59 आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही आरंम्भ कर दी गई थी । हर्षिता की बड़ी बहन लता ने थाना इसराना मे पहुचकर हर्षिता की हत्या का आरोप अपने पति दिनेश पुत्र बिजेन्द्र निवासी कराला दिल्ली के उपर लगाया । हर्षिता की बड़ी बहन लता ने पुलिस को दिए अपने ब्यान मे बताया था की वर्ष 2012 मे उसकी शादी दिनेश के साथ हुई थी शादी के कुछ समय बाद किसी बात को लेकर दिनेश के साथ कहासुनी हो गई थी जिसके बाद वह अपने मायके स्वतंत्र नगर दिल्ली मे माॅ प्रमो देवी व बहन हर्षिता के साथ रहने लग गई । वर्ष 2014 मे दिनेश ने उसकी बहन हर्षिता के साथ दुष्कर्म किया था जिस बारे माॅ प्रमो देवी की शिकायत पर दिनेश के खिलाफ दिल्ली के कंझावला थाना मे दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हे । इसके पश्चात दिनेश ने उसकी माॅ पर मुकदमा मे गवाही ना देने की धमकी देनी शुरू कर दी । और 17 दिसंबर 2014 को दिनेश ने उसकी माॅ की घर पर गोली मारकर हत्या कर दी जिस बारे दिनेश के खिलाफ दिल्ली मे हर्षिता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज हे । जिसके पश्चात दिनेश ने हर्षिता के उपर गवाही ना देने का दबाव बना रहा था व करीब 6/7 महिने पहले हर्षिता व उसको धमकी दी गई । आरोपी दिनेश ने 17 अक्टूबर को अपने साथियो से हर्षिता की गोली मारकर हत्या करवाई है। जिस समय हर्षिता दहिया कि हत्या हुई उस समय हर्षिता दहिया गांव चमराड़ा मे अपने किसी पर्सनल कार्यक्रम मे हिस्सा लेकर अपने तीन अन्य साथियो संग कार मे सवार हो गांव पुगथला कि और से गन्नौर जा रही थी । गाँव चमराड़ा से करीब एक दो किलोमीटर निकलते ही पीछे से एक काले रंग की कार आई जिसमे दो युवक सवार थे आरोपियो ने अपनी कार को उनकी गाड़ी के आगे अड़ा रास्ता रोक कर उन तीनो को धमकी दी की तुम तीनो यहा से भाग जाओ हमारी दुशमनी हर्षिता से है आरोपियो ने उन तीनो को गाड़ी से उतारकर अपनी पिस्तौल से हर्षिता की गोली मारकर हत्या कर फरार हो गए थे। आरोपी दिनेश कराला को जिला झज्जर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर पानीपत लाकर वीरवार को माननीय न्यायालय मे पेश कर आरोपी का चार दिन का पुलिस रिमांड लिया गया । प्रारंम्भिक पुलिस पुछताछ मे आरोपी ने हर्षिता की हत्या की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा । आरोपी दिनेश ने अभी तक की पुलिस पुछताछ मे बताया की उसके खिलाफ दिल्ली के कंझावला व नरेला थाना मे हर्षिता ने दुष्कर्म व हत्या के दो मुकदमे दर्ज है करवाए हुए हे जिन मुकदमों मे हर्षिता मुख्य गवाह थी । हर्षिता कोर्ट मे गवाही ना दे पाए इसलिए उसने अपने साथियो से हर्षिता की हत्या करवा दी । वारदात को अंजाम देने वाले इसके साथी अन्य कई वारदातो मे इसके साथ शामिल रहे है । पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने बताया की आरोपी दिनेश ने वारदात को अंजाम देने मे अभी तक अपने चार साथियो का नाम बताया है जिनको काबू करने के लिए हमारी सीआईए की टीमे विभिन्न स्थानो पर दंबिस दे रही है जल्द ही आरोपियों को काबू कर लिया जाएगा । आरोपी दिनेश प्रोफेशनल किलर किस्म का अपराधी है आरोपी के खिलाफ दिल्ली,सोनीपत, झज्जर व जीन्द मे इससे पहले लूट मर्डर डकैती के 12 मुकदमे दर्ज है।
2:39 pm
gpalgoo
"सुईं से लिखी मधुशाला""
दादरी के पीयूष दादरी वाला ने "एक ऐसा कारनामा" कर दिखाया है कि देखने वालों कि ऑंखें खुली रह जाएगी और न देखने वालों के लिए एक स्पर्श मात्र ही बहुत है I
दादरी वाला दुनिया में भारत का नाम, "मिरर इमेज" में "श्री मदभाग्व्द कथा" यह दुनिया की अभी तक की पहली ऐसी पुस्तक (ग्रन्थ) जो शीशे में देखकर पढ़ी जाएगी अब तक दुनिया में ऐसा नहीं हुआ है दादरी वाले ने सभी १८ अध्याय ६०० शलोको दोनों भाषाओँ हिंदी व् अंग्रेजी में लिख, रोशन किया है I इसके अलावा दादरी वाला संस्कृत में श्री दुर्गा सप्त शती, अवधि में सुन्दर कांड, आरती संग्रह , हिंदी व् अंग्रेजी दोनों भाषाओ में श्री साईं सत्चरित्र भी लिख चुके हैं I
दादरी वाला ने पूछने पर बतया कि आपने सुई से पुस्तक लिखने का विचार क्यों आया ? तो दादरी वाला ने बताया कि अक्सर मेरे से ये पूछा जाता था कि आपकी पुस्तको को पढने के लिए शीशे क़ी जरुरत पड़ती है, पदना उसके साथ शीशा, आखिर बहुत सोच समझने के बाद एक विचार दिमाग में आया क्यों न सूई से कुछ लिखा जाये सो मेने सूई से स्वर्गीय श्री हरबंस राय बच्चन जी की विश्व प्रसिद्ध पुस्तक "मधुशाला" को करीब २ से २.५ महीने में पूरा किया यह पुस्तक भी मिरर इमेज में लिखी गयीं है और इसको पदने लिए शिसे की जरुरत नहीं पड़ेगी क्योंकि रिवर्स में पेज पर शब्दों इतने प्यारे जेसे मोतियों से पेजों को गुंथा गया हो I उभरे हुए हैं जिसको पदने में आसानी है और यह सूई से लिखी "मधुशाला" दुनिया की अब तक की पहली ऐसी पुस्तक है जो मिरर इमेज व् सूई से लिखी गई है और इसका श्रेय भारत के दादरी कसबे के निवासी 'पीयूष दादरी वाला' को जाता है I
इसके अलावा दादरी वाला संग्रह के भी शोकिन हैं उनके पास माचिसों का संग्रह, सिगरेटों के पैकेटों का संग्रह, दुर्लभ डाक टिकटें, दुर्लभ सिक्कों का संग्रह, प्रथम दिवस आवरण, पेन संग्रह व् विश्व प्रसिद्ध व्यक्तियों के औटोग्राफ का संग्रह (मनमोहन सिंह जी, वी. पी. सिंह जी, चन्द्र शेखर, राजीव गाँधी जी, इंदिरा गाँधी जी, अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर, ऋतिक रोशन, लतामंगेस्कर, अटल जी, मायावती जी, मुलायम सिंह जी) आदि संग्रह को चार चाँद लगा रहे हैं I
पीयूष दादरी वाला पेशे से यांत्रिक इंजिनियर है और एक बहु राष्ट्रीय कम्पनी में कार्यरत हैं, दादरी वाला तीन पुस्तके भी लिख चुके हैं (गणित एक अध्यन, इजी इस्पेलिंग व् पीयूष वाणी) I
8:37 pm
Mahabir Mittal
घर को किया रोशन गीतांजली ने
जहां समाज में बेटों को घर का चिराग माना जाता है वहीं गीता ने अपने आप को घर का चिराग सिद्ध किया है। आप जैसे ही गीता के घर में प्रवेश करेंगे तो घर की प्रत्येक दीवार पर गीता की कलाकृतियां दिखाई देंगी। गीता की बनाई पेंटिग तथा कलाकृतियों ने उसके घर को एक अलग पहचान दी है। गीता द्वारा सजाई गई घर की दीवारों को देखकर हर कोई वाह वाह किए बिना नहीं रह सकता। घर की प्रत्येक दीवार पर अलग अलग तरह की पेटिंग देखकर आने वाला पूरव् घर को देखे बिना वापिस नहीं जा पाता। गीता की कलाकृतियों ने घर को प्रदर्शनीगृह में बदल दिया है। इस घर में आपको आयॅल पेंटिग,फेब्रिक पेंटिंग,कलियोग्राफी पेंटिग, एंबोस पेंटिंग, स्प्रे पेंटिग, स्पंज पेंटिग मंत्रमुग्ध कर देंगी। ऐसे में इस घर में आने वाला व्यक्ति यह कहे बिना नहीं रह सकता कि गीता ने अपने घर को रोशन कर दिया है।
क्या कहना है गीतांजली का
इस संदर्भ में गीतांजली का कहना है कि मनुष्य को यह सोच कभी भी नहीं पालनी चाहिए कि उसके शरीर में कोई कमी हैं। गलत सोच ही मनुष्य को उसके काम में बांधा डालने में मजबूर करती है। भगवान ने जैसा शरीर दिया है उसे न नकार कर मनुष्य को उसी शरीर में कुछ नया कर दिखाना चाहिए। गीतांजली ने बताया कि उसके इन कार्यों में परिपूर्णता लाने में उनके परिवार का भी अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि वह अपने परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहती इसलिए अगर सरकार उसे उसकी योग्यता देखते हुए सरकारी नौकरी लगा दे तो वह अपने जीवन में बड़े होने पर भी उसे किसी के सहारे की आवश्यकता नहीं रहेगी।
मां उर्मिला को है बेटी पर नाज
अपनी इस होनहार बेटी को पाकर गीमांजली की मां उर्मिला काफी खुश है। हालांकि बेटी के अपाहिज होने का उसका गम गीता के बारें में बात करते हुए उसकी आंखों से निकलने वाले आंसू बयां कर देते हैं लेकिन अपनी बेटी को उत्साहित करके उसे इस मुकाम पर पहुंचाने में मां का बड़ा हाथ है। प्रत्येक पग पर बेटी के पांव बन उसे अपने पैरों पर खड़ा होने का होंसला देने वाली मां का कहना है कि बचपन में गीतांजली की हालत देखकर वह बहुत दुखी होती थी लेकिन गीता ने अपने हुनर व मेहनत से उसकी सारी मेहनत को पुरा कर दिया। अब गीता जैसी बेटी पाकर वह अपने आप को भाग्यशाली समझती है। मां उर्र्मिला को इस बात का गम है कि विकलांगों के उत्थान के लिए इतने दावे करने वाली सरकार ने आज तक उसकी कोई सुध नहीं ली है।
10:46 am
Sumit Pratap Singh
प्रिय मित्रो
सादर ब्लॉगस्ते!
इंसान की शुरू से ही दूसरे के घर में ताक-झाँक करने की आदत रही है. जब हमने विज्ञान में प्रगति की तो हमारी पृथ्वी के वैज्ञानिक अपने ग्रह को छोड़ दूसरे ग्रहों में ताक-झाँक करने लगे. "तुम डाल-डाल हम पात-पात" की कहावत को चरितार्थ करते हुए दूसरे ग्रहों के वासी, जिन्हें हम एलियन कहते हैं, भी समय-समय पर अपनी-अपनी उड़न तश्तरी में सवार हो हमारी पृथ्वी पर ताक-झाँक करने आते रहते हैं. एक दिन ऐसे ही एक उड़न तश्तरी धरती पर उतरी, तो उस समय वहाँ दो हिंदी ब्लॉगर टहल रहे थे. उड़नतश्तरी से कुछ एलियन धरती की जाँच-पड़ताल करने निकले, तो इन दोनों ब्लॉगरों ने उन्हें नींद की दवा डालकर बनाया हुआ सूजी का हलवा खिला दिया. जब बेचारे एलियन नींद में मस्त हो धरती पर आराम फरमाने लगे, तो ये दोनों ब्लॉगर उड़न तश्तरी पर सवार हो पूरी दुनिया की सैर करने लगे. उनमें से
एक ब्लॉगर उड़न तश्तरी में उड़ते-उड़ते जब बोर हो गये, तो नीचे उतर
नुक्कड़ पर बैठकर पंचायत करने लगे.
दूसरे ब्लॉगर अब तक उड़न तश्तरी पर सवार हो इधर से उधर घूम रहे हैं. जी हाँ हम बात कर रहे हैं उड़न तश्तरी वाले समीर लाल जी की .
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1:42 pm
Sumit Pratap Singh
सादर ब्लॉगस्ते!
आप सभी को अपने परिवार, रिश्तेदारों, पड़ोसियों व सभी दोस्तों-दुश्मनों के साथ बीती लोहड़ी और आगामी मकरसंक्रांति की ह्रदय से हार्दिक शुभकामनाएँ. साथियो क्या आप जानते हैं कि दिल्ली नगर निगम कब आस्तित्व में आया. नहीं जानते? चलिए हम किसलिए हैं? दिल्ली नगर निगम संसदीय क़ानून के अंतर्गत 7 अप्रैल, 1958 में आस्तित्व में आया. दिल्ली के पहले निर्वाचित मेयर थीं अरुणा आसफ अली और लाला हंसराज गुप्ता ने प्रथम मेयर के रूप में अपनी सेवा दी.आज आपकी मुलाक़ात करवाने जा रहे इसी दिल्ली नगर निगम में अतिरिक्त उपायुक्त पद पर कार्यरत सुरेश यादव जी से. जो दिल्ली नगर निगम की सेवा करते हुए हिंदी साहित्य की सेवा में भी कर्मठता से लगे हुए हैं.